CBI केस के बीच hospital में भर्ती हुए Satyapal मलिक, बोले- तबीयत खराब है, बात करने की हालत में नहीं
CBI Satyapal जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल malik इस समय एक बार फिर चर्चा में हैं। एक ओर जहां केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने उनके खिलाफ 2200 करोड़ रुपये के ठेके में भ्रष्टाचार मामले में चार्जशीट दाखिल की है, वहीं दूसरी ओर मलिक ने खुद को लेकर एक चिंता जताई है। उन्होंने hospital के बेड से एक तस्वीर शेयर करते हुए बताया कि उनकी तबीयत खराब है और वे फिलहाल किसी से बात नहीं कर सकते।
चुक रहा है किरू हाइड्रो प्रोजेक्ट का हिसाब, CBI की चार्जशीट में बड़ा नाम
CBI ने गुरुवार को अपनी चार्जशीट में सत्यपाल malik समेत पांच अन्य लोगों के नाम शामिल किए हैं। यह मामला किरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट से जुड़ा है, जिसमें करीब 2200 करोड़ रुपये के सिविल वर्क टेंडर में गड़बड़ी के आरोप हैं। यह ठेका कथित रूप से एक निजी कंपनी को गलत तरीके से सौंपा गया।

CBI की यह कार्रवाई करीब 3 साल की जांच के बाद सामने आई है। एजेंसी ने अपनी चार्जशीट विशेष अदालत में पेश की है।
सोशल मीडिया पर malik का बयान – “मैं अस्पताल में हूं, बात करने की स्थिति में नहीं”
गुरुवार को ही सत्यपाल मलिक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा की। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा –
“मैं अस्पताल में भर्ती हूं। तबीयत खराब है और किसी से बात करने की हालत में नहीं हूं। जो लोग मुझे फोन कर रहे हैं, उनसे क्षमा चाहता हूं।”
उनकी इस पोस्ट के साथ एक तस्वीर भी थी जिसमें वे RML hospital के बेड पर नजर आ रहे हैं। इस पोस्ट ने उनकी तबीयत को लेकर समर्थकों और विरोधियों दोनों में चिंता की लहर दौड़ा दी।
2018-19 में रहे थे J&K के राज्यपाल, खुद को बताया था “किसान का बेटा”
बता दें कि सत्यपाल मलिक 23 अगस्त 2018 से 30 अक्टूबर 2019 तक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहे। इसी दौरान किरू प्रोजेक्ट की फाइलें उनके पास पहुंची थीं। मलिक का दावा है कि उन्हें इस प्रोजेक्ट को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ की रिश्वत की पेशकश की गई थी।
पिछले वर्ष CBI ने उनके आवास पर छापेमारी की थी, जिसके बाद उन्होंने कहा था –
“मैं एक किसान का बेटा हूं। डरूंगा नहीं, झुकूंगा नहीं। सरकार मेरी आवाज दबाने की कोशिश कर रही है, लेकिन मैं सच्चाई के साथ खड़ा हूं।”
सत्यपाल मलिक के मामले में क्या है आगे?
