Covid-19 : देश में फिर बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले: जानें कैसे करें अपना बचाव
कोविड-19 एक बार फिर भारत में अपने पैर पसार रहा है। 2019 से लेकर 2022 तक जिसने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया था, वही वायरस अब एक नए वैरिएंट के रूप में वापसी कर चुका है। कई महीनों की राहत के बाद अब देश में फिर से संक्रमण के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, भारत में एक्टिव केस की संख्या 250 से अधिक हो चुकी है, जिसमें सबसे ज्यादा मामले केरल, तमिलनाडु और महाराष्ट्र से सामने आ रहे हैं।
कोविड-19 की वापसी: क्या है स्थिति?

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में वर्तमान में 257 सक्रिय कोविड-19 मामले दर्ज किए गए हैं। राज्यों की बात करें तो केरल में 95, तमिलनाडु में 66, और महाराष्ट्र में 56 एक्टिव केस हैं। इसके अलावा दिल्ली में 23, पुडुचेरी में 10, कर्नाटक में 13, गुजरात में 7, राजस्थान में 2, हरियाणा, सिक्किम और पश्चिम बंगाल में 1-1 मामले दर्ज किए गए हैं।
12 मई 2025 तक, देश में 164 नए मामले सामने आए, जिनमें से सबसे ज्यादा यानी 69 मामले केरल से, 44 महाराष्ट्र से और 33 तमिलनाडु से दर्ज किए गए हैं।

कोविड की वापसी की वजहें
विशेषज्ञों के अनुसार, कोविड मामलों में फिर से बढ़ोतरी के पीछे कई कारण हैं:
- रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी: समय के साथ एंटीबॉडी का स्तर घट जाता है, जिससे लोग दोबारा संक्रमित हो सकते हैं।
- अंतरराष्ट्रीय यात्रा में वृद्धि: विदेश से आने वाले यात्रियों के माध्यम से वायरस फैल रहा है।
- सतर्कता में ढिलाई: मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग जैसी सावधानियों में कमी आई है।
क्या है JN.1 वैरिएंट?
भारत में इस बार जो वैरिएंट सामने आया है उसका नाम है JN.1। यह ओमिक्रॉन का एक सब-वैरिएंट है, जो तेजी से फैलने की क्षमता रखता है लेकिन अब तक इसकी गंभीरता कम बताई गई है।

JN.1 के लक्षण क्या हैं? – Why are COVID-19 cases rising again in India
JN.1 वैरिएंट आमतौर पर हल्के लक्षण ही उत्पन्न करता है, जिनमें शामिल हैं:
- बुखार और गले में खराश
- नाक बहना या बंद होना
- सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द
- थकावट और कमजोरी
- हल्की पेट की दिक्कतें और मतली

इन लक्षणों की अवधि आमतौर पर 4 से 5 दिन होती है, और अधिकतर लोग बिना किसी गंभीर जटिलता के ठीक हो जाते हैं।
क्या है गंभीरता? – देश में फिर से बरपा कोरोना का कहर
अभी तक भारत में इस वैरिएंट से किसी मौत या ICU में भर्ती की सूचना नहीं है। हालांकि, विशेषज्ञ यह चेतावनी दे रहे हैं कि संक्रमण हल्का होने के बावजूद लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए। खासतौर पर बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और पहले से बीमार व्यक्ति अधिक जोखिम में हैं।

कोविड से कैसे बचें: जरूरी सावधानियाँ – Why are COVID-19 cases rising again in India
देश में एक बार फिर से कोविड के केस सामने आने के बाद सावधानी बरतना बेहद जरूरी हो गया है। नीचे दिए गए सुझावों को अपनाकर आप खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं:
1. मास्क पहनना न भूलें
भीड़भाड़ वाली जगहों या घर के अंदर रहते समय मास्क जरूर पहनें, खासकर जब आप या आपके आसपास के लोग अस्वस्थ हों।
2. हाथों को नियमित साफ रखें
बार-बार हाथ धोएं, सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें और आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।
3. बीमार होने पर आइसोलेट हो जाएं
यदि किसी को हल्का बुखार या सर्दी-जुकाम जैसा लक्षण हो, तो मास्क पहनें और दूसरों से दूरी बनाए रखें।
4. टीकाकरण कराएं
यदि आपने बूस्टर डोज नहीं ली है तो तुरंत लगवाएं। वैक्सीन अभी भी गंभीर संक्रमण और अस्पताल में भर्ती से बचाव में बेहद प्रभावी है।
5. स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं
नींद पूरी लें, संतुलित आहार लें, और नियमित व्यायाम करें ताकि आपकी इम्यूनिटी मजबूत बनी रहे।

क्या कह रहे हैं विशेषज्ञ? – Impact of COVID-19 in India
डॉक्टरों का मानना है कि कोविड अब एक मौसमी फ्लू की तरह व्यवहार कर रहा है, जो हर कुछ महीनों में लौट सकता है। हालांकि संक्रमण हल्का होता है, फिर भी सतर्क रहना आवश्यक है ताकि कोई बड़ी लहर दोबारा न आ सके।
सरकार की तैयारी
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि अभी घबराने की कोई जरूरत नहीं है। लेकिन सभी राज्यों को निगरानी बढ़ाने, टेस्टिंग तेज करने और अस्पतालों को अलर्ट मोड में रखने के निर्देश दिए गए हैं। विशेषज्ञों का भी कहना है कि अगर सभी जरूरी एहतियात बरती जाएं तो इस बार कोविड को काबू में रखा जा सकता है।
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Source – India TV
Pankaj Chaudhary