पहलगाम हमले के बाद अफवाहों का बाजार गर्म
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने का आदेश जारी किया था। इसी क्रम में महाराष्ट्र से 107 पाकिस्तानी नागरिकों के कथित तौर पर लापता होने की खबरें सामने आईं, जिसने चिंता बढ़ा दी।
मुख्यमंत्री फडणवीस का बयान: “सभी का पता लगा लिया गया है”
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इन खबरों को सिरे से खारिज करते हुए कहा,
“107 पाकिस्तानी नागरिकों के लापता होने की अफवाहें पूरी तरह से गलत हैं। सभी नागरिकों का पता लगा लिया गया है और उन्हें देश से बाहर भेजने की प्रक्रिया जारी है। किसी भी पाकिस्तानी नागरिक को राज्य में रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी।”
फडणवीस ने भरोसा जताया कि आज शाम या कल सुबह तक सभी नागरिक अपने देश लौट जाएंगे।
महाराष्ट्र में पाकिस्तानी नागरिकों का ब्योरा
राज्य के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने बताया कि महाराष्ट्र में कुल 5,023 पाकिस्तानी नागरिक मौजूद हैं। इनमें से:
- नागपुर: 2,458
- ठाणे: 1,106
- जलगांव: 393
- पिंपरी-चिंचवड़: 290
- नवी मुंबई: 239
- अमरावती: 117
- पुणे: 114
- वासिम: 106
- छत्रपति संभाजीनगर और कोल्हापुर: 58-58
- मीरा-भाईंदर: 26
- अकोला: 22
- अहिल्यानगर और यवतमाल: 14-14
- रायगढ़ और सोलापुर: 17-17
वीजा श्रेणी के अनुसार पाकिस्तानी नागरिकों का वर्गीकरण
मंत्री योगेश कदम ने जानकारी दी कि राज्य में:
- करीब 1,000 पाकिस्तानी नागरिक अल्पकालिक वीजा पर आए हैं।
- लगभग 4,000 नागरिक दीर्घकालिक वीजा (LTV) पर रह रहे हैं।
- 1,000 दक्षेस वीजा धारक हैं, जो फिल्म, चिकित्सा, पत्रकारिता व अन्य कार्यों के लिए आए हैं।
कई पाकिस्तानी नागरिक वर्षों से महाराष्ट्र में रह रहे हैं, जिनमें से कुछ ने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन भी किया है।
संदिग्ध नागरिकों पर सख्त नजर
राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि वीजा की वैधता समाप्त होने के बाद किसी भी पाकिस्तानी नागरिक को रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सभी जिलों में संदिग्ध नागरिकों की गहन जांच और निगरानी के निर्देश जारी किए गए हैं ताकि राज्य की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
Source – Ndtv
Written by – Pankaj Chaudhary