बलूच लड़ाकों ने जारी किया जाफर एक्सप्रेस हाइजैक का वीडियो
“jaffar express hijack Video : बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने पहली बार उस ऑपरेशन का वीडियो जारी किया है जिसमें उन्होंने पाकिस्तान की जाफर एक्सप्रेस को हाइजैक किया था। वीडियो में ट्रेन को हाइजैक करने की रणनीति, लड़ाकों की ट्रेनिंग और पाक सेना की असहायता को बखूबी दिखाया गया है। इस वीडियो के ज़रिए BLA ने दावा किया है कि उन्होंने पाकिस्तान को बड़ा झटका दिया है और दिखा दिया कि बलूचिस्तान अब चुप नहीं रहेगा।
ऑपरेशन ‘दर्रा-ए-बोलन 2.0’: कैसे अंजाम दिया गया ट्रेन हाइजैक?
Monitoring:
— Bahot | باہوٹ (@bahot_baluch) May 18, 2025
Baloch Liberation Army media #Hakkal published video of the #JaffarExpress Hijack (Operation Darra-E-Bolan 2.0)#Balochistan pic.twitter.com/ClxM6VIOsy
BLA ने इस मिशन को ऑपरेशन दर्रा-ए-बोलन 2.0 का नाम दिया था। मार्च में हुए इस हाइजैक में जाफर एक्सप्रेस उस वक्त निशाना बनी जब उसमें पाकिस्तानी सेना के जवान यात्रा कर रहे थे। बलूच लड़ाकों ने ट्रेन को बोलन इलाके में रोका और सैनिकों को बंदी बना लिया।
35 मिनट के वीडियो में दिखी पूरी योजना और तैयारी
BLA द्वारा जारी किए गए इस वीडियो में साफ दिखाया गया है कि ऑपरेशन को अंजाम देने से पहले लड़ाकों ने कितनी गहन और व्यावहारिक ट्रेनिंग ली थी। वीडियो में दिखाया गया है कि ट्रेन का नक्शा जमीन पर बनाकर कैसे हमले की योजना तैयार की गई। इसके अलावा लड़ाकों को हथियारों के साथ ट्रेनिंग करते और एक टीम की तरह ऑपरेशन को अंजाम देते हुए भी दिखाया गया है।

पाकिस्तानी सेना को बताया “दुश्मन”, इंटरव्यू में फूटा गुस्सा
वीडियो में BLA के एक सदस्य ज़फर बलूच का इंटरव्यू भी शामिल है, जिसमें वह कहते हैं कि पाकिस्तानी सेना, ISI और CTD के नाम पर बलूच नागरिकों पर अत्याचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बलूच कौम को सड़कों पर लाशें बनाकर फेंका जा रहा है। अब वक्त आ गया है कि वे अपने दुश्मनों—GHQ रावलपिंडी और पंजाब—को पहचानें और जवाब दें।
सरकार और सेना की चुप्पी पर उठे सवाल

जहां एक ओर बलूच लड़ाके इस वीडियो के ज़रिए अपनी बात दुनिया के सामने रख रहे हैं, वहीं पाकिस्तान सरकार और सेना केवल बयानबाज़ी में ही सीमित नज़र आ रही हैं। न तो उन्होंने किसी मारे गए विद्रोही की तस्वीर जारी की है और न ही कोई पुख़्ता सबूत पेश किया है।
दूसरी ओर, BLA ने यात्रियों को छोड़ते हुए एक मानवीय पहलू भी वीडियो में दिखाया है, जिससे उन्हें वैश्विक सहानुभूति भी मिल रही है।
440 यात्रियों के साथ हाइजैक, 214 सैनिकों की हत्या का दावा
बीएलए का दावा है कि उन्होंने 214 पाकिस्तानी सैनिकों की हत्या की जबकि अन्य यात्रियों को सुरक्षित छोड़ दिया गया। वहीं पाक सेना का दावा है कि उन्होंने सभी 33 लड़ाकों को मार गिराया और 354 यात्रियों को बचा लिया। इन दावों में जमीन-आसमान का फर्क है।

बलूचिस्तान में लगातार गायब हो रहे लोग, मानवाधिकार संकट गहराया
बलूचिस्तान में मानवाधिकार उल्लंघन के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बलूच नेशनल मूवमेंट के मानवाधिकार विंग ‘पांक’ के अनुसार मई महीने में पाकिस्तानी सेना ने सात और बलूच नागरिकों को जबरन उठा लिया। मस्तुंग के किल्ली शेखान इलाके से वकास बलूच को जबरन उनके घर से उठाकर ले जाया गया। यह मामला इस क्षेत्र में सेना की दमनकारी नीति की एक और मिसाल है।
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