नागपुर में पुलिसकर्मी की दबंगई, हेलमेट पहनने की सलाह देने पर युवक को मारा थप्पड़
Nagpur Police: महाराष्ट्र के नागपुर जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक पुलिसकर्मी को हेलमेट पहनने की सामान्य सलाह देना एक युवक को बेहद महंगा पड़ गया। बिना हेलमेट बाइक चला रहे पुलिसकर्मी को जब युवक ने रोक कर नियम पालन करने की बात कही तो पुलिसकर्मी गुस्से से आगबबूला हो गया और युवक को थप्पड़ जड़ दिया।
घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसके बाद पूरे मामले को लेकर जनता में गुस्सा और नाराजगी देखने को मिल रही है।
कहां हुई घटना?
यह मामला नागपुर के जरीपटका थाना क्षेत्र का है। मिली जानकारी के अनुसार, युवक प्रतीक खणकुरे मनकापुर पुल के पास से गुजर रहा था, तभी उसने एक पुलिसकर्मी आनंद सिंह को बिना हेलमेट के बाइक चलाते देखा। प्रतीक ने पुलिसकर्मी को नम्रता से हेलमेट पहनने की सलाह दी।
परंतु पुलिसकर्मी ने बाइक रोककर प्रतीक के पास आकर उसे जोरदार चांटा मार दिया। इस पूरी घटना को राह चलते किसी व्यक्ति ने अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया और वीडियो वायरल कर दिया।
थाने में शिकायत, पुलिसकर्मी की सफाई
थप्पड़ मारने के बाद प्रतीक ने जरीपटका थाने में जाकर पुलिसकर्मी के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में प्रतीक ने कहा कि पुलिस आम जनता पर हेलमेट न पहनने पर कार्रवाई करती है, लेकिन जब कोई पुलिसकर्मी खुद नियम तोड़ता है और कोई उसे टोकता है, तो वह मारपीट पर उतर आता है।
पुलिसकर्मी आनंद सिंह ने अपने बचाव में कहा कि वह दांत के इलाज के लिए गया था और दर्द के चलते उसने हेलमेट नहीं पहना। साथ ही वह युवक पर गाली देने, गाड़ी कट मारने जैसे अलग-अलग आरोप भी लगा रहा है, जबकि वीडियो में प्रतीक केवल यह कहते दिख रहा है कि “आपने हेलमेट क्यों नहीं पहना।”
वीडियो वायरल, पुलिस पर उठे सवाल
इस पूरे मामले में सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है वायरल वीडियो की, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मी युवक को थप्पड़ मार रहा है और उल्टा उसी पर आरोप लगा रहा है।
सोशल मीडिया पर लोगों ने इस पर सवाल उठाए हैं कि जब कानून के रक्षक ही नियम तोड़ें और दबंगई पर उतर आएं, तो आम आदमी कहां जाएगा? नागपुर पुलिस पर कार्रवाई की मांग की जा रही है।
नागपुर पुलिस करेगी जांच
नागपुर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा है कि शिकायत मिलने के बाद जांच शुरू कर दी गई है और वायरल वीडियो को भी जांच का हिस्सा बनाया जाएगा। यदि आरोप सही पाए गए तो संबंधित पुलिसकर्मी के खिलाफ आवश्यक अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।