पहलगाम हमले के बाद भारत का बड़ा एक्शन, सेना को मिली खुली छूट
पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने अब भारत की तीनों सेनाओं को खुली छूट दे दी है। पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई में लगातार हो रही बैठकों के बाद अब यह साफ हो गया है कि आतंक के खिलाफ भारत आखिरी और निर्णायक प्रहार की ओर बढ़ चुका है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीडीएस अनिल चौहान और एनएसए अजीत डोभाल समेत टॉप लीडरशिप इस ऑपरेशन पर पैनी नजर बनाए हुए है।
फ्री हैंड का मतलब – अब चुप नहीं रहेगा भारत
भारतीय सेना को मिली खुली छूट का मतलब साफ है – अब कोई सर्जिकल स्ट्राइक की सीमित कार्यवाही नहीं, बल्कि बहुआयामी जवाबी एक्शन होगा। सुरक्षा एजेंसियों से लेकर सेना तक सबका फोकस इस पर है कि हमला ऐसा हो जो दुनिया देख सके। सरकार के उच्चस्तरीय सूत्रों के मुताबिक, यह कार्रवाई उरी या बालाकोट जैसी दोहराई हुई रणनीति नहीं होगी, बल्कि इसका तरीका एकदम नया होगा ताकि पाकिस्तान की तैयारियों को मात दी जा सके।
CCS मीटिंग में बना एक्शन ब्लूप्रिंट, टारगेट तय
कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की दो बैठकों के बाद यह माना जा रहा है कि भारत ने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई का पूरा ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया है। इस ब्लूप्रिंट में सीमा पार मौजूद लॉन्च पैड्स, आतंकी ठिकानों, और उन्हें शरण देने वाले नेटवर्क पर प्रहार को प्राथमिकता दी गई है।
पाकिस्तान में दहशत, सेना कर रही है बड़ी तैयारी
सेना को खुली छूट मिलने की खबर से पाकिस्तान में हड़कंप मचा हुआ है। POK (पाक अधिकृत कश्मीर) में पाकिस्तान ने अपनी दो कोर सेनाएं तैनात कर दी हैं जो पहले अफगान सीमा पर थीं। लगातार F-16 लड़ाकू विमान क्षेत्र में गश्त कर रहे हैं ताकि किसी भी हवाई कार्रवाई का जवाब दिया जा सके। पाकिस्तान जानता है कि भारत इस बार केवल जवाब नहीं देगा बल्कि सबक भी सिखाएगा।
सिंधु जल समझौता भी बना सिरदर्द
भारत ने सिंधु जल संधि के तहत पानी संबंधी डेटा साझा करना बंद कर दिया है, जिससे पाकिस्तान को इस बात की चिंता सता रही है कि भारत कब पानी छोड़ेगा और कब रोकेगा। इससे नदियों के किनारे बने टैंक रास्ते बेकार हो गए हैं और यह युद्ध की स्थिति में बड़ी दिक्कत बन सकते हैं।
गोला-बारूद की किल्लत, पाकिस्तान को भुगतने होंगे अंजाम
पिछले दो सालों में पाकिस्तान ने यूक्रेन को 155 मिमी गोले की सप्लाई की है, जिससे अब उसके पास खुद के लिए गोला-बारूद का स्टॉक बेहद कम रह गया है। पाकिस्तानी सेना के पास हफ्तेभर तक भी चलने लायक स्टॉक नहीं है और उनके पास ऐसी कोई फैक्ट्री नहीं जो युद्ध की स्थिति में तेजी से गोला-बारूद बना सके।
कश्मीरियों से नहीं मिला समर्थन, पाकिस्तान को झटका
पहलगाम हमले से पहले पाकिस्तान को उम्मीद थी कि कश्मीर के लोग उसके समर्थन में उतरेंगे, लेकिन उल्टा हुआ। आम कश्मीरी नागरिकों से लेकर राजनीतिक दलों तक ने हमले की निंदा की। उमर अब्दुल्ला और फारूक अब्दुल्ला ने भी पाक पर जमकर हमला बोला, जिससे पाकिस्तान की ‘नरम कश्मीर’ रणनीति पूरी तरह फ्लॉप हो गई।
बौखलाया पाकिस्तान अब लगा रहा है सऊदी-UAE से गुहार
पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर पर भारी दबाव है। वह सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात से अपील कर रहे हैं कि वे भारत पर दबाव बनाएं ताकि कार्रवाई को रोका जा सके। लेकिन अमेरिका पहले ही साफ कर चुका है कि इस बार पाकिस्तान को कोई ‘सेफ पास’ नहीं मिलेगा।
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Source – Ndtv
Written by – Pankaj Chaudhary