सांसदों के वेतन में 24 हजार रुपये की बढ़ोतरी
सांसदों की सैलरी में सात साल बाद बड़ा इजाफा किया गया है। अब सांसदों को हर महीने 1.24 लाख रुपये मिलेंगे, जो पहले 1 लाख रुपये थी। इसके अलावा दैनिक भत्ते में भी बढ़ोतरी की गई है। पहले सांसदों को 2,000 रुपये दैनिक भत्ता मिलता था, जिसे अब बढ़ाकर 2,500 रुपये कर दिया गया है। यह नया वेतनमान और भत्ता 1 अप्रैल 2023 से लागू होंगे।
पूर्व सांसदों की पेंशन में भी इजाफा
न केवल वर्तमान सांसदों की बल्कि पूर्व सांसदों की पेंशन में भी बढ़ोतरी की गई है। पहले पूर्व सांसदों को 25,000 रुपये मासिक पेंशन दी जाती थी, जिसे अब बढ़ाकर 31,000 रुपये कर दिया गया है। साथ ही, पांच साल से अधिक की सेवा पर मिलने वाली अतिरिक्त पेंशन को 2,000 रुपये से बढ़ाकर 2,500 रुपये कर दिया गया है।
निर्वाचन क्षेत्र भत्ता और अन्य लाभ
सांसदों को 70,000 रुपये निर्वाचन क्षेत्र भत्ता दिया जाता है, जिससे वे अपने क्षेत्र में जनसंपर्क खर्च पूरे कर सकते हैं। इसके अलावा, कार्यालय भत्ते के तौर पर 60,000 रुपये और संसदीय सत्रों के दौरान 2,000 रुपये दैनिक भत्ते के रूप में दिए जाते हैं। इस संशोधन के बाद अब इन भत्तों में भी वृद्धि की जाएगी।
2018 के बाद पहली बार हुआ वेतन संशोधन
सांसदों के वेतन में यह संशोधन सात साल बाद हुआ है। इससे पहले अप्रैल 2018 में वेतन और भत्तों में बदलाव किया गया था। सरकार ने यह फैसला 2018 में लागू किए गए नियमों के तहत किया है, जिसमें हर पांच साल में सांसदों के वेतन की समीक्षा करने का प्रावधान है। यह समीक्षा महंगाई दर को ध्यान में रखकर की जाती है।
कर्नाटक में भी वेतन वृद्धि
हाल ही में कर्नाटक विधानसभा ने मुख्यमंत्री, मंत्रियों और विधानमंडल सदस्यों के वेतन में वृद्धि का प्रस्ताव पारित किया था। इस प्रस्ताव के तहत विधानसभा अध्यक्ष और विधान परिषद सभापति का मासिक वेतन 75,000 रुपये से बढ़ाकर 1.25 लाख रुपये कर दिया गया है।
सरकार ने जारी किया नोटिफिकेशन
सरकार ने सोमवार को नए वेतनमान और भत्तों से संबंधित नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इस फैसले के बाद सांसदों को अधिक वित्तीय लाभ मिलेगा, जिससे उनके कार्य संचालन में सहूलियत होगी।