Child Actress IAS H.S. कीर्थाना की कहानी बचपन में स्टारडम, जवानी में संघर्ष, और अब एक प्रेरणा

फिल्मों की दुनिया को ग्लैमर और स्टारडम से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो इस चकाचौंध को पीछे छोड़ अपने सपनों की सच्ची राह चुनते हैं। ऐसा ही एक नाम है IAS अधिकारी H.S. कीर्थाना का, जिन्होंने चार साल की उम्र में एक्टिंग शुरू की, दर्जनों फिल्मों में काम किया, और फिर अचानक ग्लैमर की दुनिया को अलविदा कह दिया।
एक्टिंग से यूपीएससी तक का सफर

H.S. कीर्थाना का जन्म एक सामान्य परिवार में हुआ था, लेकिन उनकी पहचान बचपन में ही एक बेहतरीन चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में बन गई थी। चार साल की उम्र में कैमरे के सामने आने वाली कीर्थाना ने कर्पूरदा गोम्बे, गंगा-यमुना, ओ मल्लिगे, लेडी कमिश्नर, सिम्हाद्रि और जननी, पुतानी एजेंट जैसी दर्जनों फिल्मों और टीवी शोज़ में काम किया।
वो साउथ इंडस्ट्री की जानी-पहचानी चेहरा बन चुकी थीं, लेकिन जब उन्होंने तय किया कि अब वह एक IAS ऑफिसर बनेंगी, तो लोगों को हैरानी हुई। बहुतों ने सोचा कि यह एक असंभव फैसला है, लेकिन उन्होंने साबित कर दिखाया कि मेहनत, आत्मविश्वास और लगन से कुछ भी मुमकिन है।
क्यों छोड़ी एक्टिंग?

एक इंटरव्यू में कीर्थाना ने बताया था कि फिल्मों में काम करते हुए भी उनके मन में समाज सेवा की इच्छा हमेशा रही। वे एक ऐसी भूमिका निभाना चाहती थीं, जिससे देश के लिए कुछ कर सकें। उन्हें महसूस हुआ कि UPSC जैसी परीक्षा के ज़रिए वे प्रशासन में आकर बदलाव ला सकती हैं। इसीलिए उन्होंने एक्टिंग को पूरी तरह अलविदा कहा और खुद को UPSC की तैयारी में झोंक दिया।
छह प्रयास, असफलता, और अंततः सफलता
कीर्थाना ने अपने पहले पांच प्रयासों में UPSC क्लियर नहीं किया। हर बार उन्हें निराशा हाथ लगी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। साल 2020 में, अपने छठे प्रयास में उन्होंने 167वीं रैंक हासिल की और IAS अधिकारी बन गईं।

यह साबित करता है कि जीवन में असफलताएं आपको परिभाषित नहीं करतीं, बल्कि आपकी दृढ़ इच्छाशक्ति ही आपकी असली पहचान बनती है।
फिल्मों में की धमाकेदार एक्टिंग

यूं तो कीर्थाना ने टीवी और फिल्म दोनों में ही शानदार काम किया है, लेकिन बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट उनके किरदार आज भी लोगों को याद हैं। साउथ इंडस्ट्री में उनकी मासूमियत, संवाद अदायगी और कैमरे के सामने आत्मविश्वास की लोग मिसाल देते थे।
प्रमुख फिल्में और शो:
- कर्पूरदा गोम्बे
- गंगा-यमुना
- मुदीना आलिया
- कनूर हेग्गादती
- ओ मल्लिगे
- लेडी कमिश्नर
- हब्बा
- डोरे
- सर्कल इंस्पेक्टर
- पुतानी एजेंट
- चिगुरु
इन सभी में उन्होंने अलग-अलग भूमिकाएं निभाईं और खुद को एक वर्सेटाइल एक्ट्रेस के तौर पर स्थापित किया।
पढ़ाई और UPSC की तैयारी

एक्टिंग छोड़ने के बाद कीर्थाना ने अपने शिक्षकों और गाइड्स की मदद से यूपीएससी की तैयारी शुरू की। उन्होंने दिल्ली और बेंगलुरु जैसे शहरों में कोचिंग ली और खुद को पूरी तरह पढ़ाई में समर्पित कर दिया। उन्होंने कहा कि एक्टिंग में जो अनुशासन उन्होंने सीखा था, वही उन्हें पढ़ाई में काम आया।
परिवार का समर्थन बना ताकत
कीर्थाना की इस अनोखी यात्रा में उनके परिवार का समर्थन अहम रहा। जहां कुछ लोग फिल्मी करियर छोड़ने के फैसले को मूर्खता मानते, वहीं उनके माता-पिता ने उनका साथ दिया। उन्होंने अपनी बेटी की मेहनत पर विश्वास रखा और यही भरोसा आज IAS अधिकारी बनने में मददगार साबित हुआ।
देश की सेवा को बताया सबसे बड़ा मंच
H.S. कीर्थाना आज कर्नाटक कैडर की एक ईमानदार और लोकप्रिय IAS अधिकारी हैं। वे मानती हैं कि देश की सेवा करना ही सबसे बड़ा मंच है। एक्टिंग की दुनिया में उन्हें पहचान मिली, लेकिन सच्ची संतुष्टि अब उन्हें लोगों की मदद करने में मिलती है।
प्रेरणा बनीं लाखों युवाओं के लिए
आज कीर्थाना उन युवाओं के लिए रोल मॉडल हैं जो फिल्म, म्यूजिक या किसी अन्य ग्लैमरस फील्ड में होने के बावजूद प्रशासनिक सेवाओं में आना चाहते हैं। वह दिखाती हैं कि कोई भी रास्ता नामुमकिन नहीं होता, अगर उसमें मेहनत, लगन और आत्मविश्वास हो।