दिल्ली के रिंग रोड स्थित मोनेस्ट्री मार्केट के पास सोमवार रात एक अनियंत्रित डीटीसी बस ने पुलिस कांस्टेबल समेत दो लोगों को कुचल दिया, जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद बस डिवाइडर से टकरा गई। ड्राइवर विनोद कुमार (57), जो गाजीपुर का निवासी है, को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। हादसे के वक्त बस में डीटीसी का एक ड्यूटी ऑफिसर मौजूद था, लेकिन कोई अन्य यात्री नहीं था।
पहले भी हो चुकी हैं दुर्घटनाएं
यह पहली बार नहीं है जब डीटीसी की बसों की तेज रफ्तार और अनियंत्रित चाल से हादसे हुए हैं। 28 अक्टूबर को भी दिल्ली के विकासपुरी इलाके में एक इलेक्ट्रिक डीटीसी बस ने कई कारों को टक्कर मार दी थी, जिससे पांच से अधिक वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे और एक राहगीर घायल हो गया था। उस घटना के बाद भी कई घंटे तक इलाके में जाम लगा रहा।
कैसे हुआ हादसा
पुलिस के मुताबिक, श्रीनिवास पुरी डिपो की इस सीएनजी बस ने घटना से पहले कश्मीरी गेट इलाके में एक रिक्शा चालक को टक्कर मारी थी। रिक्शा चालक घायल हो गया था, और डीटीसी के ड्यूटी ऑफिसर ने मौके पर समझौता करवा दिया था। उसी रात बाद में रिंग रोड पर मोनेस्ट्री मार्केट के पास बस अनियंत्रित होकर डिवाइडर पर चढ़ गई, जिसमें सिपाही और एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई।
क्या सीएनजी बसें हैं फिट?
डीटीसी के अधिकारियों ने बताया कि अनफिट गाड़ियाँ नहीं चलाई जाती हैं, लेकिन पुरानी सीएनजी बसों के कारण हादसों का खतरा बढ़ गया है। अधिकारियों के अनुसार, डीटीसी बसें धीरे-धीरे पुरानी हो रही हैं, और उन्हें इलेक्ट्रिक बसों से बदला जा रहा है। बावजूद इसके, ये बसें सड़कों पर चलते हुए कहीं भी खराब हो सकती हैं, जो यात्रियों और राहगीरों के लिए खतरा साबित हो रही हैं।
जांच जारी, होगी सख्त कार्रवाई
डीटीसी के प्रवक्ता राकेश कुमार ने बताया कि हादसे की जांच के लिए एक टीम गठित की गई है। जांच के बाद चालक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।