सरकार की बड़ी राहत: CNG or PNG की कीमतों में आ सकती है गिरावट
जल्द ही सीएनजी से चलने वाले वाहनों और घरों में इस्तेमाल होने वाली पीएनजी गैस की कीमतों में राहत मिल सकती है। सरकार ने दो साल में पहली बार प्राकृतिक गैस की कीमतों में कटौती की है, जिसका सीधा असर आम लोगों की जेब पर पड़ने वाला है।
कितनी घटी APM गैस की कीमत?
पेट्रोलियम मंत्रालय के पेट्रोलियम नियोजन और विश्लेषण प्रकोष्ठ (PPAC) की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार, APM (Administered Price Mechanism) गैस की कीमत को घटाकर 6.75 डॉलर से 6.41 डॉलर प्रति MMBTU कर दिया गया है। यह कटौती सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों जैसे ओएनजीसी के पुराने क्षेत्रों से निकलने वाली गैस पर लागू होगी।
क्यों है यह फैसला अहम?
यह कटौती ऐसे वक्त में हुई है जब कच्चे तेल की कीमतें लगातार कम हो रही हैं। इससे इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL), महानगर गैस लिमिटेड (MGL) और अडानी टोटल गैस जैसी कंपनियों को काफी राहत मिलेगी। उत्पादन लागत घटने से यह कंपनियां जल्द ही उपभोक्ताओं के लिए CNG और PNG की दरों में कटौती कर सकती हैं।
2023 में लागू हुआ था नया प्राइसिंग फॉर्मूला
अप्रैल 2023 में केंद्र सरकार ने APM गैस की कीमत तय करने के लिए नया फॉर्मूला लागू किया था। इसके तहत गैस की कीमत को कच्चे तेल के औसत आयात मूल्य के 10% पर आधारित किया गया, जिसमें न्यूनतम $4 और अधिकतम $6.5 प्रति MMBTU की सीमा तय की गई थी। यह पहली बार है जब इस फॉर्मूले के तहत कीमतों में गिरावट आई है।
कच्चे तेल में भी गिरावट बनी हुई

पिछले हफ्ते के अंत में क्रूड ऑयल की कीमतों में भी गिरावट दर्ज की गई।
- WTI क्रूड 0.25% गिरकर $60.79 प्रति बैरल पर बंद हुआ।
- ब्रेंट ऑयल 0.90% गिरकर $62.78 प्रति बैरल पर बंद हुआ।
किसे मिलेगा इसका सीधा फायदा?
इस फैसले से देश के लाखों CNG वाहन मालिकों और PNG गैस उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। घरेलू बजट पर पड़ने वाला बोझ कम हो सकता है, खासकर महानगरों में जहां इन गैसों का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होता है।
एपीएम गैस की कीमत घटने से कंपनियों को मिलेगा राहत का मौका
एपीएम गैस की कीमतों में कमी से सीधे तौर पर उन कंपनियों को राहत मिलेगी जो शहरी क्षेत्रों में गैस की आपूर्ति करती हैं। इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL), महानगर गैस लिमिटेड (MGL), और अडानी टोटल गैस जैसी कंपनियों पर लगातार बढ़ती उत्पादन लागत का दबाव था। अब जब एपीएम गैस की कीमत घटाई गई है, तो इन कंपनियों की लागत कम होगी और वे यह लाभ ग्राहकों को सस्ती दरों के रूप में दे सकती हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर प्राकृतिक गैस की अंतरराष्ट्रीय कीमतें स्थिर बनी रहती हैं, तो आने वाले महीनों में CNG और PNG की कीमतों में और भी गिरावट संभव है। इससे परिवहन लागत पर असर पड़ेगा और अंततः महंगाई पर भी काबू पाया जा सकेगा।
घरेलू उपभोक्ताओं को मिलेगा सीधा फायदा
घरेलू उपभोक्ता, जो PNG (Piped Natural Gas) का उपयोग करते हैं, उन्हें भी इस निर्णय से राहत मिलने की उम्मीद है। महानगरों और बड़े शहरों में बड़ी संख्या में लोग PNG का उपयोग खाना पकाने के लिए करते हैं। इस कीमत कटौती से उनका मासिक गैस बिल कम हो सकता है।
पर्यावरण के लिहाज से भी लाभदायक
CNG और PNG को पारंपरिक पेट्रोल-डीजल के मुकाबले कहीं ज्यादा स्वच्छ ऊर्जा माना जाता है। यदि इनकी कीमतें सस्ती होती हैं, तो अधिक लोग इन विकल्पों को अपनाएंगे, जिससे कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी और सरकार का ‘हरित ऊर्जा’ (Green Energy) लक्ष्य मजबूत होगा।
नीति निर्धारण में लचीलापन दिखा रही सरकार
सरकार द्वारा समय-समय पर एपीएम गैस की कीमतों में संशोधन यह संकेत देता है कि नीति निर्धारण अब ज्यादा लचीला और बाजार आधारित हो गया है। इससे न सिर्फ कंपनियों को फायदा होता है बल्कि आम उपभोक्ताओं को भी सीधा लाभ मिलता है।
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CNG और PNG गैस के दाम होंगे कम, APM गैस की कीमत में दो साल में पहली बार कटौती