CM Rekha Gupta ने खोले काम के पिटारे, 100 दिन पूरे हो गए यमुना से आरोग्य मंदिर तक पर दी सफाई

दिल्ली में नई सरकार को बने 100 दिन पूरे हो गए हैं। इस मौके पर राज्य सरकार की मंत्री रेखा गुप्ता ने एक इंटरव्यू में विभिन्न योजनाओं, उपलब्धियों और विपक्ष के आरोपों पर खुलकर बात की। यमुना सफाई अभियान से लेकर आरोग्य मंदिर योजना और महिला समृद्धि योजना तक, CM Rekha Gupta ने सरकार की सोच, नीति और कार्यों को बेबाक अंदाज में सामने रखा।
यमुना सफाई के लिए गंभीर प्रयास, 100 दिनों में बना विस्तृत प्रपोजल

रेखा गुप्ता ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि “मां यमुना जिसे बुलाती है वही आ पाता है।” इस बयान से उन्होंने परोक्ष रूप से दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने यमुना के लिए केवल घोषणाएं कीं लेकिन जमीन पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए।
वर्तमान सरकार ने अपने 100 दिन पूरे होने से पहले ही एक ठोस रोडमैप तैयार कर लिया है। उन्होंने बताया:

- 22 बड़े नालों की पहचान की गई है, जिनका गंदा पानी सीधे यमुना में जाता है।
- 1700 अनधिकृत कॉलोनियों में सीवर की समस्या को चिह्नित किया गया है।
- 4000 करोड़ रुपये की लागत से 40 डीसेंट्रलाइज्ड एसटीपी बनाए जा रहे हैं।
- योजना के अनुसार, यमुना में गंदा पानी नहीं जाएगा, पूरी सीवर लाइन बिछाई जाएगी और फिर शुद्ध पानी यमुना में छोड़ा जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि सफाई का रास्ता लंबा हो सकता है लेकिन दिशा अब स्पष्ट है।
क्या ‘आरोग्य मंदिर’ सिर्फ नाम बदलकर ‘मोहल्ला क्लीनिक’ है?

विपक्ष लगातार यह आरोप लगा रहा है कि आरोग्य मंदिर असल में मोहल्ला क्लीनिक का नया नाम है, लेकिन रेखा गुप्ता ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने बताया कि मोहल्ला क्लीनिक केवल एक अस्थायी पोर्टा केबिन था, जिसमें सीमित दवाइयां और टेम्परेरी डॉक्टर हुआ करते थे।
“वह सिस्टम भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया था।” उन्होंने कहा।
आरोग्य मंदिर एक व्यापक और स्थायी स्वास्थ्य केंद्र होगा जिसमें:
- रेगुलर डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ और स्वीपर रहेंगे।
- वैक्सीनेशन, ड्रेसिंग और जरूरी दवाइयों की सुविधा होगी।
- सिर्फ इलाज नहीं बल्कि प्रिवेंटिव हेल्थ केयर पर जोर दिया जाएगा।
रेखा गुप्ता ने आगे बताया कि ऐसे 1100 आरोग्य मंदिर बनाए जाएंगे, जिससे दिल्ली की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूती मिलेगी।

महिला समृद्धि योजना पर आरोपों का जवाब
जब महिला समृद्धि योजना को लेकर विपक्ष ने सवाल उठाए कि सरकार ने केवल वादे किए हैं, अमल नहीं किया, तो रेखा गुप्ता ने इसका जवाब ठोस तथ्यों के साथ दिया।
उन्होंने कहा कि इस योजना के लिए 5100 करोड़ रुपये का फंड रखा गया है और यह योजना सरकार की प्राथमिकता में है।
- पात्र महिलाओं की पहचान और स्क्रूटनी का काम जारी है।
- रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया चल रही है ताकि कोई भी योग्य महिला योजना से वंचित न रह जाए।
- एक बार यह योजना शुरू हो गई, तो बिना रुकावट के चलेगी।
रेखा गुप्ता ने कहा कि यह योजना सिर्फ एक राजनीतिक घोषणा नहीं है, बल्कि एक सामाजिक बदलाव की दिशा में ठोस कदम है।
प्रदूषण नियंत्रण के लिए इस बार सरकार की पूरी तैयारी
दिल्ली की वायु गुणवत्ता हमेशा चिंता का विषय रही है, खासकर सर्दियों के मौसम में। रेखा गुप्ता ने इस विषय पर भी विस्तार से बात की और बताया कि इस बार सरकार ने प्रदूषण को न्यूनतम स्तर तक लाने के लिए विशेष रणनीति बनाई है।
उन्होंने कहा:
- सड़कों की धूल नियंत्रण के लिए मैकेनाइज्ड स्वीपिंग मशीन और पानी का छिड़काव नियमित रूप से होगा।
- कंस्ट्रक्शन साइट्स पर डस्ट कंट्रोल गाइडलाइंस को सख्ती से लागू किया जाएगा।
- ग्रीन जोन बढ़ाने और वृक्षारोपण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
- फसल जलाने से जुड़े मामलों को लेकर पड़ोसी राज्यों के साथ समन्वय बनाकर चल रहे हैं।
उन्होंने भरोसा जताया कि इस बार पिछली बार जैसी स्थिति नहीं बनने दी जाएगी।
विपक्ष के आरोपों को बताया राजनैतिक स्टंट
पूरे इंटरव्यू के दौरान रेखा गुप्ता ने विपक्ष के हर आरोप का तथ्यों और योजनाओं के साथ जवाब दिया। उन्होंने कहा कि “विपक्ष का काम केवल विरोध करना है, लेकिन जनता अब समझ चुकी है कि कौन काम कर रहा है और कौन सिर्फ बयानबाजी कर रहा है।”
रेखा गुप्ता का यह इंटरव्यू दर्शाता है कि सरकार ने 100 दिनों में केवल शुरुआत ही नहीं की, बल्कि योजनाओं को जमीन पर उतारने की दिशा में भी मजबूती से कदम बढ़ाए हैं।
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