नई दिल्ली: 2024 IND vs NZ टेस्ट सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड ने भारत को पुणे में 113 रनों से हराकर एक ऐतिहासिक जीत हासिल की। यह भारत की घरेलू धरती पर 12 साल बाद पहली टेस्ट हार है, जो भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। इससे पहले, भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ बेंगलुरु में भी हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस बार हार का यह अंतर और भी अधिक था। इस हार ने भारतीय टीम के आत्मविश्वास को प्रभावित किया है, क्योंकि वे पिछले कई वर्षों से घरेलू क्रिकेट में अभेद्य रहे हैं।
सैंटनर की घातक गेंदबाजी
बाएं हाथ के स्पिनर मिचेल सैंटनर ने इस मैच में शानदार गेंदबाजी करते हुए 106 रन पर 6 विकेट लिए, जो न्यूजीलैंड की जीत का मुख्य कारण बना। न्यूजीलैंड ने भारत को 359 रनों का लक्ष्य दिया, लेकिन भारतीय टीम 60.2 ओवर में 245 रन पर ही सिमट गई। पहले सत्र में भारत ने एक विकेट के नुकसान पर 81 रन बनाए थे, जिससे ऐसा लग रहा था कि वे जीत की दिशा में बढ़ रहे हैं। लेकिन दूसरे सत्र में सैंटनर की घातक गेंदबाजी ने मैच का समीकरण बदल दिया। भारतीय बल्लेबाजों ने सैंटनर के सामने बेबस होकर अपना विकेट गंवाए, जिससे न्यूजीलैंड ने अपनी स्थिति मजबूत की और अंततः मैच जीत लिया।
12 साल बाद घरेलू हार
भारत ने फरवरी 2013 के बाद से लगातार 4331 दिन तक घर पर कोई टेस्ट सीरीज नहीं हारी थी। इस दौरान भारत ने लगातार 18 टेस्ट सीरीज जीतीं और कई रिकॉर्ड बनाए। लेकिन इस हार ने भारतीय क्रिकेट की इतिहास में एक नया अध्याय लिखा। भारत ने इन 12 सालों में 53 टेस्ट मैच खेले, जिसमें से उसे 42 में जीत मिली, जबकि केवल चार मैचों में हार का सामना करना पड़ा। यह हार केवल एक मैच नहीं बल्कि उस आत्मविश्वास को भी चुनौती देती है, जो भारतीय क्रिकेट को पिछले एक दशक से मिला हुआ था।
इस साल की तीसरी हार
1983 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब भारत एक कैलेंडर वर्ष में तीन टेस्ट घरेलू धरती पर हारा है। इस वर्ष भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट और इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट में हार का सामना किया। यह हार भारतीय टीम के लिए चिंता का विषय बन गई है, क्योंकि इससे उनकी घरेलू श्रेष्ठता को भी चुनौती मिली है। जब भारतीय टीम के पास अपने मैदान पर जीत की लगातार परंपरा थी, तब इस प्रकार की हार ने खिलाड़ियों और प्रशंसकों के बीच निराशा का माहौल पैदा किया है।
रोहित शर्मा का शर्मनाक रिकॉर्ड
कप्तान रोहित शर्मा की यह चौथी टेस्ट हार है। उन्होंने 15 टेस्ट खेले हैं, जिनमें से चार में हार का सामना करना पड़ा। यह आंकड़े रोहित के लिए चिंता का विषय हैं, क्योंकि वह अपने नेतृत्व में टीम के प्रदर्शन को बेहतर बनाने का प्रयास कर रहे हैं। भारत में, एमएके पटौदी की कप्तानी में सबसे अधिक टेस्ट हारने का रिकॉर्ड है, और रोहित इस लिस्ट में दूसरे स्थान पर हैं। उनकी कप्तानी में टीम को ऐसी परिस्थितियों का सामना करने की आवश्यकता है, जो उन्हें आगे बढ़ने में मदद कर सकें।
सैंटनर के रिकॉर्ड
मिचेल सैंटनर ने इस मैच में 157 रन देकर 13 विकेट लिए, जो भारत के खिलाफ किसी भी गेंदबाज का तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। यह आंकड़ा न्यूजीलैंड के किसी गेंदबाज के लिए भी महत्वपूर्ण है, और सैंटनर ने साबित किया कि वे टेस्ट क्रिकेट में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं। उनके इस प्रदर्शन ने न केवल उन्हें व्यक्तिगत स्तर पर बल्कि टीम को भी एक नई दिशा दी, जिससे न्यूजीलैंड की जीत को और अधिक महत्त्वपूर्ण बना दिया।
भारत में टेस्ट सीरीज जीतने वाली टीमें
इंग्लैंड ने भारत में सबसे अधिक बार टेस्ट सीरीज जीती है, आखिरी बार 2012-2013 में। इसके अलावा, वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया ने भी भारत में टेस्ट सीरीज जीतने का गौरव हासिल किया है। न्यूजीलैंड ने अब पहली बार भारत में टेस्ट सीरीज जीतकर एक नई उपलब्धि हासिल की है, जो दर्शाता है कि क्रिकेट में कुछ भी संभव है। इस जीत ने भारतीय क्रिकेट को एक नई चुनौती दी है, जिसे भविष्य में टीम को संभालना होगा।