दिल्ली के छावला नहर में एक युवती की लाश मिलने से हड़कंप मच गया। युवती की हत्या गला घोंटकर की गई थी और शव को पत्थर से बांधकर फेंका गया था। पुलिस ने मुख्य आरोपी आसिफ को गिरफ्तार कर लिया है।
दिल्ली: छावला नहर में मिली युवती की लाश, हत्या कर शव फेंकने का आरोप
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के छावला इलाके में एक युवती की लाश मिलने से सनसनी फैल गई। युवती की पहचान सीमापुरी थाने के सुंदर नगरी इलाके की रहने वाली कोमल के रूप में हुई है। पुलिस जांच में सामने आया कि उसकी हत्या गला घोंटकर की गई और शव को पत्थर से बांधकर छावला नहर में फेंक दिया गया था।
हत्या के पीछे दोस्ती और शादी का दबाव
मृतका के परिवार वालों ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी पर दोस्ती करने और शादी के लिए दबाव डाला जा रहा था। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी बेटी के शव को जानबूझकर छावला में फेंका गया ताकि मामला किसी अन्य इलाके का लगे।
परिवार ने बताया कि जब कोमल लापता हुई, तो वे तीन अलग-अलग थानों में गए थे, लेकिन उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया। अंततः सीमापुरी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई।
कैसे हुआ हत्याकांड का खुलासा?
पुलिस जांच में पता चला कि कोमल 12 मार्च से लापता थी। उसी दिन उसकी हत्या कर दी गई थी। मुख्य आरोपी आसिफ, जो एक टैक्सी चालक है और मृतका का पुराना जानकार भी था, उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
आसिफ ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने 12 मार्च को कोमल को सीमापुरी इलाके से अपनी टैक्सी में बैठाया था। इसी दौरान किसी बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया। गुस्से में आकर आसिफ ने कोमल का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने शव को छावला नहर में फेंक दिया और शव को डूबाने के लिए गले में पत्थर बांध दिया।
शव बरामद होते ही मचा हड़कंप
17 मार्च को कोमल का शव पानी में फूलकर ऊपर आ गया, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। 19 मार्च को पुलिस ने मृतका के परिवार को राव तुलाराम अस्पताल में बुलाया, जहां उन्होंने शव की पहचान कोमल के रूप में की।
मुख्य आरोपी गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी
दिल्ली पुलिस ने मुख्य आरोपी आसिफ को गिरफ्तार कर लिया है और हत्या में इस्तेमाल की गई कार को भी जब्त कर लिया है। पुलिस अब इस हत्याकांड में अन्य संभावित आरोपियों की भूमिका की जांच कर रही है।
परिवार ने पुलिस पर उठाए सवाल
परिवार वालों का कहना है कि अगर पुलिस समय रहते कार्रवाई करती तो उनकी बेटी की जान बच सकती थी। उन्होंने दिल्ली पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया और निष्पक्ष जांच की मांग की है।
फिलहाल, पुलिस इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है और अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।