नीचे उफनती नदी, ऊपर झूलता लड़का… नॉर्थ ईस्ट में बाढ़ की तबाही से दहशत

Northeast भारत इस वक्त अपनी सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदाओं में से एक का सामना कर रहा है। आसमान से गिरती मूसलधार बारिश ने जमीनी हकीकत को पूरी तरह बदल दिया है। गांव के गांव पानी में समा चुके हैं। खेत, मकान, सड़कें – सब डूब चुके हैं।
छतों से मदद की पुकार, बच्चों को बचाते लोगों के रूह कंपा देने वाले वीडियो
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो इस त्रासदी की भयावहता बयां कर रहे हैं। कहीं मासूम बच्चों को बाढ़ के पानी से सुरक्षित निकालने की कोशिश हो रही है, तो कहीं लोग छतों पर बैठकर मदद की गुहार लगा रहे हैं। पानी का बहाव इतना तेज है कि नीचे झूलते बच्चे को देख हर किसी की रूह कांप रही है।
ब्रह्मपुत्र समेत 10 नदियां उफान पर, हर तरफ तबाही ही तबाही
असम की जीवनरेखा मानी जाने वाली ब्रह्मपुत्र नदी कई जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। डिब्रूगढ़ और नीमतिघाट जैसे इलाकों में हालात बेकाबू हो चुके हैं। अकेली ब्रह्मपुत्र ही नहीं, 10 से ज्यादा नदियां उफान पर हैं, जिससे हजारों गांव जलमग्न हो चुके हैं।
सेना, वायुसेना और NDRF मैदान में, राहत कार्य जारी
हालात को देखते हुए राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी हैं। भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर लगातार उड़ान भर रहे हैं ताकि बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके। NDRF, असम रायफल्स और स्थानीय प्रशासन के जवान हर पल मदद में जुटे हैं।
3.6 लाख लोग प्रभावित, 10 हजार से अधिक को राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, असम के 19 जिलों में 764 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। 3.6 लाख से अधिक लोग इस संकट से प्रभावित हुए हैं। 10 हजार से ज्यादा लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया है, जहां उन्हें खाने-पीने और रहने की अस्थायी सुविधा दी जा रही है।
स्कूल बंद, गाड़ियां नहीं नावें चल रही हैं
स्थिति इतनी गंभीर है कि स्कूल, कॉलेज और दफ्तर बंद कर दिए गए हैं। सड़कों पर गाड़ियों की जगह अब नावें दिखाई दे रही हैं। बच्चों की पढ़ाई रुकी हुई है और हजारों परिवारों को अपने घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा है।
मौसम विभाग ने दी चेतावनी, हालात और बिगड़ सकते हैं
मौसम विभाग ने चेताया है कि आने वाले कुछ दिनों तक भारी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। ऐसे में निचले इलाकों और तटवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतने की अपील की गई है। मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने भी कहा है कि अगले कुछ दिन राज्य के लिए और अधिक चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं।
नीचे उफनती नदी, ऊपर झूलता लड़का… नॉर्थ ईस्ट की बाढ़ से कांप उठा देश
पूर्वोत्तर भारत इस समय भीषण प्राकृतिक आपदा की चपेट में है। आसमान से गिरती लगातार बारिश और नदियों का उफान जनजीवन पर कहर बनकर टूटा है। असम, मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड जैसे राज्यों में बाढ़ के हालात बेहद खराब हो चुके हैं।
गांवों पर टूटा पानी का कहर, वायरल हो रहे डरावने वीडियो
सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो सामने आए हैं, जो लोगों के दिल दहला रहे हैं। एक वीडियो में बच्चा रस्सी से झूलता हुआ नदी पार करता दिखता है, नीचे उफनती धारा है। एक अन्य वीडियो में लोग छतों पर बैठकर मदद की गुहार लगाते नजर आते हैं।
ब्रह्मपुत्र नदी बनी तबाही की धारा
असम की प्रमुख नदी ब्रह्मपुत्र इस समय कई इलाकों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। डिब्रूगढ़, नीमतिघाट और जोरहाट जैसे क्षेत्र जलमग्न हो चुके हैं। केवल ब्रह्मपुत्र ही नहीं, बल्कि 10 से ज्यादा नदियों ने किनारों को तोड़ दिया है।
3.6 लाख लोग प्रभावित, स्कूल-ऑफिस सब बंद
राज्य सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक, असम के 19 जिलों के 764 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। 3.6 लाख से अधिक लोगों को प्रभावित बताया जा रहा है। स्कूल, कॉलेज, ऑफिस बंद कर दिए गए हैं। गाड़ियों की जगह सड़कों पर नावें चल रही हैं।
राहत शिविरों में भीड़, घर छोड़ने को मजबूर लोग
करीब 10 हजार से ज्यादा लोगों को अस्थायी राहत शिविरों में भेजा गया है। कई परिवार अपने घरों से जरूरी सामान समेटकर निकल चुके हैं। बचाव कार्यों में सेना, वायुसेना और NDRF के जवान लगातार जुटे हुए हैं।
वायुसेना के हेलीकॉप्टर बना रहे जिंदगी की डोर
बचाव कार्यों में भारतीय वायुसेना की भूमिका बेहद अहम रही है। हेलीकॉप्टरों के जरिए फंसे लोगों को छतों और ऊंचे स्थानों से निकालकर राहत केंद्रों तक पहुंचाया जा रहा है।
लगातार बारिश से हालात और बिगड़ने की आशंका
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी चेतावनी दी है कि निचले और नदी तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोग तुरंत सतर्क हो जाएं।
असम रायफल्स और स्थानीय प्रशासन मुस्तैद
बचाव कार्यों में असम रायफल्स के जवान भी उतारे गए हैं। NDRF की कई टीमें राहत कार्य में जुटी हैं। स्थानीय प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है और प्रभावित जिलों में आपदा नियंत्रण केंद्र सक्रिय कर दिए गए हैं।
मौतों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है
असम में अब तक बाढ़ और भूस्खलन से 10 लोगों की मौत हो चुकी है। पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र में मरने वालों की संख्या 34 के करीब पहुंच चुकी है। हजारों लोग बीमार हो चुके हैं और मेडिकल टीमें सक्रिय हैं।
पूर्वोत्तर में आफत की बारिश, गांव के गांव डूबे
असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मिजोरम और नागालैंड में मूसलधार बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। ब्रह्मपुत्र समेत 10 नदियां उफान पर हैं। डिब्रूगढ़ और नीमतिघाट जैसे इलाकों में पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है।
वायरल हो रहे खौफनाक वीडियो
सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो वायरल हैं, जो इस त्रासदी की भयावहता को दिखा रहे हैं। एक वीडियो में बच्चा रस्सी के सहारे नदी पार करता दिखता है। छतों पर फंसे लोग मदद की गुहार लगा रहे हैं।
3.6 लाख से अधिक लोग प्रभावित
असम के 19 जिलों के 764 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। करीब 10 हजार लोगों को राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया है। अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों बेघर हो चुके हैं।
वायुसेना और NDRF का राहत अभियान जारी
भारतीय वायुसेना और NDRF टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हैं। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में और बारिश की चेतावनी दी है।
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