क्या आप भी जानना चाहते हैं Sperm की संख्या कैसे बढ़ाएं? डॉक्टर ने बताए आसान उपाय
Sperm आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में न सिर्फ हमारी लाइफस्टाइल, बल्कि खानपान भी काफी बदल गया है। इसका असर सीधे हमारे स्वास्थ्य पर ही नहीं, बल्कि फर्टिलिटी पर भी पड़ता है। खासकर पुरुषों की प्रजनन क्षमता यानी स्पर्म काउंट पर यह असर गहरा होता है।
अगर आप या आपके परिवार में कोई इस चिंता से जूझ रहा है कि शुक्राणु कैसे बढ़ाएं, तो यह जानकारी आपके काम की है। एम्स फरीदाबाद के यूरोलॉजिस्ट सर्जन डॉ. राजीव कुमार सेठिया ने कुछ ऐसे फल और सब्जियों के बारे में बताया है जिनका सेवन करने से पुरुषों का स्पर्म काउंट बेहतर हो सकता है।
डाइट में शामिल करें ये सुपरफूड्स
केला
केले में पाए जाने वाले विटामिन B6 और पोटैशियम स्पर्म काउंट को बढ़ाने में बेहद मददगार होते हैं। इसे रोजाना डाइट में जरूर शामिल करें।
सिट्रस फल
नींबू, संतरा और मौसमी जैसे फल विटामिन C से भरपूर होते हैं जो शुक्राणुओं को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं और उनकी गुणवत्ता को सुधारते हैं।
बेरीज
ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी और रास्पबेरी जैसे फल एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होते हैं। ये स्पर्म को स्वस्थ और एक्टिव बनाने में मदद करते हैं।
अनार
अनार में कई जरूरी पोषक तत्व होते हैं जो स्पर्म काउंट और क्वालिटी को सुधारने में सहायक हैं।
कद्दू के बीज
इनमें मौजूद जिंक और ओमेगा-3 फैटी एसिड ब्लड फ्लो को बेहतर बनाते हैं और पुरुषों की प्रजनन प्रणाली को सक्रिय रखते हैं।

लहसुन
लहसुन में मौजूद एलिसिन नामक यौगिक स्पर्म को नुकसान से बचाता है और उसके निर्माण में मदद करता है।
जीवनशैली में बदलाव भी ज़रूरी
खानपान के अलावा तनाव से दूर रहना, पर्याप्त नींद लेना और नियमित रूप से व्यायाम करना भी बेहद जरूरी है। इसके साथ ही धूम्रपान और शराब से दूरी बनाना पुरुषों की फर्टिलिटी के लिए फायदेमंद होता है।
पुरुषों में फर्टिलिटी की समस्या क्यों हो रही है आम? जानिए वजह और समाधान
आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में खानपान, तनाव और अनियमित दिनचर्या के चलते लोगों की सेहत पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। यह असर केवल शरीर की बाहरी सेहत तक सीमित नहीं रहा, बल्कि अब यह प्रजनन क्षमता (Fertility) पर भी साफ दिखने लगा है, खासकर पुरुषों के स्पर्म काउंट पर।
कई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि पिछले कुछ सालों में पुरुषों में स्पर्म की क्वालिटी और संख्या में गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, कुछ आसान खानपान बदलाव और जीवनशैली सुधार से इसे रोका जा सकता है।
डॉक्टर राजीव कुमार सेठिया की सलाह: “आप जो खाते हैं, वही आपके शरीर पर दिखता है”
एम्स फरीदाबाद के यूरोलॉजिस्ट सर्जन डॉ. राजीव कुमार सेठिया का कहना है कि स्पर्म काउंट को बेहतर बनाए रखने में खानपान की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जंक फूड, अधिक तेल-घी और प्रोसेस्ड खाने से जहां शुक्राणुओं की गुणवत्ता खराब होती है, वहीं ताजे फल, सब्जियां और कुछ विशेष खाद्य पदार्थ उन्हें बेहतर बनाने में सहायक हो सकते हैं।
क्या होता है स्पर्म काउंट और क्यों है इसका सही रहना ज़रूरी?
