Covid19 : का खतरा फिर गहराया, देश में एक्टिव केस 1000 पार, दिल्ली में 99 नए मामले

देशभर में एक बार फिर कोविड-19 का खतरा गहराने लगा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में सक्रिय कोविड-19 मामलों की संख्या 1000 से पार कर गई है। इनमें से सिर्फ पिछले कुछ दिनों में ही 752 नए मामले सामने आए हैं। इस तेजी से बढ़ते आंकड़े ने केंद्र और राज्य सरकारों को एक बार फिर अलर्ट मोड पर ला दिया है।
केरल और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा एक्टिव केस
देश में इस समय कोविड-19 के सबसे अधिक सक्रिय मामले केरल में पाए गए हैं, जहां कुल 430 एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं। इसके बाद महाराष्ट्र में 209 और दिल्ली में 104 केस दर्ज किए गए हैं। अन्य राज्यों में गुजरात में 83, कर्नाटक में 47, उत्तर प्रदेश में 15, और पश्चिम बंगाल में 12 सक्रिय मामले हैं।
दिल्ली में सिर्फ एक हफ्ते में 99 नए कोविड-19 मामलों के सामने आने से लोगों में डर का माहौल बन गया है। स्वास्थ्य विभाग ने इस पर चिंता जताई है और तत्काल कदम उठाने की बात कही है।
कोविड से मौत के मामले भी सामने आए

हालांकि कोविड-19 से मौत के मामले अब भी कम हैं, फिर भी महाराष्ट्र में 4, केरल में 2 और कर्नाटक में 1 मौत की सूचना मिली है। इनकी पुष्टि अभी बाकी है लेकिन स्वास्थ्य अधिकारियों ने अलर्ट जारी कर दिया है। संक्रमण के गंभीर रूप ले सकने की आशंका को देखते हुए अस्पतालों और स्वास्थ्य सुविधाओं को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।
दिल्ली सरकार की सख्ती: सभी अस्पताल अलर्ट पर
दिल्ली सरकार ने कोविड-19 मामलों में बढ़ोत्तरी को देखते हुए विशेष एडवाइजरी जारी की है। सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही कोविड से निपटने के लिए सभी जरूरी सुविधाएं जैसे ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और बेड की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया है।
दिल्ली सरकार की एडवाइजरी में शामिल निर्देश:
- हर पॉजिटिव सैंपल को लोक नायक अस्पताल में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा।
- सभी अस्पतालों को रोज़ाना की रिपोर्टिंग अनिवार्य रूप से दिल्ली स्टेट हेल्थ पोर्टल और IHIP प्लेटफॉर्म पर करनी होगी।
- अस्पतालों में COVID तैयारियों का रिव्यू किया जाएगा।
- मास्क पहनना, सामाजिक दूरी और हाथों की सफाई फिर से जरूरी।
किन राज्यों में फिलहाल नहीं है कोविड का कोई केस?
कुछ राज्यों जैसे अंडमान और निकोबार, अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, हिमाचल प्रदेश, और जम्मू-कश्मीर में फिलहाल कोविड-19 का एक भी सक्रिय मामला दर्ज नहीं किया गया है। यह एक राहत की खबर है लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि कोविड की प्रकृति को देखते हुए किसी भी समय स्थिति बदल सकती है। इसलिए सतर्कता बनाए रखना बेहद जरूरी है।
क्या कोविड की लहर फिर लौट सकती है?

विशेषज्ञों के मुताबिक, कोविड-19 के मामलों में बढ़ोत्तरी का मतलब यह नहीं है कि फिर से वही हालात होंगे जैसे 2020 या 2021 में थे। हालांकि यह जरूर संकेत है कि वायरस अभी भी सक्रिय है और नए वैरिएंट्स के चलते खतरा बना हुआ है। खासकर बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोग विशेष सावधानी बरतें।

देश के लिए क्या है आगे की रणनीति? – Covid-19
केंद्र सरकार और राज्य सरकारें लगातार निगरानी रख रही हैं। हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जा रहा है, विशेषकर उन राज्यों में जहां केसों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। टीकाकरण अभियान को दोबारा तेज करने की संभावना है, खासकर बूस्टर डोज को लेकर।
सरकार ने साफ किया है कि यदि आवश्यक हुआ तो कोविड-19 की रोकथाम के लिए पुराने प्रतिबंधों को फिर से लागू किया जा सकता है, लेकिन फिलहाल इसके कोई संकेत नहीं हैं।
क्या आम लोगों को घबराने की जरूरत है?
विशेषज्ञों की राय में फिलहाल घबराने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन लापरवाह भी नहीं होना चाहिए। कोविड के मामलों में बढ़ोत्तरी को देखते हुए मास्क पहनना, भीड़भाड़ से बचना, हाथों की सफाई और अगर लक्षण हों तो तुरंत जांच करवाना ही एकमात्र रास्ता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह:
- सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें।
- हाथ धोने और सैनिटाइज़र का नियमित उपयोग करें।
- लक्षण होने पर घर पर रहें और जांच करवाएं।
- बुजुर्गों और बच्चों को विशेष सावधानी की जरूरत।
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- Source – Ndtv
Written By – Pankaj Chaudhary