आज के डिजिटल युग में, डेटिंग ऐप्स पर दोस्ती और रिश्तों की खोज करना आम हो गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसी प्लेटफार्म का उपयोग धोखाधड़ी के लिए भी किया जा रहा है? लोग नए रिश्ते बनाने की कोशिश में अक्सर ठगी का शिकार हो जाते हैं। हाल ही में, ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां ठग पहले दोस्ती करते हैं और फिर अपने लाभ के लिए आपको धोखा देते हैं। यह नई ठगी का फॉर्मूला तेजी से बढ़ रहा है, जिससे लोगों को सावधान रहने की आवश्यकता है। कई बार तो ये ठगी का खेल इतना सफाई से खेला जाता है कि आम लोग इसे पहचान नहीं पाते।
फूडी कॉल्स: एक नया ट्रेंड
इन ठगों का एक नया तरीका सामने आया है जिसे ‘फूडी कॉल्स’ कहा जाता है। इस ट्रेंड में, लड़कियां डेटिंग ऐप्स पर अच्छे दोस्त बनाने का दिखावा करती हैं और महंगे खाने या ड्रिंक्स के लिए पुरुषों को बुलाती हैं। यह ठगी का सबसे सरल और प्रभावी तरीका बन गया है। शुरुआत में ये महिलाएं मिलनसार और दोस्ताना नजर आती हैं, लेकिन जैसे ही मुलाकात होती है, खर्च का बोझ अचानक पुरुष पर डाल दिया जाता है। उदाहरण के लिए, एक बार जब विकास गुप्ता नाम का युवक एक डेट पर गया, तो उसे यह जानकर झटका लगा कि महज 100 रुपए की कोल्ड ड्रिंक और एक समोसे के लिए 3000 रुपए का बिल आ गया! इस स्थिति ने उसे बंधक बना दिया जब उसने बिल चुकाने से मना किया। यह कहानी केवल एक उदाहरण है, लेकिन ऐसे कई मामले देशभर में सामने आ रहे हैं।
एक दुखद कहानी
मेरठ के विकास गुप्ता ने एक डेटिंग ऐप पर एक लड़की से बात शुरू की। पहले तो सब कुछ ठीक था, लेकिन जब वे दोनों पहली बार मिले, तब सब कुछ बदल गया। डिनर के दौरान जब बिल आया, तो विकास को यकीन नहीं हुआ कि उसके साथ क्या हो रहा है। जब उसने उस महंगे बिल का सामना किया, तो उसे एहसास हुआ कि वह केवल एक शिकार बन चुका है। यह कोई अकेला मामला नहीं है; ऐसे कई युवक और युवतियां इस प्रकार की ठगी का शिकार बन रहे हैं। विकास ने अपनी स्थिति को समझते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि यह कोई सामान्य घटना नहीं थी, बल्कि एक संगठित ठगी का हिस्सा था।
ठगी का गैंग
गाजियाबाद पुलिस ने इस मामले में एक ठगी गैंग को पकड़ा है, जिसमें तीन पुरुष और पांच महिलाएं शामिल हैं। ये ठग केवल दिल्ली-एनसीआर में ही नहीं, बल्कि अन्य बड़े शहरों जैसे मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरु और पुणे में भी सक्रिय हैं। इस गैंग का मुख्य उद्देश्य उच्च वर्ग के व्यक्तियों को निशाना बनाना है, जो आमतौर पर महंगे रेस्टोरेंट्स में जाते हैं। पुलिस ने इस गैंग के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया है, लेकिन सवाल यह है कि क्या यह ठगी का खेल यहां खत्म हो जाएगा? ठगों की यह बारीकी से योजनाबद्ध योजना अब कई युवा लोगों को मुश्किल में डाल रही है। ऐसे मामलों की संख्या में वृद्धि और बढ़ती जा रही है, जिससे लोगों के मन में डर और आशंका बढ़ रही है।
डेटिंग ऐप्स का सावधानी से उपयोग करें
इन दिनों, डेटिंग ऐप्स का इस्तेमाल करने वाले लोगों को सावधान रहने की आवश्यकता है। कई लोग प्यार और सच्चे रिश्ते की खोज में डेटिंग ऐप्स का सहारा लेते हैं, लेकिन कुछ लोग केवल अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए उनका उपयोग कर रहे हैं। यह जरूरी है कि आप अपने साथी के इरादों को समझें और सावधानी बरतें। अगर आपको किसी व्यक्ति पर संदेह है, तो बेहतर है कि आप उनसे दूर रहें। संबंधों में स्पष्टता और ईमानदारी होनी चाहिए, अन्यथा आप धोखाधड़ी के शिकार बन सकते हैं।
शोषण का नया रास्ता
पुरुष अधिकारों के लिए काम करने वाली बरखा त्रेहन का कहना है कि कई लोग डेटिंग ऐप्स का इस्तेमाल केवल अपने फायदे के लिए करते हैं। उन्होंने बताया कि यह शोषण का एक नया रूप बन चुका है। कुछ लोग केवल मुफ्त खाने और उपहारों के लिए डेट्स का सहारा लेते हैं। यह केवल पुरुषों के लिए नहीं, बल्कि महिलाओं के लिए भी चिंता का विषय है, क्योंकि कई बार उन्हें भी ऐसे व्यक्तियों का सामना करना पड़ता है जो केवल शारीरिक संबंधों के लिए संपर्क करते हैं। इस प्रकार के शोषण का मुकाबला करना आसान नहीं है, लेकिन इसके लिए जागरूकता जरूरी है।
ठगी से बचने के उपाय
इस प्रकार के शोषण से बचने के लिए, आपको ऐसे संकेत पहचानने होंगे जो यह दिखाते हैं कि सामने वाला केवल आपके पैसे में दिलचस्पी रखता है। यदि आप किसी के साथ मिल रहे हैं, तो हर विषय पर खुलकर बात करें और अपनी सीमाएं स्पष्ट करें। जब भी आप किसी नए व्यक्ति से मिलें, तो पहले उनके इरादों को समझें। यदि आपको किसी के व्यवहार में असामान्यताएं दिखाई दें, तो सावधान रहें और अपने आपको उन स्थितियों से दूर रखें।
डेटिंग ऐप्स पर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में सावधान रहना जरूरी है। यदि आपके साथ ऐसा होता है, तो आपको तुरंत पुलिस में रिपोर्ट करनी चाहिए। इससे न केवल आपकी खोई हुई आत्मविश्वास वापस आएगी, बल्कि आप दूसरों को भी ऐसी ठगी से बचाने में मदद कर सकेंगे। रिश्तों में हमेशा खुलापन और ईमानदारी होनी चाहिए। याद रखें, सावधानी हटी तो दुर्घटना घटी!