थाने के लिए आवंटित जमीन पर कब्जा
उत्तर प्रदेश के कानपुर में भू-माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हो गए कि उन्होंने पुलिस थाने के लिए आवंटित जमीन पर ही कब्जा कर लिया। मामला शहर के सचेंडी थाना क्षेत्र का है, जहां दबंगों ने साइबर थाने के लिए आवंटित सरकारी जमीन को घेरकर उस पर बाउंड्रीवॉल खड़ी कर दी और गेट पर ताला जड़ दिया।
पुलिस को भनक तक नहीं लगी, चार किमी दूर है थाने की जमीन
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जिस जमीन पर कब्जा किया गया, वह सचेंडी थाने से महज 4 किलोमीटर दूर स्थित है, बावजूद इसके पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। जब मामला प्रशासन के संज्ञान में आया तो आनन-फानन में कार्रवाई शुरू हुई और पुलिस ने बुलडोजर चलाकर अवैध कब्जा हटवा दिया।
गश्त के दौरान हुआ खुलासा
साइबर थाना निर्माण के लिए 25 जुलाई 2022 को राजस्व विभाग ने कानपुर के आकाशदीप कोल्ड स्टोरेज के पास स्थित गाटा संख्या 706 में 0.350 हेक्टेयर भूमि आवंटित की थी। क्षेत्रीय गश्त के दौरान दरोगा अजीत सिंह ने देखा कि उक्त भूमि पर बाउंड्रीवॉल बनाई जा चुकी है और वहां अवैध कब्जा हो चुका है।
चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
पुलिस ने स्थानीय लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि इस कब्जे के पीछे बसंत विहार नौबस्ता निवासी अभिषेक मिश्रा, गुलमोहर विहार निवासी राजेश दीक्षित, बारादेवी जूही निवासी विपिन तिवारी और निराला नगर गोविंद नगर निवासी मनोज तोमर का हाथ है। इसके बाद सचेंडी थाने में चारों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
बुलडोजर चलाकर कब्जा हटाया
घटना के चर्चा में आते ही प्रशासन हरकत में आया और पुलिस ने बुलडोजर की मदद से अवैध निर्माण को ध्वस्त कर जमीन को कब्जामुक्त कराया। हालांकि, जब पुलिस मौके पर पहुंची तो कोई भी अवैध कब्जाधारी वहां मौजूद नहीं था।
पुलिस ने क्या कहा?
इस मामले में एसीपी पनकी शिखर ने बताया कि हल्का प्रभारी द्वारा जब इलाके का निरीक्षण किया गया, तो पाया गया कि साइबर थाने के लिए आवंटित भूमि पर अवैध निर्माण कर कब्जा कर लिया गया था। इसकी सूचना मिलते ही चार आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर विधि अनुसार कार्रवाई शुरू कर दी गई है।