अब जब CBI ने चार्जशीट दाखिल कर दी है, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि इस केस में आगे क्या कदम उठाए जाते हैं। साथ ही सत्यपाल मलिक की सेहत को लेकर भी लोगों में चिंता है, क्योंकि उन्होंने खुद को अस्पताल में भर्ती बताया है।
CBI की कार्रवाई के बीच hospital पहुंचे सत्यपाल malik, शेयर की तस्वीर और लिखा- “तबीयत खराब है”
देश की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है, क्योंकि पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को लेकर दो बड़ी खबरें एक ही दिन सामने आई हैं। एक तरफ जहां CBI ने उनके खिलाफ 2200 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार मामले में चार्जशीट दाखिल की, वहीं दूसरी ओर मलिक ने खुद को अस्पताल में भर्ती बताया है। उन्होंने RML hospital से एक तस्वीर साझा की है, जिसमें वे बेड पर लेटे हुए दिखाई दे रहे हैं।
एक्स पर पोस्ट कर कहा- “बात करने की हालत में नहीं हूं”
सत्यपाल मलिक ने गुरुवार को सोशल मीडिया मंच X (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने लिखा:
“मेरी तबीयत खराब है। मैं hospital में भर्ती हूं और बात करने की स्थिति में नहीं हूं। बहुत से शुभचिंतकों के कॉल आ रहे हैं, लेकिन मैं उन्हें रिसीव नहीं कर पा रहा।”
यह संदेश सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर चिंता और समर्थन दोनों की बाढ़ आ गई। कई नेताओं, पत्रकारों और आम लोगों ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
किरू हाइड्रो प्रोजेक्ट: घोटाले के आरोप और CBI की जांच
CBI ने अपनी जांच के आधार पर कहा कि जम्मू-कश्मीर के किरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट के सिविल कार्यों में गड़बड़ी हुई थी। यह प्रोजेक्ट लगभग 2200 करोड़ रुपये का है। आरोप है कि प्रोजेक्ट का ठेका एक निजी कंपनी को गलत तरीके से दिया गया।
CBI ने 2022 में इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी और उसके बाद कई बार छापेमारी की गई। पिछले साल मलिक के ठिकानों पर भी जांच एजेंसी ने छापे मारे थे। अब, तीन साल बाद CBI ने सत्यपाल मलिक सहित 5 अन्य लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है।
“300 करोड़ की रिश्वत की पेशकश हुई थी”, मलिक का दावा
मलिक ने पहले भी कई बार मीडिया में इस बात का दावा किया है कि उन्हें 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई थी ताकि वे किरू पावर प्रोजेक्ट से जुड़ी फाइलों को मंजूरी दे दें। उन्होंने कहा था कि वे इस पेशकश को ठुकराकर ईमानदारी के साथ काम कर रहे थे, लेकिन अब उन्हीं पर कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने पहले भी कहा था,
“मैं किसान का बेटा हूं, न डरूंगा न झुकूंगा। जिन्होंने भ्रष्टाचार किया है, जांच उन्हीं की होनी चाहिए, न कि मेरी।”
क्या ये राजनीतिक बदले की कार्रवाई है?
विपक्षी दलों और कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मलिक को निशाना बनाकर यह राजनीतिक दबाव बनाने की कोशिश है। दरअसल, मलिक ने पहले भी कई बार मोदी सरकार की नीतियों और फैसलों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने किसानों के आंदोलन के समर्थन में भी खुलकर बयान दिए थे, जिससे वे सत्ता के निशाने पर आ सकते हैं।
CBI द्वारा उनके खिलाफ की गई कार्रवाई को कुछ लोग “राजनीतिक बदले की कार्रवाई” भी कह रहे हैं।
स्वास्थ्य को लेकर चिंताएं, क्या होगी अगली कार्रवाई?
इस समय देशभर में यह चर्चा है कि सत्यपाल मलिक की सेहत को लेकर चिंता बनी हुई है। उनकी सोशल मीडिया पोस्ट से साफ है कि वह फिलहाल किसी भी बातचीत या सफाई के लिए उपलब्ध नहीं हैं। हालांकि CBI की कार्रवाई के बाद उनके वकील या परिजन क्या बयान देते हैं, यह देखना बाकी है।
इसके साथ ही अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कोर्ट में चार्जशीट पर आगे क्या सुनवाई होती है और क्या मलिक को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।

अंतिम शब्द
सत्यपाल मलिक जैसे वरिष्ठ और मुखर नेता का नाम जब किसी भ्रष्टाचार मामले में सामने आता है, तो यह केवल कानूनी मुद्दा नहीं रह जाता, बल्कि यह राजनीतिक विमर्श का भी हिस्सा बन जाता है। ऐसे में आने वाले दिनों में यह मामला और भी तूल पकड़ सकता है।
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Written by -sujal
Source-indiatv