पूर्णिया में नदी पर बना अवैध पुल
बिहार के पूर्णिया जिले में एक अजीब मामला सामने आया है, जहां भू-माफियाओं ने प्लॉट की कीमतें बढ़ाने के लिए नदी पर एक निजी पुल बना डाला। यह मामला तब उजागर हुआ जब नगर निगम को इस अवैध निर्माण की जानकारी मिली। आश्चर्यजनक रूप से, पुल बनाने की खबर प्रशासन को देर से लगी, जबकि इसका निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका था।
बिना अनुमति बन रहा था पुल
नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि इस पुल के लिए कोई सरकारी योजना मंजूर नहीं की गई थी। स्थानीय भू-माफियाओं ने नदी पार सस्ते दामों में जमीन खरीदी और उसे ऊंची कीमतों पर बेचने की साजिश रची। इसके लिए उन्होंने नदी पर निजी तौर पर एक पुल का निर्माण शुरू कर दिया, ताकि खरीदारों को यह विश्वास दिलाया जा सके कि क्षेत्र में बेहतर कनेक्टिविटी उपलब्ध है।
नगर निगम की कार्रवाई पर स्थानीय लोगों का विरोध
गुरुवार को जब नगर निगम की टीम पुल को तोड़ने पहुंची, तो स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध किया। विरोध कर रहे लोगों का कहना था कि यह पुल उनके लिए सुविधाजनक होगा और प्रशासन को इसे नहीं तोड़ना चाहिए। नगर निगम के सिटी मैनेजर पवन कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और अधिकारियों के निर्देशानुसार ही आगे की कार्रवाई होगी।
प्रशासन पर खड़े हो रहे सवाल
सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस पुल के निर्माण की खबर नगर निगम को पहले क्यों नहीं लगी? बिना किसी अनुमति के नदी पर पुल बनाया जा रहा था, लेकिन प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी। क्या यह लापरवाही है या फिर इसमें कोई मिलीभगत है? यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन इस अवैध पुल पर क्या कार्रवाई करता है।
बिहार में भू-माफियाओं की बढ़ती गतिविधियां
यह मामला बिहार में तेजी से बढ़ रहे अवैध निर्माण और भू-माफियाओं की करतूतों को उजागर करता है। प्रदेश में कई जगहों पर इसी तरह के अवैध निर्माण होते हैं, लेकिन प्रशासन की ढील के कारण समय पर कार्रवाई नहीं होती। इस घटना ने सरकार और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।