जम्मू-कश्मीर में तबाही: रियासी में बादल फटने से 3 की मौत, 40 से ज्यादा पशु मरे
जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में शनिवार की शाम एक बड़ी प्राकृतिक आपदा ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। अरनास तहसील के दुग्गा क्षेत्र में चंटू गली के पास बादल फटने की भयंकर घटना सामने आई है। इस हादसे में अब तक तीन लोगों की जान चली गई है, जबकि कई अन्य लोगों के लापता होने की सूचना है। इस आपदा ने न केवल मानव जीवन को प्रभावित किया है बल्कि पशुधन को भी भारी नुकसान पहुंचाया है।
बिजली गिरने से दो लोगों की मौके पर मौत, एक महिला घायल
बादल फटने की घटना के दौरान तेज बारिश के साथ-साथ बिजली भी गिरी। इस दौरान भोमग तहसील के लमसोरा गांव के रहने वाले 60 वर्षीय अब्दुल रशीद और 25 वर्षीय शहनाज बेगम की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना में गुलजार बेगम (55 वर्ष) गंभीर रूप से घायल हो गईं, जिन्हें तुरंत उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।
40 भेड़-बकरियों की भी गई जान, मवेशी पालकों को बड़ा झटका
प्राकृतिक आपदा ने इंसानी जान के साथ-साथ जानवरों पर भी कहर बरपाया। बादल फटने के तुरंत बाद बिजली गिरने से करीब 40 भेड़ और बकरियों की भी मौत हो गई। यह पशुपालकों के लिए बड़ा आर्थिक नुकसान है, जो इन जानवरों पर अपनी आजीविका निर्भर रखते हैं।
कई इलाकों में लैंड स्लाइडिंग, रास्ते बंद, यातायात पर असर
बादल फटने के बाद इलाके में भारी लैंड स्लाइडिंग हुई है, जिसके कारण कई मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। सड़कों पर भारी मलबा जमा हो गया है, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं और आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
राहत कार्य जारी, प्रशासन मौके पर मौजूद
सूचना मिलते ही पुलिस चौकी धनसाल से पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची। प्रशासन ने तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। प्राथमिक औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं और लापता लोगों की तलाश जारी है। साथ ही प्रभावित परिवारों को जरूरी सहायता प्रदान की जा रही है।
पहाड़ी इलाकों में सतर्क रहने की सलाह, मौसम विभाग की चेतावनी
इस हादसे के बाद मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में सतर्कता बरतने की चेतावनी जारी की है। आने वाले दिनों में और बारिश होने की संभावना जताई जा रही है, जिससे लैंड स्लाइडिंग की घटनाएं और बढ़ सकती हैं।