कर्फ्यू हटाने का फैसला और मौजूदा स्थिति
नागपुर: महाराष्ट्र के नागपुर में हाल ही में हुई हिंसा के बाद हालात धीरे-धीरे सामान्य होते नजर आ रहे हैं। प्रशासन ने अब नंदनवन और कपिलनगर थाना क्षेत्रों से कर्फ्यू पूरी तरह हटा लिया है, जबकि अन्य थाना क्षेत्रों में दोपहर 2 बजे से 4 बजे तक लोगों को राहत दी गई है। हालांकि, अब भी कोतवाली और गणेशपेठ थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू अगले आदेश तक जारी रहेगा। पुलिस कमिश्नर द्वारा जारी बयान के अनुसार, हिंसा के बाद शहर के 11 थाना क्षेत्रों में संचारबंदी लागू की गई थी, लेकिन अब हालात पर नियंत्रण पाने के बाद धीरे-धीरे पाबंदियों में ढील दी जा रही है। प्रशासन ने साफ किया है कि स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
अब तक 69 गिरफ्तार, माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी का नेता भी शामिल
इस बीच, पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है और अब तक 69 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता फहीम खान का नाम भी शामिल है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, हिंसा भड़काने वालों की पहचान के लिए 18 विशेष जांच टीमें गठित की गई हैं, जो संदिग्धों की पहचान कर उन्हें पकड़ने का काम कर रही हैं। अब तक 200 लोगों को नामजद किया जा चुका है, जबकि सीसीटीवी फुटेज के जरिए अन्य उपद्रवियों की पहचान करने की प्रक्रिया जारी है।
5 एफआईआर दर्ज, सीसीटीवी से आरोपियों की पहचान जारी
जानकारी के अनुसार, गणेशपेठ और कोतवाली पुलिस थानों में अब तक 5 एफआईआर दर्ज की गई हैं। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, फहीम खान पहले भी बिजली चोरी और 2023-2024 में हुए विरोध-प्रदर्शनों से जुड़े मामलों में आरोपी रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, खान और उसके समर्थकों ने नागपुर पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन किया था, जिसके बाद हिंसा भड़क उठी। घटना के दिन फहीम खान समेत 50 से 60 लोगों ने थाने के बाहर प्रदर्शन किया और इसके बाद सैकड़ों लोग शिवाजी महाराज चौक पर इकट्ठा हो गए, जहां झड़पें हुईं।
पुलिस की कड़ी नजर, अफवाहों से बचने की अपील
नागपुर पुलिस का कहना है कि स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और किसी भी संदिग्ध को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस ने साइबर सेल की मदद से हिंसा फैलाने वाले अन्य आरोपियों की पहचान की प्रक्रिया तेज कर दी है और जल्द ही अन्य दोषियों को गिरफ्तार किया जा सकता है। प्रशासन ने शहरवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है और अफवाहों पर ध्यान न देने की सलाह दी है। इस बीच, सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट मोड पर हैं और किसी भी संभावित उपद्रव को रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात कर दिए गए हैं।