Delhi एयरपोर्ट का रनवे 3 महीने के लिए बंद, 100 से अधिक फ्लाइट्स होंगी प्रभावित
Delhi इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI) के यात्रियों के लिए आगामी तीन महीने कुछ मुश्किल भरे हो सकते हैं। दिल्ली एयरपोर्ट का रनवे 10/28 15 जून से 15 सितंबर तक बंद रहेगा। यह फैसला रनवे के अपग्रेडेशन के लिए लिया गया है ताकि कोहरे वाले मौसम में फ्लाइट ऑपरेशन बेहतर हो सके।

रनवे 10/28 क्यों हो रहा है बंद?
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के सीईओ, विदेह कुमार जयपुरियार ने बताया कि रनवे 10/28 को तीन महीने के लिए बंद किया जाएगा। इस दौरान रनवे पर कैट थ्री बी (CAT III B) उपकरण और इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) का नया सिस्टम इंस्टॉल किया जाएगा।
जयपुरियार ने बताया, “रनवे के एक हिस्से को भी कैट 3 के अनुरूप बनाया जाएगा, जो वर्तमान में कोहरे के मौसम में फ्लाइट ऑपरेशन के लिए सक्षम नहीं था। इससे भविष्य में कोहरे के कारण फ्लाइट डिले और कैंसिलेशन की समस्या कम होगी।”
फ्लाइट परिचालन पर पड़ेगा क्या असर?
दिल्ली एयरपोर्ट पर कुल चार रनवे हैं, जिसमें से 10/28 बंद रहेगा, जबकि बाकी तीन रनवे परिचालन जारी रखेंगे। हालांकि, एक रनवे बंद होने के कारण फ्लाइट ऑपरेशन पर असर अवश्य पड़ेगा।
जयपुरियार के मुताबिक, रनवे बंद रहने के दौरान एयरपोर्ट की आगमन क्षमता प्रति घंटे 42 से घटकर 32 उड़ानें रह जाएगी। इसका प्रभाव मुंबई, पटना जैसे बड़े शहरों से आने-जाने वाली फ्लाइट्स पर भी दिखेगा।
रोजाना 1450 विमान दिल्ली एयरपोर्ट से उड़ान भरते हैं। रनवे बंद होने के कारण करीब 114 फ्लाइट्स प्रतिदिन कैंसिल रहेंगी और लगभग 43 फ्लाइट्स को रीशेड्यूल किया जाएगा।
यात्रियों की सुविधा का रखा गया है विशेष ध्यान
दिल्ली एयरपोर्ट की प्रबंधन टीम ने यह सुनिश्चित किया है कि इस अपग्रेडेशन के दौरान यात्रियों को कम से कम असुविधा हो। इसीलिए काम की शुरुआत पीक टाइम से पहले की गई है ताकि यात्रियों की संख्या कम रहे।
सीईओ जयपुरियार ने बताया कि एयरलाइंस, डीजीसीए, एटीसी और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के साथ कई दौर की चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया है। यात्रियों को भी पहले से सूचित कर दिया गया है ताकि वे अपनी यात्रा की योजना बना सकें।
कोहरे में बेहतर फ्लाइट संचालन के लिए अपग्रेडेशन
उत्तर भारत में सर्दियों के दौरान कोहरा बहुत घना हो जाता है, जिससे एयरपोर्ट पर फ्लाइट ऑपरेशन प्रभावित होते हैं।
रनवे 10/28 के CAT 3B उपकरण और ILS सिस्टम के अपग्रेड के बाद यह रनवे दोनों सिरों से कम दृश्यता में उड़ान संचालन को संभाल सकेगा। इससे कोहरे के मौसम में उड़ानों की रिकवरी बेहतर होगी और फ्लाइट डिले कम होंगे।
जयपुरियार ने बताया कि अपग्रेडेशन पूरा होने के बाद पूर्वी हवा के दौरान कोहरे से निपटने का समय छह घंटे से घटकर तीन घंटे हो जाएगा। यह बड़ी राहत होगी।
अपग्रेडेशन का पिछला अनुभव और आगे की योजना
रनवे के अपग्रेडेशन का काम अप्रैल में शुरू हुआ था, लेकिन उस दौरान विमानों पर ज्यादा असर पड़ा। इसके बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय के निर्देश पर काम को रोक दिया गया था।
अब 15 जून से फिर से अपग्रेडेशन का काम शुरू होगा और इसे 27 नवंबर तक पूरा किया जाएगा। इस दौरान यात्रियों को धैर्य रखने की सलाह दी गई है।
दिल्ली एयरपोर्ट के इस महत्वपूर्ण फैसले से यात्रियों को पहले से जानकारी लेकर अपनी यात्रा योजनाएं बनानी चाहिए। रनवे अपग्रेडेशन से भविष्य में बेहतर और सुरक्षित उड़ान परिचालन सुनिश्चित होगा।
दिल्ली एयरपोर्ट का रनवे तीन महीने रहेगा बंद, 100 से ज्यादा फ्लाइट्स पर पड़ेगा असर
दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI) से उड़ान भरने वाले यात्रियों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। एयरपोर्ट प्रबंधन ने जानकारी दी है कि रनवे 10/28 को अपग्रेडेशन कार्य के चलते 15 जून से 15 सितंबर 2025 तक पूरी तरह बंद रखा जाएगा। इस फैसले का असर करीब 100 से ज्यादा फ्लाइट्स पर रोजाना पड़ेगा, जिससे हवाई यात्रियों को यात्रा की योजना बनाने में अतिरिक्त सतर्कता बरतनी होगी।
रनवे को क्यों किया जा रहा है बंद?
