7 Husbands Murder सात शादियां, सात कत्ल और एक ही औरत – प्रियंका चोपड़ा का डार्क अवतार

सस्पेंस और साइकोलॉजिकल थ्रिल का कॉकटेल
बॉलीवुड में लव स्टोरीज़, मसालेदार ड्रामा और रोमांस तो अक्सर देखा गया है, लेकिन अगर कोई फिल्म एक महिला द्वारा अपने सात पतियों को मारने की कहानी दिखाए, तो आप उसे क्या कहेंगे? जी हां, हम बात कर रहे हैं विशाल भारद्वाज की चर्चित फिल्म ‘सात खून माफ’ की, जिसमें प्रियंका चोपड़ा ने वो किरदार निभाया है जिसे आप जिंदगी भर भूल नहीं पाएंगे।
इस फिल्म को हाल ही में एक बार फिर से ओटीटी पर स्ट्रीम किया गया है, और इसकी कहानी आज भी उतनी ही थ्रिलिंग और चौंकाने वाली लगती है, जितनी 2011 में पहली बार थी।
फिल्म की मूल कहानी – रस्किन बॉन्ड की कहानी पर आधारित
‘सात खून माफ’ की कहानी मशहूर लेखक रस्किन बॉन्ड की शॉर्ट स्टोरी “Susanna’s Seven Husbands” पर आधारित है। फिल्म की मुख्य किरदार सुज़ाना एना मैरी जोहनेस (प्रियंका चोपड़ा) है, जो अपने सात पतियों की हत्या कर देती है। इन सभी मर्डर्स के पीछे अलग-अलग कारण होते हैं, जो फिल्म को बार-बार मोड़ देते हैं।
एक-एक कर मरते हैं सुजाना के पति
- नील नितिन मुकेश – एक कंट्रोलिंग आर्मी अफसर
- जॉन अब्राहम – नशे का शिकार रॉकस्टार
- इरफान खान – शायर और बीमार मानसिकता का पति
- अनु कपूर – भ्रष्ट पुलिस अफसर
- नसीरुद्दीन शाह – फेक साधु
- विवान शाह – सुज़ाना का नौकर, जो प्यार में धोखा खाता है
- रशियन स्पाई – जिससे सुज़ाना को असली प्यार की झलक मिलती है
हर पति सुज़ाना की जिंदगी में एक नया ज़ख्म लेकर आता है। वह बार-बार प्यार की तलाश करती है, लेकिन हर बार उसे धोखा मिलता है।
सुज़ाना के चेहरे पर नहीं दिखती कोई शिकन
सबसे डरावनी बात यह है कि एक के बाद एक हत्याओं के बावजूद सुज़ाना के चेहरे पर कोई अफसोस या पछतावा नहीं होता। यह फिल्म साइकोलॉजिकल थ्रिल के साथ एक महिला की जटिल मानसिकता और उसकी तड़प को दिखाने का प्रयास करती है।
प्रियंका चोपड़ा का बेहतरीन अभिनय
इस फिल्म में प्रियंका चोपड़ा का अभिनय करियर की बेस्ट परफॉर्मेंस में से एक माना जाता है। उन्होंने एक ऐसी महिला का किरदार निभाया है जो खूबसूरत, रहस्यमयी, क्रूर और दर्द से भरी है।
हर सीन में प्रियंका का एक्सप्रेशन, बॉडी लैंग्वेज और डायलॉग डिलीवरी इतना मजबूत है कि दर्शक पूरी तरह से जुड़ जाते हैं। खासकर, हर शादी के बाद उनके किरदार में जो बदलाव आता है, वो देखने लायक है।
फिल्म की कमाई और आलोचना
- बजट: ₹15 करोड़
- बॉक्स ऑफिस कलेक्शन: ₹33 करोड़ से ज्यादा
- फिल्म को कई क्रिटिक्स ने “dark but brilliant” बताया था, हालांकि कुछ दर्शकों को इसकी धीमी गति और डार्क टोन पसंद नहीं आई। फिर भी, यह फिल्म कल्ट क्लासिक बन गई।
क्यों देखनी चाहिए ‘सात खून माफ’ आज के दौर में?
- यूनिक कहानी: एक महिला द्वारा सात पतियों की हत्या – बॉलीवुड में ऐसा प्लॉट बहुत कम देखने को मिलता है।
- प्रियंका की परफॉर्मेंस: हर लेयर में बदला हुआ किरदार, अभिनय की क्लास है।
- म्यूजिक और विजुअल्स: गुलजार के लिखे गाने और विशाल भारद्वाज की म्यूजिक डायरेक्शन इस फिल्म को भावनात्मक भी बनाती है।
- साइकोलॉजिकल इनसाइट: यह फिल्म दिखाती है कि प्यार की चाहत इंसान को किस हद तक ले जा सकती है।
क्या यह फिल्म सच्ची घटना से प्रेरित है?
हाल ही में मेघालय में सोनम द्वारा पति राजा रघुवंशी की हत्या का मामला सामने आया था, जिसने इस फिल्म की कहानी से एक अजीब समानता पैदा कर दी। हालांकि फिल्म की कहानी पूरी तरह काल्पनिक है और रस्किन बॉन्ड की फिक्शनल कहानी पर आधारित है, लेकिन इस तरह के असल हादसे अक्सर दर्शकों को इस फिल्म से जोड़ देते हैं।
कहां देखें ‘सात खून माफ’?
यह फिल्म Netflix और Amazon Prime Video पर उपलब्ध है। अगर आपने अब तक इसे नहीं देखा, तो यह थ्रिलर फिल्म आपके वीकेंड बिंज वॉच की लिस्ट में जरूर होनी चाहिए