BIMSTEC समिट: पीएम मोदी ने म्यांमार के जनरल मिन आंग ह्लाइंग से की मुलाकात, कहा- ‘मुश्किल समय में भारत आपके साथ’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैंकॉक, थाईलैंड में आयोजित BIMSTEC (Bay of Bengal Initiative for Multi-Sectoral Technical and Economic Cooperation) शिखर सम्मेलन के दौरान म्यांमार के वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग से मुलाकात की। इस मुलाकात में दोनों देशों के बीच कनेक्टिविटी, बुनियादी ढांचे, क्षमता निर्माण और आपसी सहयोग पर चर्चा हुई।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस मुलाकात की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (ट्विटर) पर साझा की और हाल ही में म्यांमार में आए भूकंप से प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने भरोसा दिलाया कि भारत इस मुश्किल समय में म्यांमार के साथ खड़ा है और हरसंभव मदद करेगा।
थाईलैंड पहुंचे पीएम मोदी, भारतीय समुदाय ने किया गर्मजोशी से स्वागत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी BIMSTEC शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दो दिवसीय दौरे पर थाईलैंड पहुंचे। गुरुवार को बैंकॉक पहुंचने पर भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया। भारतीय प्रवासियों ने मोदी-मोदी के नारे लगाए और पारंपरिक अंदाज में उनका अभिनंदन किया।
शुक्रवार को, सम्मेलन के इतर, पीएम मोदी और म्यांमार के जनरल मिन आंग ह्लाइंग के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें दोनों देशों के बीच सहयोग को मजबूत करने पर जोर दिया गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने म्यांमार के लिए जताई संवेदना
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी X पोस्ट में कहा:
“बैंकॉक में BIMSTEC शिखर सम्मेलन के दौरान म्यांमार के वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग से मुलाकात की। हाल ही में आए भूकंप में जानमाल के नुकसान पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। भारत इस मुश्किल घड़ी में म्यांमार के भाइयों और बहनों के साथ खड़ा है। हमने द्विपक्षीय संबंधों, बुनियादी ढांचे, कनेक्टिविटी और अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।”
म्यांमार में विनाशकारी भूकंप, हजारों की मौत
म्यांमार में बीते सप्ताह शुक्रवार को तेज भूकंप आया, जिससे हजारों लोगों की जान चली गई और कई इमारतें मलबे में तब्दील हो गईं।
- भूकंप की तीव्रता: 7.2 मैग्निट्यूड
- मृतकों की संख्या: 3000+
- घायलों की संख्या: 4000+
- क्षति: पुलों, इमारतों और अन्य बुनियादी ढांचों को भारी नुकसान
भारत सरकार ने तुरंत राहत सामग्री और सहायता टीम म्यांमार भेजी ताकि पीड़ितों को मदद दी जा सके।
पहले भी पीएम मोदी ने म्यांमार को दिया था सहयोग का आश्वासन
भूकंप के तुरंत बाद, पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर म्यांमार के लोगों के प्रति सहानुभूति प्रकट करते हुए लिखा था:
“म्यांमार के वरिष्ठ जनरल महामहिम मिन आंग ह्लाइंग से फोन पर बात की। विनाशकारी भूकंप में जान गंवाने वालों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। भारत एक सच्चे मित्र और पड़ोसी के रूप में इस कठिन घड़ी में म्यांमार के साथ खड़ा है।”
भारत ने बचाव और राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए सहायता भेजी और म्यांमार सरकार को हरसंभव सहयोग देने का वादा किया।
भारत-म्यांमार संबंधों पर जोर
भारत और म्यांमार के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं। दोनों देश BIMSTEC जैसे मंचों के माध्यम से सहयोग को मजबूत कर रहे हैं।
इस बैठक में चर्चा के प्रमुख बिंदु:
✅ कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर: दोनों देशों के बीच व्यापार और आवागमन को बढ़ाने के लिए नए प्रोजेक्ट्स पर चर्चा हुई।
✅ सुरक्षा सहयोग: म्यांमार के अंदरूनी हालात और क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों पर बातचीत हुई।
✅ आपदा राहत: भारत ने भूकंप प्रभावित म्यांमार को मानवीय सहायता बढ़ाने का आश्वासन दिया।
✅ व्यापार और निवेश: द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने के लिए संभावनाओं पर विचार किया गया।
कल होगा BIMSTEC समिट का समापन
BIMSTEC शिखर सम्मेलन का कल समापन होगा, जिसमें सभी सदस्य देशों के नेता भविष्य की योजनाओं पर सहमति जताएंगे। भारत ने इस बैठक में क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और आपसी सहयोग को प्राथमिकता देने की बात कही है।
भारत-म्यांमार सहयोग से दोनों देशों के संबंध और मजबूत होंगे और इस कठिन समय में म्यांमार को भारत का पूरा समर्थन मिलेगा। source- india tv
Wriitten by Pankaj chaudhary