उरी में घुसपैठ की कोशिश नाकाम: सेना की जवाबी कार्रवाई में दो आतंकी ढेर, इलाके में जारी है ऑपरेशन
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां चौकन्ना हो गई हैं। इस बीच बारामुल्ला के उरी सेक्टर से एक और बड़ी खबर सामने आई है, जहां पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ की कोशिश की गई। सेना की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से आतंकियों के मंसूबे नाकाम हो गए और दो आतंकियों को ढेर कर दिया गया।
लगातार चल रहा सर्च ऑपरेशन
सेना पहलगाम हमले के बाद से पूरे क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चला रही है। इसी कड़ी में 23 अप्रैल को उरी के ओपी टिक्का क्षेत्र में करीब 2-3 आतंकवादियों ने नियंत्रण रेखा (LoC) पार करने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि आतंकियों ने सरजीवन जनरल क्षेत्र से घुसपैठ का प्रयास किया, लेकिन सतर्क जवानों ने समय रहते उन्हें रोक लिया। चेतावनी देने पर आतंकियों ने गोलियां चलानी शुरू कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।
दो आतंकियों को किया गया ढेर, हथियार भी बरामद
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच चली भारी गोलीबारी में सेना ने दो आतंकवादियों को मार गिराया है। मारे गए आतंकियों के पास से बड़ी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और अन्य सैन्य सामग्री बरामद की गई है। सेना ने पूरे इलाके को घेरकर ऑपरेशन को अंजाम दिया और अभी भी कुछ क्षेत्रों में तलाशी अभियान जारी है।
पहलगाम हमला: देश में मचा हड़कंप
गौरतलब है कि बीते दिन पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी और 17 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हैं। यह हमला उस समय हुआ जब बड़ी संख्या में पर्यटक वहां छुट्टियां मनाने आए थे। घटना के तुरंत बाद स्थानीय प्रशासन और सेना ने मोर्चा संभाल लिया। देशभर में टूरिस्ट स्थलों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और दिल्ली, मुंबई, लखनऊ जैसे शहरों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
प्रधानमंत्री ने की हाई लेवल मीटिंग
घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब के दौरे से लौटते ही सीधे दिल्ली में सीसीएस (कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी) की आपात बैठक में पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों से घाटी की स्थिति पर विस्तृत रिपोर्ट ली और कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।
घाटी में दहशत, स्कूल-कॉलेज बंद
हमले के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने ऐहतियातन सभी स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया है। स्थानीय प्रशासन ने टूरिस्ट्स के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं ताकि वे अपने परिजनों से संपर्क कर सकें। पर्यटन क्षेत्र पर पड़े इस हमले का असर हर स्तर पर देखा जा रहा है।