बिहार वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन में एक महिला रेफरी के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आने के बाद राज्य में बवाल मच गया है। महिला ने आरोप लगाया है कि वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान में एसोसिएशन की प्लानिंग एंड डेवलपमेंट कमेटी के चेयरमैन अरुण कुमार केसरी ने उसे कार्यालय में बंद कमरे में छेड़छाड़ का शिकार बनाया। महिला ने इस घटना के बारे में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद मामला गंभीर रूप से जांच के तहत है।
पीड़िता का आरोप: कमरे में बंद कर की गई अश्लील हरकत
महिला ने अपनी शिकायत में स्पष्ट रूप से कहा है कि जब उसने किसी प्रतियोगिता में रेफरी के रूप में अपना नाम देने की बात की, तो आरोपी ने उसे खुश करने की शर्त रखी। उसने धमकी दी कि अगर महिला ने उसकी बात नहीं मानी तो उसे किसी प्रतियोगिता में रेफरी के रूप में नाम नहीं दिया जाएगा। महिला ने इस धमकी का विरोध किया, जिसके बाद आरोपी ने उसे धमकाया कि वह उसका करियर बर्बाद कर देगा।
इसके बाद, जब महिला ने कार्यालय में अकेले मौजूद अरुण कुमार केसरी के सामने इस हरकत का विरोध किया, तो उसने उसे कमरे में बंद कर लिया और जोर-जबरदस्ती करने लगा। महिला ने शिकायत में बताया कि अरुण कुमार केसरी ने उसके कपड़े खोलने का प्रयास भी किया और उसे शारीरिक रूप से नुकसान पहुँचाने की कोशिश की। महिला ने किसी तरह से कमरे से बाहर निकलकर 112 पर कॉल किया और पुलिस को सूचित किया।
पुलिस में शिकायत दर्ज, आरोपी की तलाश शुरू
महिला की शिकायत के बाद पुलिस ने तुरंत मामले को संज्ञान में लिया और कंकड़बाग थाने में शिकायत दर्ज की। महिला ने पुलिस को बताया कि यह घटना 6 दिसंबर 2024 को पाटलिपुत्र खेल परिसर स्थित बिहार वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन के कार्यालय में हुई। महिला ने पुलिस को पूरी जानकारी दी और बताया कि जैसे ही उसने पुलिस को सूचित किया, आरोपी फरार हो गया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच शुरू कर दी है। फिलहाल, आरोपी अरुण कुमार केसरी फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।
पीड़िता की आपबीती: “कैमरे पर बात करने से किया इनकार”
हालांकि, महिला ने मीडिया से बात करने से इनकार किया है और कैमरे पर अपनी आपबीती साझा करने से मना कर दिया है, लेकिन उसने पुलिस को लिखित शिकायत दी है, जिसमें उसने घटना का पूरा विवरण बताया है। महिला का कहना है कि वह इस मामले को लेकर काफी परेशान है और वह आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की उम्मीद कर रही है।
आरोपी पर क्या कार्रवाई होगी?
इस मामले में बिहार वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। संगठन के अन्य पदाधिकारी भी इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं। यदि आरोपी दोषी पाया जाता है तो उसे यौन उत्पीड़न और महिला सम्मान भंग करने के आरोपों में सजा हो सकती है।
पुलिस का बयान: आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष टीम गठित की है। टीम को आरोपी की तलाश में भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि महिला की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है और मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
महिला के खिलाफ पहले भी हुआ पक्षपात
महिला ने अपनी शिकायत में यह भी बताया कि पिछले कई राज्य और राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उसका नाम तकनीकी पदाधिकारी के रूप में नहीं रखा गया था। जब उसने इसका कारण पूछा, तो उसे व्यक्तिगत रूप से अरुण कुमार केसरी की ओर से यह शर्त दी गई कि अगर वह उसकी बात नहीं मानेगी, तो उसे कभी भी किसी प्रतियोगिता में रेफरी नहीं बनाया जाएगा।