Assam में आफत बनकर बरसी बारिश, भूस्खलन में गई 5 जानें
Assamपूर्वोत्तर भारत में इस समय आसमान से कहर बरस रहा है। असम राज्य में लगातार हो रही बारिश के चलते बाढ़ और भूस्खलन ने जीवन को बुरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। गुवाहाटी में हुए भूस्खलन में अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें तीन महिलाएं शामिल थीं।
वहीं, लखीमपुर, कामरूप, बारपेटा, चिरांग जैसे कई जिलों में पानी ने तबाही मचा रखी है। खेत डूब चुके हैं, घर बह गए हैं और लोग टेंट में शरण लेने को मजबूर हैं।

बाढ़ से गांवों में तबाही, किसानों के खेत बह गए
बाढ़ ने असम के गांवों में ऐसा कहर ढाया है कि अनेक घर पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं। जिनके पास पहले से ही कम संसाधन थे, अब उनके पास ना रहने की जगह बची है, ना खाने-पीने का इंतजाम।
कई किसानों ने बताया कि उनके खेत पूरी तरह बर्बाद हो गए हैं, जिससे उनकी साल भर की मेहनत पानी में बह गई। राहत-बचाव कार्य तेज़ी से चल रहा है, लेकिन हालात अभी भी काबू से बाहर हैं।
18 जिलों में रेड अलर्ट, मुख्यमंत्री ने जताई चिंता
मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि लगातार बारिश के चलते राज्य के 18 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि यह असम के लिए ‘असामान्य स्थिति’ है।
सीएम ने बताया कि अरुणाचल प्रदेश और मेघालय में भी भारी बारिश के कारण असम में जलस्तर और बढ़ रहा है। इससे गुवाहाटी जैसे प्रमुख शहरों में गंभीर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

स्कूल बंद, दफ्तरों के लिए आकस्मिक अवकाश
कामरूप और कामरूप मेट्रो जिलों में शनिवार को सभी शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए गए। साथ ही, जो सरकारी कर्मचारी लंबी दूरी तय कर कार्यालय आते हैं, उन्हें विशेष आकस्मिक अवकाश देने का निर्देश जारी किया गया।
प्रशासन का कहना है कि आने-जाने के रास्ते या तो जलमग्न हैं या भूस्खलन के कारण अवरुद्ध हो चुके हैं।
गुवाहाटी एयरपोर्ट पर विमान सेवाएं प्रभावित
तेज बारिश और तेज़ हवाओं के चलते गुवाहाटी हवाई अड्डे पर शुक्रवार को कई फ्लाइट्स रद्द या डायवर्ट करनी पड़ीं। यात्रियों को कई घंटों तक इंतजार करना पड़ा और कुछ को बीच रास्ते से वापस लौटना पड़ा।
हवाई अड्डा प्रबंधन का कहना है कि रनवे पर पानी भरने और कम दृश्यता के कारण फ्लाइट संचालन संभव नहीं था।
लखीमपुर से लेकर बारपेटा तक… पानी ही पानी
अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगे लखीमपुर जिले में भारी बारिश के बाद निचले इलाकों में पानी भर गया है। राहत बचाव कार्य में लगी एजेंसियों ने हजारों लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया है।

