नई दिल्ली: दूरसंचार विभाग (DoT) ने एक बार फिर फर्जी कॉल्स पर बड़ी कार्रवाई की है। DoT ने हाल ही में 1.77 करोड़ सिम कार्ड ब्लॉक किए हैं और पिछले 5 दिनों में करीब 7 करोड़ फर्जी कॉल्स पर भी रोक लगाई है। यह कदम देश के 122 करोड़ से अधिक टेलीकॉम यूजर्स को फर्जी कॉल्स और मैसेज से बचाने के लिए उठाया गया है।
फर्जी कॉल्स पर कसी जा रही है नकेल
दूरसंचार विभाग ने X (पहले ट्विटर) पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि अब रोजाना लगभग 1.35 करोड़ फर्जी कॉल्स ब्लॉक की जा रही हैं। इसके अलावा, फर्जी टेलीमार्केटिंग कॉल्स करने वाले 1.77 करोड़ मोबाइल नंबर भी बंद किए गए हैं। DoT और ट्राई (TRAI) ने इसके लिए एक नई पॉलिसी लागू की है, जो मार्केटिंग कॉल्स को ऑपरेटर स्तर पर ही ब्लॉक करने का प्रावधान देती है।
1.35 crore spoof calls blocked 🚫
— DoT India (@DoT_India) November 10, 2024
1.77 crore mobile numbers engaged in frauds, disconnected ❌
14-15 lakh mobile phones traced📱#SafeDigitalIndia pic.twitter.com/n3ERSfv5nw
14 से 15 लाख मोबाइल फोन भी ट्रेस किए गए
DoT के अनुसार, फर्जी कॉल्स में इस्तेमाल किए जाने वाले 14 से 15 लाख मोबाइल फोन भी ट्रेस किए गए हैं। इन फर्जी कॉल्स और फ्रॉड गतिविधियों को ट्रैक कर बंद करने की प्रक्रिया जारी है। DoT ने बताया कि यह तो बस शुरुआत है, आगे भी फर्जी कॉल्स और मैसेज पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
फाइनेंशियल फ्रॉड के लिए इस्तेमाल किए गए नंबर भी हुए ब्लॉक
फर्जी कॉल्स के अलावा, DoT ने फाइनेंशियल फ्रॉड में इस्तेमाल किए जाने वाले 1.77 करोड़ मोबाइल नंबर भी बंद कर दिए हैं। इसके साथ ही, चोरी हो चुके करीब 14 से 15 लाख मोबाइल नंबरों को भी बंद किया गया है।
नई पॉलिसी से फर्जी टेलीमार्केटिंग कॉल्स पर लगेगी रोक
TRAI ने पिछले महीने एक नई पॉलिसी लागू की है, जो फर्जी कॉल्स और टेलीमार्केटिंग मैसेज को नियंत्रित करने का प्रयास करती है। इस पॉलिसी के तहत, केवल व्हाइटलिस्टेड टेलीमार्केटिंग कॉल्स ही यूजर्स के पास पहुंच पाएंगी। इसके अलावा, किसी भी मैसेज में URL या APK लिंक पाए जाने पर उसे नेटवर्क स्तर पर ही ब्लॉक कर दिया जाएगा, जिससे फर्जी लिंक से बचा जा सके।
पहले भी हो चुकी है बड़ी कार्रवाई
DoT पहले भी फर्जी सिम कार्ड्स और कॉल्स को बंद करने के लिए कड़े कदम उठा चुका है। इस बार की तरह, DoT ने पहले भी लाखों फर्जी सिम्स को ब्लॉक किया था। नई पॉलिसी के तहत यूजर्स को केवल सुरक्षित और व्हाइटलिस्टेड कॉल्स ही मिलेंगी, जिससे फर्जी टेलीमार्केटिंग कॉल्स की समस्या पर काफी हद तक काबू पाया जा सकेगा।