पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव को मिली धमकियों का मामला हर दिन नया मोड़ ले रहा है। दो दिन पहले धमकी भरे वीडियो मेसेज को लेकर भोजपुर निवासी रामबाबू की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। एसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि धमकी देने वाले रामबाबू का कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से कोई संबंध नहीं है। जांच में पाया गया कि रामबाबू पप्पू यादव के ही समर्थक हैं और उनकी पार्टी जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ता रह चुके हैं।
साजिश का पर्दाफाश: सहयोगियों ने रची थी योजना
पुलिस पूछताछ में आरोपी रामबाबू ने सनसनीखेज खुलासा किया। उसने स्वीकार किया कि सांसद पप्पू यादव के कुछ सहयोगियों ने ही उसे धमकी देने के लिए कहा था। इसके बदले उसे 2 लाख रुपये देने की बात कही गई थी, जिसमें से तुरंत 2,000 रुपये ट्रांसफर भी किए गए। धमकी भरे वीडियो का मकसद पप्पू यादव की सुरक्षा बढ़वाना था। एसपी ने बताया कि इस योजना के तहत दो वीडियो बनाए गए थे, जिनमें से एक वीडियो भेजा गया।
एसपी कार्तिकेय शर्मा के अनुसार, सहयोगियों का नाम अभी उजागर नहीं किया गया है, क्योंकि उनसे पूछताछ जारी है।
लॉरेंस बिश्नोई से कोई संबंध नहीं
रामबाबू राय ने धमकी भरे वीडियो में कहा था कि सांसद पप्पू यादव को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से माफी मांगनी चाहिए, नहीं तो उनकी हत्या कर दी जाएगी। हालांकि, जांच में पाया गया कि रामबाबू का बिश्नोई गैंग से कोई संपर्क नहीं है। भोजपुर जिले के निवासी रामबाबू को पुलिस ने गिरफ्तार करके पूर्णिया लाया। पूछताछ में उसकी योजना और सहयोगियों की भूमिका का खुलासा हुआ।
धमकी देने के पीछे का मकसद
पुलिस के अनुसार, धमकी देने का मुख्य मकसद पप्पू यादव की सुरक्षा को मजबूत करवाना था। सहयोगियों का मानना था कि इस तरह की धमकी से सुरक्षा बढ़ने के साथ-साथ पप्पू यादव को और सहानुभूति भी मिलेगी। एसपी ने कहा कि इस मामले की तह तक जाने के लिए सहयोगियों से पूछताछ की जा रही है और जल्द ही उनकी भूमिका स्पष्ट की जाएगी।
पुलिस का बयान और आगे की कार्रवाई
एसपी कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि यह मामला बेहद संवेदनशील है और जांच के सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जो भी इस साजिश में शामिल होगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि धमकी भरे वीडियो को गंभीरता से लिया गया है और इससे जुड़े सभी पहलुओं की गहराई से जांच की जा रही है।
सांसद को सुरक्षा या साजिश?
पप्पू यादव को मिली धमकी का मामला केवल एक साधारण घटना नहीं है। इस घटना ने न केवल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि राजनीतिक साजिशों के एक नए पहलू को भी उजागर किया है। जांच पूरी होने के बाद ही इस मामले की पूरी सच्चाई सामने आ पाएगी।