Coconut Oil & Heart: नारियल तेल के फायदे लेकिन दिल के लिए सतर्कता क्यों जरूरी?
भारत में नारियल तेल को सदियों से पौष्टिक और स्वास्थ्यवर्धक माना जाता रहा है—खासकर बाल, त्वचा और पाचन के लिए। लेकिन जब स्वास्थ्य का मुद्दा हृदय रोग बनता है, तो नारियल तेल के गुणों पर सवाल उठते हैं।
डॉ. प्रतीक चौधरी, एशियन अस्पताल, बताते हैं कि नारियल तेल में लगभग 90% संतृप्त वसा (सैचुरेटेड फैट) होती है, जो LDL (बैड कोलेस्ट्रॉल) बढ़ा सकती है—यह हृदय रोगों का प्रमुख कारक है।
हेल्दी हार्ट के लिए डाइट में क्या हो शामिल?
अगर आप दिल को स्वस्थ बनाए रखना चाहते हैं तो केवल तेल बदलना ही काफी नहीं है, बल्कि पूरे आहार को संतुलित बनाना जरूरी है। विशेषज्ञों के अनुसार, हर व्यक्ति को अपने दैनिक आहार में ताजे फल, हरी पत्तेदार सब्जियां, साबुत अनाज, प्रोटीन युक्त भोजन (जैसे दाल, अंडा, चिकन, मछली) और पर्याप्त पानी शामिल करना चाहिए। साथ ही, अत्यधिक नमक, चीनी और प्रोसेस्ड फूड का सेवन हृदय स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
यदि आप शाकाहारी हैं, तो अलसी के बीज, अखरोट और सूरजमुखी के बीज जैसे अच्छे फैट वाले विकल्पों को अपनी डाइट में शामिल करें। दिल को स्वस्थ रखने के लिए हर दिन कम से कम 30 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी जरूरी है, जैसे वॉकिंग, योग, साइकलिंग या स्वीमिंग। साथ ही, मानसिक तनाव को कम करने के लिए मेडिटेशन, प्राणायाम या मनपसंद गतिविधियाँ करें। यदि परिवार में दिल की बीमारी का इतिहास है, तो समय-समय पर लिपिड प्रोफाइल, ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच जरूर करवाएं। नारियल तेल का उपयोग पूरी तरह न छोड़ें, लेकिन उसे सीमित मात्रा में और चिकित्सकीय सलाह के अनुसार ही करें। संतुलित जीवनशैली ही स्वस्थ हृदय की कुंजी है।

नारियल तेल में संतृप्त वसा: HDL और LDL पर असर
- नारियल तेल में उच्च मात्रा में सैचुरेटेड फैट मौजूद है, जो वैज्ञानिक रूप से LDL को बढ़ाता है—जिससे धमनियों में प्लाक जमने का खतरा बढ़ सकता है
- हालांकि यह लॉरिक एसिड की वजह से HDL (गुड कोलेस्ट्रॉल) भी बढ़ाता है, लेकिन इसकी कुल प्रभाव से LDL में वृद्धि अधिक होती है—जिसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं ।
अमेरिकी हार्ट एसोसिएशन और WHO की सलाह क्या है?
- American Heart Association (AHA) संतृप्त फैट की अनुशंसा कुल कैलोरी का 6% से कम होने की करती है और नारियल तेल जैसे ट्रॉपिकल ऑइल्स वाले सैचुरेटेड फैट से दूरी बनाए रखने का सुझाव देती है ।
- AHA की 2017 एडवाइजरी में कहा गया कि संतृप्त फैट को असंतृप्त फैट (जैसे जैतून, कनोला, सोयाबीन तेल) से बदलना – हार्ट डिजीज के जोखिम को स्टैटिन दवाओं जितना घटा सकता है
- नैदानिक शोध बताते हैं कि संतृप्त फैट पर काबू पाने से LDL घटता है और HDL सामान्य रहता है, जिससे कार्डियोवैस्कुलर जोखिम कम होता है
- https://bhartiyatv.com/wp-admin/post.php?post=9899&action=edit
क्या वैज्ञानिक अध्ययनों में नारियल तेल को सुरक्षित बताया गया है?
- एक मैटा-विश्लेषण बताता है कि नारियल तेल दूसरी वनस्पति तेलों की तुलना में LDL और कुल कोलेस्ट्रॉल को अधिक बढ़ाता है, लेकिन बटर जैसी अन्य ट्रॉपिकल फैट्स से कम मात्रा में ढेर सकता है ।
- नारियल तेल के HDL में सुधार के बावजूद LDL में वृद्धि अधिक देखी गई है
- बुहत यूरोपीय परीक्षणों में, नारियल तेल में HDL बढ़ने के साथ LDL बढ़ने की पुष्टि भी हुई है ।

एक्सपर्ट की सलाह: कब और कैसे इस्तेमाल करें?
डॉ. प्रतीक चौधरी कहते हैं:
- दिल के मरीजों या परिवार में हृदय रोग इतिहास वाले लोगों को नारियल तेल के अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए।
- केवल सीमित मात्रा में—और विशेषकर बाहरी उपयोग (त्वचा, बालों में)—यह उपयोगी हो सकता है।
- खाना पकाने के लिए जैतून, सूरजमुखी या कनोला जैसे अनसैचुरेटेड फैट्स वाले वसा विकल्प बेहतर हैं ।
बेस्ट फूड चॉइस: संतुलन और विकल्प
- संतृप्त वसा को कुल कैलोरी का सिर्फ 6–10% तक सीमित रखें ।
- सबसे सुरक्षित विकल्प: अनसैचुरेटेड फैट जैसे:
- जैतून (olive oil), कनोला, सूरजमुखी तेल
- नट्स और बीजों में पाए जाने वाले पॉली/मोनोअनसैचुरेटेड फैट ।
- ट्रांस फैट्स (जैसे फास्ट फूड, पके हुए तलने वाले पदार्थ) से पूरी तरह बचें ।
क्या करें यदि दिल की समस्या या कोलेस्ट्रॉल का खतरा है?
नारियल तेल के फायदे
Coconut Oil