नई दिल्ली: साइबर क्राइम आज देश और दुनिया में सबसे बड़ा संगठित अपराध बन चुका है। दिल्ली में इसका प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है। दिल्ली पुलिस की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में जून तक साइबर अपराधियों ने दिल्लीवासियों से 452 करोड़ रुपये की ठगी की। यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में काफी अधिक है, जब 6 महीने में 175 करोड़ रुपये की ठगी हुई थी।
सरकार ने साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए कई कदम उठाए हैं। लेकिन साइबर ठग लगातार नए-नए तरीकों से लोगों को निशाना बना रहे हैं।
दिल्ली में साइबर ठगी की बड़ी घटनाएं
19 नवंबर 2024: अंतरराष्ट्रीय ठग गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने 100 करोड़ रुपये की ठगी के आरोप में एक चाइनीज नागरिक को गिरफ्तार किया। वह व्हाट्सएप ग्रुप्स के जरिए ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग के नाम पर ठगी करता था।
15 नवंबर 2024: रोहिणी में 10 करोड़ की ठगी
एक सेवानिवृत्त इंजीनियर को उनके घर में 8 घंटे तक ‘डिजिटल अरेस्ट’ का शिकार बनाया गया और 10 करोड़ रुपये की ठगी की गई।
जून 2024: 12 घंटे का डिजिटल अरेस्ट ड्रामा
दिल्ली के सीआर पार्क इलाके में एक बुजुर्ग महिला को फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर डराया गया और 83 लाख रुपये ठग लिए गए।
24 मई 2024: निवेश के नाम पर 23 लाख की ठगी
दिल्ली पुलिस ने शेयर बाजार में निवेश के बहाने 23.30 लाख रुपये की ठगी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया।
साइबर ठगी कैसे की जाती है?
साइबर अपराधी लोगों को डिजिटल माध्यमों से निशाना बनाते हैं। इनमें ऑनलाइन धोखाधड़ी, इंटरनेट बैंकिंग से ठगी, सोशल मीडिया पर ठगी, और वायरस के जरिए डेटा चुराना शामिल है। हाल के दिनों में ‘डिजिटल अरेस्ट’ जैसे नए तरीकों ने लोगों को चौंका दिया है।
डिजिटल अरेस्ट: एक नया खतरा
डिजिटल अरेस्ट के मामलों में अपराधी फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर वीडियो कॉल के जरिए संपर्क करते हैं। वे आधार कार्ड, सिम कार्ड, या बैंक अकाउंट के गैरकानूनी इस्तेमाल का आरोप लगाकर गिरफ्तारी का डर दिखाते हैं। इस डर से लोग उन्हें बड़ी रकम ट्रांसफर कर देते हैं।
डेटिंग ऐप्स पर ठगी
डेटिंग ऐप्स पर भी ठगी के मामले सामने आए हैं। हाल ही में लक्ष्मी नगर के एक रेस्टोरेंट में डेटिंग ऐप के जरिए बुलाकर एक व्यक्ति से 1.5 लाख रुपये ठगे गए।
साइबर ठगों की नई रणनीतियां
जांच एजेंसियों से बचने के लिए साइबर ठग अब डिजिटल वॉलेट और एटीएम का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस वजह से उनके पैसे के स्रोत का पता लगाना मुश्किल हो जाता है।
साइबर क्राइम से बचने के उपाय
- फर्जी कॉल्स पर विश्वास न करें।
- कोई भी निजी जानकारी किसी से साझा न करें।
- साइबर क्राइम की शिकायत के लिए 1930 नेशनल साइबरक्राइम हेल्पलाइन पर कॉल करें।
- सोशल मीडिया पर @CyberDost को टैग कर शिकायत दर्ज करें।
दिल्ली में बढ़ते मामलों का डेटा
2024 में जून तक दिल्ली में 61,525 साइबर क्राइम की शिकायतें दर्ज की गईं। इनमें डिजिटल अरेस्ट, निवेश धोखाधड़ी, क्रिप्टोकरेंसी घोटाले, और डेटा चोरी जैसे मामले शामिल थे।