Aamir Khan :125 करोड़ ठुकराए लेकिन सिनेमाघरों से नाता नहीं तोड़ा: आमिर खान का बड़ा फैसला
बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान एक बार फिर चर्चा में हैं, लेकिन इस बार उनकी किसी फिल्म की कहानी नहीं, बल्कि उनके एक फैसले ने सबका ध्यान खींचा है। आमिर खान ने अपनी अपकमिंग फिल्म ‘सितारे जमीं पर’ को ओटीटी पर रिलीज करने से साफ इनकार कर दिया है, और इसके लिए उन्होंने 125 करोड़ रुपये की मोटी रकम का ऑफर भी ठुकरा दिया है।
देश के सबसे चर्चित टीवी शो ‘आप की अदालत’ में इंडिया टीवी के चेयरमैन और सीनियर पत्रकार रजत शर्मा के सवालों का जवाब देते हुए आमिर ने फिल्म रिलीज को लेकर अपनी सोच और सिद्धांतों को खुलकर सामने रखा।
ओटीटी का मोटा ऑफर लेकिन आमिर खान का ‘ना’
आमिर खान ने बताया कि उन्हें ओटीटी प्लेटफॉर्म्स की ओर से 60 करोड़ और 125 करोड़ रुपये तक के ऑफर मिले थे। लेकिन उन्होंने इन सभी ऑफर्स को ठुकरा दिया। उन्होंने कहा,
“मैं ओटीटी के खिलाफ नहीं हूं लेकिन थियेटर से बेवफाई नहीं कर सकता। आज मैं जहां हूं, वहां तक मुझे सिनेमाघरों ने पहुंचाया है।”
उनका मानना है कि ओटीटी पर फिल्मों की जल्दी रिलीज से दर्शकों में सिनेमाघर जाकर फिल्म देखने की आदत खत्म हो रही है और यह पूरी इंडस्ट्री के लिए खतरे की घंटी है।
“हमने खुद अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारी है”
आमिर ने एक गिलास का उदाहरण देते हुए समझाया कि कैसे ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के कारण सिनेमाघरों का महत्व घटता जा रहा है।
“अगर मैं आपसे कहूं कि ये गिलास मुझसे खरीद लीजिए, लेकिन अगर आप नहीं खरीदेंगे तो 8 हफ्तों बाद मैं इसे आपके घर पहुंचा दूंगा, तो क्या आप खरीदेंगे? नहीं न! फिल्म इंडस्ट्री में भी यही हो रहा है। लोग सोचते हैं कि फिल्म घर आ ही जाएगी, तो थिएटर क्यों जाएं?”
उनका मानना है कि ये आदत फिल्म देखने की संस्कृति को खत्म कर रही है और थिएटर कल्चर के लिए खतरनाक है।
थिएटर का है अपना जादू: आमिर का इमोशनल कनेक्शन
आमिर खान ने थियेटर के अनुभव को लेकर भी अपनी भावनाएं साझा कीं। उन्होंने कहा,
“थिएटर में फिल्म देखना एक सामूहिक अनुभव होता है। जब 300-400 लोग अंधेरे हॉल में एक साथ बैठकर हंसते हैं, रोते हैं या फिल्म को पसंद न आने पर नाराज होते हैं, तो वो एक अलग ही एहसास होता है। यही जादू है सिनेमाघर का।”
उनका मानना है कि इस अनुभव को ओटीटी कभी नहीं दे सकता और यही कारण है कि वो अपनी फिल्म को पहले थिएटर में रिलीज करना जरूरी मानते हैं।

ओटीटी पर छह महीने बाद रिलीज के लिए तैयार
हालांकि आमिर खान ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्हें ओटीटी से परहेज़ नहीं है, लेकिन वे चाहते हैं कि फिल्म कम से कम छह महीने बाद ओटीटी पर रिलीज हो।
उन्होंने कहा,
“मैंने सभी ओटीटी ऑफर्स ठुकरा दिए हैं, लेकिन मैंने ये भी कहा है कि मेरी फिल्म आप छह महीने बाद रिलीज कर सकते हैं। अभी तक कोई डील नहीं हुई है।”
आमिर का कहना है कि वह पैसा कमाना चाहते हैं, लेकिन मेहनत और सिद्धांतों के साथ।
फिल्म के विषय को लेकर आमिर ने कही दिल छू लेने वाली बात
‘सितारे जमीं पर’ आमिर खान की एक संवेदनशील फिल्म है, जो ऑटिज्म और बच्चों की सामाजिक स्वीकार्यता जैसे विषयों पर केंद्रित है। आमिर ने बताया कि इस फिल्म से उनका मकसद केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि सामाजिक संदेश भी देना है।
उन्होंने कहा,
“मैं चाहता हूं कि लोग अपने ऑटिस्टिक बच्चों को छुपाने की बजाय गर्व से कहें कि हां, यह हमारा बच्चा है। यह फिल्म एक भावना है, जिसे लोगों तक सिनेमाघरों के जरिए पहुंचाना जरूरी है।”

क्या ये फिल्म ‘तारे ज़मीं पर’ की सीक्वल है?
हालांकि फिल्म का नाम ‘सितारे जमीं पर’ है, लेकिन आमिर खान ने इस बात की पुष्टि नहीं की कि यह उनकी सुपरहिट फिल्म ‘तारे ज़मीं पर’ का सीक्वल है। लेकिन फिल्म का विषय, नाम और आमिर की गंभीरता से ये साफ झलकता है कि यह फिल्म भी उसी संवेदनशीलता को आगे बढ़ाएगी।
फैंस का मिला साथ, थिएटर में रिलीज की हो रही सराहना
सोशल मीडिया पर आमिर खान के इस फैसले की सराहना हो रही है। फैंस का कहना है कि आमिर खान ने सही समय पर एक साहसी फैसला लिया है, जो थिएटर इंडस्ट्री के लिए प्रेरणादायक हो सकता है। कई लोग कह रहे हैं कि आमिर का ये कदम बॉलीवुड को फिर से थिएटर की ओर खींच सकता है।
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