Covid-19 India Update : देश में तेजी से फैल रहा कोरोना, 4000 एक्टिव केस, 24 घंटे में 4 मौतें… जानें कहां मिले सबसे ज्यादा मरीज?
भारत में फिर लौट रहा कोरोना का खतरा

भारत में एक बार फिर कोरोना वायरस की रफ्तार तेज हो गई है। एक्टिव मामलों की संख्या में जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है। 22 मई 2025 को जहां कुल एक्टिव केस 257 थे, वहीं 2 जून तक यह आंकड़ा 3961 तक पहुंच गया है। यानी बीते 10 दिनों में एक्टिव मामलों में करीब 1300% का इजाफा हुआ है।

स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, देश में बीते 24 घंटे में कोरोना के 203 नए केस सामने आए हैं। इसी अवधि में चार लोगों की मौत भी हुई है। लगातार बढ़ते मामलों ने एक बार फिर लोगों को सावधान कर दिया है।
राज्यवार कोरोना के एक्टिव केस — कहां कितने मरीज?

आइए एक नज़र डालते हैं किन राज्यों में सबसे ज्यादा एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं:
- केरल: 1435 एक्टिव केस
- महाराष्ट्र: 506 एक्टिव केस
- दिल्ली: 483 एक्टिव केस
- पश्चिम बंगाल: 370 से अधिक
- कर्नाटक: 195
- गुजरात: 160
- उत्तर प्रदेश: 90
इन राज्यों के अलावा कई अन्य राज्यों में भी नए मामले सामने आए हैं, जिससे संकेत मिलता है कि वायरस फिर से पांव पसार रहा है।
10 दिन में एक्टिव केस में 1300% की बढ़ोतरी!
22 मई 2025 को भारत में सिर्फ 257 एक्टिव केस थे, लेकिन अब यह आंकड़ा 3961 हो गया है। यह बढ़ोतरी बेहद चिंताजनक है, क्योंकि इतने कम समय में इतना बड़ा उछाल स्वास्थ्य व्यवस्था पर दबाव बढ़ा सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह संक्रमण का नया चरण हो सकता है, जिसमें हल्के लक्षण वाले मरीजों की संख्या अधिक है, लेकिन लापरवाही जानलेवा हो सकती है।
दिल्ली में सबसे ज्यादा नए केस — राजधानी में फिर से डर का माहौल
बीते 24 घंटे में दिल्ली में कोरोना के सबसे ज्यादा 47 नए केस दर्ज किए गए हैं। इसके साथ ही दिल्ली में कुल एक्टिव केस 483 हो गए हैं। राजधानी में मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर फिर से चर्चा शुरू हो गई है। स्वास्थ्य विभाग सतर्क है, लेकिन अभी तक किसी तरह की पाबंदियों की घोषणा नहीं की गई है
राज्यवार नए केसों की सूची (बीते 24 घंटे में):
- दिल्ली: 47
- केरल: 35
- पश्चिम बंगाल: 44
- महाराष्ट्र: 21
- कर्नाटक: 15
- गुजरात: 18
- उत्तर प्रदेश: 8
- राजस्थान: 7
- आंध्र प्रदेश: 7
- झारखंड: 5
- मध्य प्रदेश: 4
- बिहार: 3
- ओडिशा: 3
- जम्मू कश्मीर: 2
- छत्तीसगढ़: 1
- सिक्किम: 1
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि देश के लगभग हर हिस्से में कोरोना की मौजूदगी बनी हुई है।
क्या कहती है सरकार और हेल्थ एजेंसियां?
केंद्र सरकार ने अभी तक किसी नई गाइडलाइन का ऐलान नहीं किया है, लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से राज्यों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। ICMR के विशेषज्ञों का कहना है कि वायरस के म्यूटेशन से स्थिति तेजी से बदल सकती है। इसलिए वैक्सीनेशन और मास्क जरूरी हैं
टीकाकरण और बूस्टर डोज़ की जरूरत
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बार-बार कह रहे हैं कि जिन लोगों ने अभी तक बूस्टर डोज़ नहीं ली है, वे जल्द से जल्द लगवाएं। बूस्टर डोज़ संक्रमण की गंभीरता को कम करने में मददगार है। साथ ही 60 साल से ऊपर के नागरिकों और पहले से बीमार लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।

सावधानी ही बचाव है: इन नियमों का करें पालन
- भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना न भूलें
- हाथों को बार-बार सैनिटाइज करें
- किसी भी तरह के लक्षण होने पर तुरंत टेस्ट कराएं
- सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें
- सरकारी गाइडलाइंस का पालन करें
आगे क्या हो सकता है?
विशेषज्ञों का मानना है कि जून के मध्य तक मामलों में और बढ़ोतरी देखी जा सकती है। हालांकि मौजूदा मामलों में ज़्यादातर हल्के लक्षण हैं, फिर भी पुराने या गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए यह वायरस अब भी खतरनाक साबित हो सकता है।
राज्य सरकारें अपनी ओर से अस्पतालों और जांच केंद्रों को तैयार कर रही हैं ताकि किसी भी इमरजेंसी स्थिति से निपटा जा सके।
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