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) के सीईओ विदेह कुमार जयपुरियार ने बताया कि रनवे 10/28 को तकनीकी रूप से उन्नत बनाने के लिए इसे तीन महीने के लिए बंद करना आवश्यक हो गया है।
रनवे पर CAT-III B उपकरण और नई ILS (Instrument Landing System) टेक्नोलॉजी इंस्टॉल की जाएगी, जिससे एयरपोर्ट की कम दृश्यता यानी घने कोहरे के समय में भी विमान आसानी से उतर और उड़ान भर सकें।
जयपुरियार के अनुसार, “हम रनवे के उस हिस्से को भी अपग्रेड कर रहे हैं जो पहले CAT III मानकों पर खरा नहीं उतरता था। अब यह पूरा रनवे CAT III के अनुसार बन जाएगा, जिससे खासकर सर्दियों के मौसम में परिचालन ज्यादा सुरक्षित और समयबद्ध हो सकेगा।”
कितनी उड़ानों पर पड़ेगा असर?
दिल्ली एयरपोर्ट देश का सबसे व्यस्ततम एयरपोर्ट है, जहां हर दिन लगभग 1450 फ्लाइट्स का संचालन होता है। रनवे 10/28 बंद होने के चलते, जयपुरियार ने बताया कि:
- रोजाना करीब 114 फ्लाइट्स कैंसिल की जाएंगी, जिनमें आने और जाने वाली दोनों उड़ानें शामिल हैं।
- लगभग 43 फ्लाइट्स को रीशेड्यूल किया जाएगा।
- रनवे बंद होने से प्रति घंटे की आगमन क्षमता 42 से घटकर 32 उड़ानें रह जाएगी।
इसका सबसे अधिक प्रभाव मुंबई, पटना और लखनऊ जैसे बड़े शहरों की उड़ानों पर देखने को मिल सकता है।
यात्रियों के लिए पहले से दी जा रही है जानकारी
DIAL की तरफ से यह भी स्पष्ट किया गया है कि यात्रियों की सुविधा को देखते हुए यह काम पीक ट्रैवल सीजन के बाहर किया जा रहा है। जून से सितंबर के बीच यात्रियों की संख्या तुलनात्मक रूप से कम रहती है, जिससे यात्री असुविधा को कम किया जा सकेगा।
यात्रियों को प्रभावित उड़ानों की जानकारी SMS, ईमेल और एयरलाइंस ऐप्स के माध्यम से पहले ही भेजी जा रही है, जिससे वे अपने शेड्यूल के अनुसार बदलाव कर सकें।
एयरपोर्ट और एयरलाइंस ने मिलकर बनाई रणनीति

यह फैसला सिर्फ एयरपोर्ट अथॉरिटी ने अकेले नहीं लिया, बल्कि इसमें एयरलाइंस, DGCA, ATC और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के साथ कई बैठकें हुईं। इन बैठकों में तय किया गया कि किस तरह यात्रियों को कम से कम परेशानी हो और एयर ट्रैफिक को प्रभावी रूप से नियंत्रित किया जा सके।
कोहरे में फ्लाइट्स की देरी होगी कम
दिल्ली में सर्दियों में कोहरे के कारण हवाई यातायात अक्सर बाधित होता है। वर्तमान में केवल कुछ ही रनवे CAT III तकनीक से लैस हैं। रनवे 10/28 के अपग्रेडेशन के बाद:
- यह रनवे दोनों सिरों से कम दृश्यता (Low Visibility Operation) को संभाल सकेगा।
- कोहरे के कारण उड़ानों में देरी की अवधि छह घंटे से घटकर तीन घंटे हो जाएगी।
इससे एयरपोर्ट की कुल परिचालन क्षमता में भी इजाफा होगा और यात्री समय पर गंतव्य पर पहुंच सकेंगे।
पहले भी हुआ था कार्य आरंभ, लेकिन रोका गया
दिल्ली एयरपोर्ट ने पहले अप्रैल 2025 में ही इस रनवे के अपग्रेडेशन का काम शुरू किया था, लेकिन तब इससे फ्लाइट्स पर अत्यधिक असर पड़ा। इस पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने हस्तक्षेप किया और काम को रोकने का निर्देश दिया।
अब पूरे योजना और पूर्व सूचना के साथ 15 जून से यह कार्य दोबारा शुरू होगा, और 90 दिनों के भीतर इसे पूरा करने का लक्ष्य है।
जयपुरियार ने भरोसा जताया कि 27 नवंबर 2025 तक यह रनवे CAT-III B मानकों के अनुरूप पूरी तरह तैयार हो जाएगा।
यात्रियों के लिए सलाह
- अपनी यात्रा से पहले एयरलाइंस से कंफर्मेशन जरूर लें।
- एयरपोर्ट पर समय से पहुंचें, ताकि कोई बदलाव हो तो संभाला जा सके।
- वैकल्पिक उड़ानों के विकल्प के बारे में पहले से जानकारी जुटा लें।