Teeth cavities will go away सुबह खाली पेट पी लें पान के पत्ते का पानी,
मुस्कान किसी भी चेहरे की खूबसूरती को बढ़ा देती है, लेकिन जब यही मुस्कान दांतों में कीड़े यानी कैविटी की वजह से शर्मिंदगी का कारण बन जाए, तो इससे न केवल आत्मविश्वास कम होता है, बल्कि यह कई बार सामाजिक असहजता का कारण भी बनती है। बदलती जीवनशैली, गलत खानपान और ओरल हाइजीन की कमी के चलते आजकल बहुत से लोग दांतों से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे हैं। खासकर दांतों में कैविटी, मसूड़ों की सूजन और मुंह की दुर्गंध जैसी समस्याएं आम होती जा रही हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक बहुत ही आसान और घरेलू नुस्खा इन सभी परेशानियों को जड़ से खत्म कर सकता है? जी हां, डाइटिशियन श्रेया गोयल ने अपने इंस्टाग्राम वीडियो में एक ऐसा प्राकृतिक उपाय बताया है जो आयुर्वेद में सदियों से उपयोग होता आ रहा है — और वो है पान के पत्ते का पानी।
क्या है इस आसान घरेलू नुस्खे की खासियत?
डाइटिशियन श्रेया गोयल बताती हैं कि पान के पत्ते का पानी पीना एक असरदार आयुर्वेदिक तरीका है, जिससे न सिर्फ ओरल हेल्थ बेहतर होती है बल्कि शरीर को अन्य फायदों का अनुभव भी होता है। पान का पत्ता एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर होता है, जो मुंह के अंदर के बैक्टीरिया को खत्म कर वहां एक स्वस्थ वातावरण बनाए रखता है।

पान का पत्ता कैसे करता है काम?
1. कैविटी से बचाव
दांतों में कीड़ा लगना यानी कैविटी की शुरुआत आमतौर पर तब होती है जब मुंह में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया दांतों की सतह को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देते हैं। पान के पत्ते में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण इन बैक्टीरिया को नष्ट करने में मदद करते हैं, जिससे कैविटी बनने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है या पूरी तरह रुक जाती है।
2. मसूड़ों की सूजन में राहत
अगर आपके मसूड़ों में अक्सर सूजन रहती है या ब्रश करते वक्त खून आता है, तो यह मसूड़ों के कमजोर होने का संकेत हो सकता है। पान का पत्ता अपने एंटीसेप्टिक गुणों के कारण मसूड़ों की सूजन और खून बहने जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है।
3. सांसों की बदबू दूर करता है
मुंह से दुर्गंध आना कई बार शर्मिंदगी का कारण बन सकता है। डाइटिशियन कहती हैं कि सुबह-सुबह पान का पानी पीने से मुंह की सफाई बेहतर होती है और सांसें ताजगी से भर जाती हैं।
4. दांत और मसूड़े बनते हैं मजबूत
पान के पत्तों में मौजूद पोषक तत्व न सिर्फ दांतों की पकड़ को मजबूत बनाते हैं, बल्कि चबाने की ताकत भी बढ़ाते हैं। यह दांतों को टूटने या हिलने से बचाता है।

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5. फंगल इन्फेक्शन से सुरक्षा
मुंह में फंगल इंफेक्शन भी एक आम समस्या है, खासकर तब जब व्यक्ति लंबे समय तक दवाइयों पर हो या डायबिटीज जैसी कोई बीमारी हो। पान के पत्ते के एंटीफंगल गुण मुंह के अंदर फंगल इन्फेक्शन से लड़ने में कारगर साबित होते हैं।
कैसे करें पान के पत्ते का सेवन?
डाइटिशियन श्रेया गोयल ने बताया कि पान के पत्तों का सेवन करने का सही तरीका यह है कि:
- रोज सुबह खाली पेट 1 से 2 ताजे और साफ पान के पत्ते लें।
- इन्हें एक गिलास पानी में 5-10 मिनट तक भिगोकर रखें।
- इसके बाद इस पानी को छानकर धीरे-धीरे पी जाएं।
ध्यान रखें कि इसका स्वाद थोड़ा तीखा और कड़वा हो सकता है, लेकिन इसके फायदे आपकी ओरल हेल्थ को काफी हद तक सुधार सकते हैं।

और क्या हैं फायदे?
पान के पत्तों का पानी पीने से न सिर्फ मुंह की बीमारियों में फायदा मिलता है, बल्कि यह पेट की कई परेशानियों जैसे गैस, अपच और कब्ज से भी राहत दिला सकता है। कुछ आयुर्वेद विशेषज्ञ मानते हैं कि यह शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है और इम्यून सिस्टम को भी बूस्ट करता है।
क्या इसे रोजाना पिया जा सकता है?
हां, अगर आप किसी खास बीमारी से ग्रसित नहीं हैं और पान के पत्ते से एलर्जी नहीं है, तो इसका पानी रोज सुबह पी सकते हैं। लेकिन यदि आप गर्भवती हैं, या कोई विशेष दवा ले रहे हैं, तो किसी आयुर्वेदिक या एलोपैथिक चिकित्सक से सलाह जरूर लें।
एक ज़रूरी सावधानी
बच्चों को देने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।
हमेशा ताजे, साफ और बिना सुगंधित रसायनों वाले पान के पत्ते ही लें।
पान में कत्था, सुपारी या चूना न मिलाएं — यहां हम बात सिर्फ हरे पान के पत्तों की कर रहे हैं।
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