स्पर्म काउंट का मतलब होता है—पुरुष के वीर्य (semen) में मौजूद शुक्राणुओं की संख्या। एक सामान्य और स्वस्थ पुरुष के लिए प्रति मिलीलीटर वीर्य में कम से कम 15 मिलियन शुक्राणु होने चाहिए। इससे कम स्पर्म काउंट होने पर प्रजनन में दिक्कतें आ सकती हैं और कपल को संतान प्राप्ति में कठिनाई हो सकती है।
आइए जानते हैं डॉक्टर के बताए कुछ ऐसे सुपरफूड्स जिनसे बढ़ेगा स्पर्म काउंट:
केला (Banana)
केले में भरपूर मात्रा में विटामिन B6, मैग्नीशियम और पोटैशियम होते हैं जो पुरुष हार्मोन को बैलेंस करते हैं और स्पर्म की संख्या को बढ़ाते हैं। इसके अलावा, इसमें एंजाइम ब्रोमेलिन होता है जो टेस्टोस्टेरोन को भी नियंत्रित करता है।
सिट्रस फ्रूट्स (नींबू, संतरा, मौसमी)
विटामिन C से भरपूर ये फल एंटीऑक्सिडेंट्स से लैस होते हैं जो स्पर्म को फ्री रेडिकल्स से बचाकर उन्हें डैमेज होने से रोकते हैं। यह शुक्राणुओं की गति (motility) और गुणवत्ता (quality) दोनों में सुधार लाते हैं।
बेरीज (Blueberry, Strawberry, Raspberry)
इन फलों में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिन C स्पर्म की गुणवत्ता को बढ़ाते हैं। साथ ही ये शरीर को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से भी बचाते हैं।
अनार (Pomegranate)

अनार में पॉलीफेनोल्स और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो टेस्टिकुलर फंक्शन को सुधारते हैं। रोजाना एक अनार खाने से स्पर्म की संख्या और गति दोनों में इज़ाफा होता है।
कद्दू के बीज (Pumpkin Seeds)
कद्दू के बीज जिंक का अच्छा स्रोत हैं। जिंक स्पर्म के निर्माण में बेहद ज़रूरी माइक्रोन्यूट्रिएंट है। इसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड भी ब्लड सर्कुलेशन सुधारकर प्रजनन क्षमता बढ़ाते हैं।
लहसुन (Garlic)
लहसुन में पाया जाने वाला एलिसिन नामक यौगिक शरीर में रक्त प्रवाह को बढ़ाता है और स्पर्म को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाता है। यह टेस्टोस्टेरोन लेवल को भी संतुलित करता है।
किन आदतों से बचना चाहिए अगर आप चाहते हैं बेहतर स्पर्म काउंट?
- धूम्रपान और शराब का सेवन – ये आदतें शुक्राणु की क्वालिटी को नुकसान पहुंचाती हैं।
- तनाव में रहना – क्रॉनिक स्ट्रेस से शरीर के हार्मोनल संतुलन पर असर पड़ता है।
- टाइट अंडरवियर पहनना – इससे टेस्टिकल्स की गर्मी बढ़ती है जिससे स्पर्म प्रोडक्शन प्रभावित होता है।
- अत्यधिक मोबाइल या लैपटॉप का गोद में इस्तेमाल – इससे निकलने वाली गर्मी स्पर्म पर नकारात्मक असर डालती है।
और क्या करें बेहतर नतीजों के लिए?
- पर्याप्त नींद लें: हर रात कम से कम 7-8 घंटे की नींद ज़रूरी है।
- नियमित एक्सरसाइज करें: योग, वॉक या जिम से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।
- तनाव को करें मैनेज: मेडिटेशन, किताबें पढ़ना या संगीत सुनना आपकी मानसिक स्थिति को बेहतर बना सकता है।
- भरपूर पानी पिएं: शरीर को हाइड्रेट रखना स्पर्म काउंट बढ़ाने में मदद करता है।
कब दिखाएं डॉक्टर को?
अगर आप लंबे समय से फैमिली प्लानिंग कर रहे हैं और फिर भी सफल नहीं हो पा रहे, तो आपको किसी फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट या यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करना चाहिए। वे कुछ जरूरी टेस्ट्स जैसे स्पर्म एनालिसिस करके सही मार्गदर्शन दे सकते हैं।