नई दिल्ली: दीवाली के बाद देश की जनता को एक और महंगाई का झटका लगा है। शुक्रवार सुबह सरकारी तेल कंपनियों ने कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर के दामों में इजाफा कर दिया है। ताजा जानकारी के अनुसार, इन दामों में करीब 62 रुपये तक की वृद्धि की गई है और नए रेट आज से ही लागू हो गए हैं। घरेलू गैस सिलेंडर के दामों में फिलहाल कोई बदलाव नहीं किया गया है।
दिल्ली, मुंबई और अन्य शहरों में नए रेट
राजधानी दिल्ली में 19 किलोग्राम का कमर्शियल सिलेंडर अब 1802 रुपये में मिलेगा, जो पहले 1740 रुपये में उपलब्ध था। मुंबई में इसकी नई कीमत 1754 रुपये हो गई है, जो पहले 1692.50 रुपये थी। कोलकाता में यह सिलेंडर अब 1911.50 रुपये का हो गया है, जबकि चेन्नई में इसके दाम बढ़कर 1964 रुपये हो गए हैं। इस प्रकार सभी प्रमुख शहरों में कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिली है।
घरेलू गैस सिलेंडर के दाम स्थिर
तेल कंपनियों ने 14 किलोग्राम वाले घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में घरेलू गैस सिलेंडर का दाम 803 रुपये है, जो पहले की तरह ही है। मुंबई में यह सिलेंडर 802.50 रुपये में, कोलकाता में 829 रुपये में और चेन्नई में 818.50 रुपये में बिक रहा है। वहीं, उज्जवला योजना के लाभार्थियों के लिए यह सिलेंडर 603 रुपये में उपलब्ध है। इसके अलावा, सरकार ने अगस्त में घरेलू गैस सिलेंडर के दामों में 100 रुपये की कटौती की थी।
उज्जवला योजना के लाभार्थियों को दीवाली पर राहत
दीवाली के मौके पर कई राज्यों ने उज्जवला योजना के लाभार्थियों को मुफ्त गैस सिलेंडर देने की घोषणा की थी, जिससे गरीब परिवारों को राहत मिली। हालांकि, कमर्शियल सिलेंडर की बढ़ती कीमतें छोटे व्यवसायों और होटलों पर असर डाल सकती हैं।
सितंबर और अगस्त में क्या थे सिलेंडर के दाम?
सितंबर के महीने में दिल्ली में 19 किलोग्राम का कमर्शियल सिलेंडर 1691 रुपये में मिल रहा था, जबकि कोलकाता में इसकी कीमत 1802 रुपये थी। मुंबई में यह सिलेंडर 1644 रुपये और चेन्नई में 1855 रुपये में बिकता था। अगस्त में दिल्ली में यह सिलेंडर 1652.50 रुपये, कोलकाता में 1764.50 रुपये, मुंबई में 1605 रुपये और चेन्नई में 1817 रुपये में मिल रहा था। इस प्रकार पिछले कुछ महीनों में भी सिलेंडर की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है।
महंगाई पर जनता की प्रतिक्रिया
कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की बढ़ती कीमतों से रेस्तरां, होटलों और अन्य छोटे व्यवसायों पर असर पड़ने की संभावना है। दीवाली के बाद यह महंगाई का नया झटका जनता के लिए चिंताजनक है, जबकि सरकार का कहना है कि उज्जवला योजना के तहत गरीबों को राहत देने की हर संभव कोशिश की जा रही है।