Ghaziabad News : सरकारी लैब में Swine Flu जांच ठप, सैंपल लेने में बाधा
Ghaziabad News : गाजियाबाद में मौसम के बदलाव के साथ वायरल संक्रमण का प्रकोप बढ़ रहा है, जिससे स्वाइन फ्लू और डेंगू की आशंका गहरा रही है। जबकि निजी अस्पतालों में डॉक्टर Swine Flu के संदिग्ध मरीजों के सैंपल जांच के लिए भेज रहे हैं, सरकारी लैब में स्वाइन फ्लू की कोई जांच नहीं हो रही है। यहाँ तक कि कोविड-19 की जांच भी केवल रैपिड किट से की जा रही है।

हाइलाइट्स: सरकारी लैब
- बदलते मौसम में वायरल संक्रमण का खतरा बढ़ा।
- सरकारी लैब में स्वाइन फ्लू की जांच की कोई सुविधा नहीं।
- अप्रैल में एक कारोबारी की स्वाइन फ्लू से हुई थी मौत।

बदलते मौसम में स्वाइन फ्लू का संक्रमण फैलने की संभावना रहती है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। निजी लैबों में रोजाना 40 से 50 सैंपल स्वाइन फ्लू के लिए भेजे जा रहे हैं, जिनकी जांच की लागत 1400 से 1700 रुपये के बीच होती है।

इस वर्ष अप्रैल में राजनगर एक्सटेंशन में रहने वाले एक कारोबारी की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई थी। उन्हें बुखार और हाइपरटेंशन के चलते निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ जांच में (एच1एन1) स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई। हालांकि, उस समय भी सरकारी स्तर पर स्वाइन फ्लू की जांच नहीं की जा रही थी।
कोरोना की स्थिति आरटीपीसीआर लैब में कोरोना की जांच बंद है, और केवल रेपिड किट के जरिए संदिग्ध मरीजों की जांच की जा रही है। सरकारी अस्पतालों में बुखार से पीड़ित रोजाना 400 से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं, लेकिन डेंगू के अलावा अन्य जांचें नहीं की जा रही हैं।