LoC पर पाकिस्तान की फिर नापाक हरकत, भारतीय सेना का सधा हुआ जवाब
भारत-पाक सीमा एक बार फिर तनाव का केंद्र बनी हुई है। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर फायरिंग शुरू कर दी। हालांकि भारतीय सेना ने पूरे संयम और तत्परता के साथ इसका मुंहतोड़ जवाब दिया।
लगातार दूसरे दिन LoC पर फायरिंग, भारतीय सेना सतर्क
25-26 अप्रैल की रात को पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती क्षेत्रों में बिना किसी उकसावे के छोटे हथियारों से फायरिंग की गई। भारतीय सेना ने इसका उसी भाषा में जवाब दिया। सेना के अधिकारियों के मुताबिक, इस फायरिंग में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
गौर करने वाली बात यह है कि एक दिन पहले यानी शुक्रवार को भी पाकिस्तान की ओर से इसी तरह की फायरिंग की गई थी। ऐसे में यह स्पष्ट है कि पाकिस्तान LoC पर अशांति फैलाने की साजिश में जुटा है।
आर्मी चीफ की कश्मीर यात्रा, सुरक्षा व्यवस्था की हुई समीक्षा
पाकिस्तान की इस हरकत के बीच भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुंचे। यहां उन्होंने सेना के वरिष्ठ कमांडरों और सुरक्षा एजेंसियों के साथ बैठक की और मौजूदा हालात का जायजा लिया।
सेना प्रमुख ने जम्मू स्थित उत्तरी कमान के मुख्यालय में सुरक्षा तंत्र की समीक्षा करते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई में कोई ढिलाई न बरती जाए। उन्होंने राज्य के उपराज्यपाल और पुलिस महानिदेशक से भी मुलाकात कर समन्वय बढ़ाने की रणनीति पर चर्चा की।
पहलगाम हमले से जुड़ी आतंकी गतिविधियों पर सेना की कड़ी निगरानी
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी। यह हमला सुनियोजित और नृशंस था—आतंकियों ने पर्यटकों के नाम पूछकर उन पर गोलियां बरसाईं। इसके बाद से घाटी में सुरक्षा बलों की मुहिम तेज हो गई है।
भारतीय सेना आतंकियों की धरपकड़ के लिए ज़मीनी स्तर पर व्यापक अभियान चला रही है। ऐसे में पाकिस्तान की ओर से हो रही फायरिंग को सुरक्षा बलों का ध्यान भटकाने की कोशिश माना जा रहा है।
सिंधु जल समझौते पर भारत का सख्त रुख, पाकिस्तान में हड़कंप
भारत सरकार ने पहलगाम हमले के बाद सिंधु जल समझौते को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया है। इसका मतलब है कि अब भारत से पाकिस्तान को मिलने वाले पानी की आपूर्ति बाधित हो सकती है। भारत का साफ कहना है—जब तक पाकिस्तान आतंकियों को संरक्षण देता रहेगा, तब तक इस समझौते की बहाली संभव नहीं।
इस फैसले ने पाकिस्तान को बौखला दिया है और LoC पर फायरिंग की घटनाओं को इसी झल्लाहट की कड़ी माना जा रहा है।
सेना की तैयारियों का व्यापक निरीक्षण
आर्मी चीफ की इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य कश्मीर की संवेदनशीलता को देखते हुए तत्काल और दीर्घकालिक रणनीति तैयार करना था। इस दौरान विक्टर फोर्स, 15 कोर और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ उच्च स्तरीय बैठकों में सुरक्षा समन्वय, खुफिया साझा करना और ऑपरेशनल एक्शन प्लान की बारीकियों पर चर्चा हुई।
जनरल द्विवेदी ने यह भी सुनिश्चित किया कि आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई में सेना हर मोर्चे पर तैयार है और आम नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है।
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Source – Ndtv India
Written by – Pankaj Chaudhary