बारपेटा, चिरांग, बक्सा, तामुलपुर, दरांग और बोंगाईगांव जैसे जिलों में भी हालात बेहद गंभीर हैं। जलस्तर हर घंटे बढ़ता जा रहा है और लोगों को ऊंचे स्थानों पर ले जाया जा रहा है।
IMD ने दी चेतावनी, अभी और बारिश बाकी
क्षेत्रीय मौसम विभाग ने शनिवार को भी भारी बारिश की चेतावनी दी है। चिरांग, बक्सा, बोंगाईगांव और दरांग जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है। इसका मतलब है कि इन इलाकों में अगले 24 घंटे में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।
लोगों को सलाह दी गई है कि वह अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।
असम में बारिश और बाढ़ से मचा कोहराम, लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त
असम इस वक्त एक भयंकर प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा है। लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने राज्य को लगभग पंगु बना दिया है। बाढ़, जलभराव और भूस्खलन के चलते हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे हैं। गुवाहाटी समेत कई प्रमुख इलाकों में हालात भयावह हैं। शुक्रवार को गुवाहाटी में एक भीषण भूस्खलन में 3 महिलाओं सहित 5 लोगों की मौत हो गई।
राज्य के कई जिलों में स्कूल बंद हैं, दफ्तरों के लिए आकस्मिक अवकाश घोषित कर दिया गया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
हजारों लोग बेघर, खेत बर्बाद, जीवन ठहर गया
राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में हालत बेहद गंभीर हो चुकी है। लखीमपुर, बारपेटा, चिरांग, बक्सा, बोंगाईगांव, दरांग, तामुलपुर और उदलगुड़ी जैसे जिलों में बाढ़ का पानी घरों में घुस चुका है। लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हो गए हैं और ऊंचे स्थानों या राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं।
किसानों के खेत पानी में डूब गए हैं, जिससे उनकी साल भर की मेहनत और फसलें बर्बाद हो गई हैं। कई जगहों पर मवेशियों की मौत की भी खबरें सामने आ रही हैं।
सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा- असम में “असामान्य स्थिति”
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शुक्रवार को कहा कि राज्य इस समय एक “असामान्य स्थिति” का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य के 18 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। साथ ही बताया कि लगातार बारिश और बाढ़ से जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है।
सीएम सरमा ने यह भी कहा कि पड़ोसी राज्यों अरुणाचल प्रदेश और मेघालय में हो रही भारी बारिश के कारण असम में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है।
स्कूल बंद, सरकारी कर्मियों को अवकाश
कामरूप और कामरूप मेट्रो जिलों में शनिवार को सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, जिन कर्मचारियों को दूर से आना होता है, उनके लिए विशेष आकस्मिक अवकाश घोषित किया गया है।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वह घरों में रहें और जरूरत पड़ने पर ही बाहर निकलें।
गुवाहाटी एयरपोर्ट पर विमान सेवाएं बाधित
भारी बारिश और हवाओं के कारण गुवाहाटी हवाई अड्डे पर उड़ान सेवाएं प्रभावित हुई हैं। कई फ्लाइट्स या तो रद्द की गई हैं या डायवर्ट कर दी गई हैं। एयरपोर्ट अधिकारियों ने बताया कि रनवे पर जलभराव और कम विजिबिलिटी के कारण टेकऑफ और लैंडिंग संभव नहीं हो पा रही है।
इससे सैकड़ों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा है।
VIDEO | Assam Minister Jayanta Mallabaruah (@jayanta_malla) inspects flood-affected areas in Guwahati, Assam.
— Press Trust of India (@PTI_News) May 31, 2025
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/dv5TRARJn4)#AssamRains #Guwahati pic.twitter.com/fJ3VuecSWB
अगले 48 घंटे और भारी, मौसम विभाग की चेतावनी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि अगले 48 घंटे असम और पूर्वोत्तर भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। चिरांग, बक्सा, बोंगाईगांव, तामुलपुर, बारपेटा और उदलगुड़ी जिलों में ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है।
इन इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश, तेज हवाएं और भूस्खलन की संभावना जताई गई है।
राहत और बचाव कार्य जारी, NDRF की टीमें तैनात
राज्य सरकार ने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की कई टीमें बाढ़ प्रभावित इलाकों में तैनात की हैं। लोगों को रबर की नावों के जरिए सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। वहीं, असम पुलिस और SDRF की टीमें भी राहत कार्य में जुटी हैं।
अब तक हजारों लोगों को बचाया जा चुका है, लेकिन अभी भी कई गांवों तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है।
जमीन पर हालात बेहद गंभीर, हर ओर सिर्फ पानी
लखीमपुर जिले की तस्वीरें देखकर दिल दहल जाता है। घरों में पानी भर चुका है, रास्ते डूब चुके हैं और कई गांव पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं। लोगों को ट्यूब या नाव का सहारा लेकर बाहर निकलना पड़ रहा है।
चिरांग और बक्सा जिलों के ग्रामीण इलाकों में बिजली कट चुकी है और नेटवर्क भी बाधित है।