करनाल में गूंजा न्याय का आह्वान
हरियाणा के करनाल में जैसे ही नौसेना के शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल का पार्थिव शरीर पहुंचा, एक सन्नाटा पूरे शहर पर छा गया। लोग आखिरी विदाई देने के लिए हजारों की संख्या में उमड़ पड़े। उनके अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी खुद मौजूद थे, लेकिन सबसे गूंजती आवाज़ थी उनकी बहन की—”जिसने मेरे भाई को मारा, मुझे उसका सिर चाहिए।”
‘जिसने मेरे भाई को मारा मुझे वो मरा चाहिए…’
— NDTV India (@ndtvindia) April 24, 2025
पहलगाम हमले में मारे गए लेफ्टिनेंट विनय की बहन ने CM सैनी से की अपील#PahalgamTerroristAttack | #Pahalgam | #PahalgamAttack | #JammuKashmir pic.twitter.com/DcCwXUkr4X
CM सैनी से मुलाकात और बहन का फूट-फूट कर रोना
विनय की बहन ने सीएम सैनी के सामने अपने दर्द को शब्दों में पिरोते हुए कहा, “सर, हमारे भाई को सरेआम मारा गया है। हमें इंसाफ चाहिए।” यह एक ऐसी पुकार थी जिसने वहां मौजूद हर व्यक्ति को भीतर तक हिला दिया। मुख्यमंत्री ने उन्हें भरोसा दिलाया कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
‘हनीमून’ बना शहीदी का मंजर
16 अप्रैल को विवाह बंधन में बंधे विनय और उनकी पत्नी हिमांशी, हनीमून मनाने के लिए पहलगाम गए थे। लेकिन इस खुशी की यात्रा ने दर्दनाक मोड़ ले लिया जब आतंकियों ने बैसरन में हमला कर दिया। हिमांशी के सामने ही उनके पति को गोली मार दी गई। विनय सिर्फ 26 वर्ष के थे।
‘तिरंगे में लिपटा सपना’—पत्नी की अंतिम विदाई
हिमांशी, जो गुरुग्राम की रहने वाली हैं और पीएचडी कर रही हैं, ने अपने पति को तिरंगे में लिपटे हुए गले लगाकर विदाई दी। उन्होंने कहा, “हमें उन पर गर्व है, और हम उन्हें हमेशा सम्मानित करेंगे।” यह पल सिर्फ एक परिवार का दुःख नहीं था, यह पूरे देश की वेदना बन गया।
‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ की गूंज और लोगों का सैलाब
जैसे ही शव श्मशान घाट की ओर बढ़ा, ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे गूंज उठे। हर आंख नम थी, और हर मन सवालों से भरा। इस अंतिम यात्रा में हरियाणा के मुख्यमंत्री के अलावा पंजाब के मंत्री हरपाल सिंह चीमा भी शामिल हुए।
Source – Ndtv
Written by – Pankaj chaudhary