पाकिस्तान में बलूच विद्रोहियों द्वारा हाईजैक की गई जाफर एक्सप्रेस को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पाकिस्तानी सेना ने दावा किया था कि उसने इस ट्रेन से सभी बंधकों को सुरक्षित छुड़ा लिया और ऑपरेशन को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया। सेना का कहना था कि इस अभियान में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) के 33 विद्रोहियों को मार गिराया गया। लेकिन इस मामले में एक प्रत्यक्षदर्शी पंजाबी फौजी का बयान सेना के दावे से बिल्कुल अलग है।
चश्मदीद का कहना है कि उसने अपनी आंखों से बीएलए के लड़ाकों को 50 से 60 लोगों को मारते देखा। इस बयान ने पाकिस्तानी सेना की पोल खोल दी है और ऑपरेशन की सच्चाई पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
चश्मदीद पंजाबी फौजी ने बताया- ‘मेरी आंखों के सामने हुआ कत्लेआम’
An individual who survived the Jaffar Express hijacking told the media that 50 to 60 people were killed by BLA fighters, whom the BLA claimed were serving military personnel. pic.twitter.com/vmVXXSTKhS
— The Bolan News (@TheBolanN) March 13, 2025
प्रत्यक्षदर्शी पंजाबी फौजी, जो खुद इस ट्रेन में सवार था, ने मीडिया को दिए एक बयान में कहा कि उसने अपनी आंखों से बलूच विद्रोहियों को निर्दोष लोगों की हत्या करते देखा। फौजी के मुताबिक, “मैंने खुद 50 से 60 लोगों को मरते देखा है। यह नजारा बेहद भयावह था। बीएलए के लड़ाके निर्दयता से लोगों को मार रहे थे।”
इस बयान के बाद पाकिस्तानी सेना की ओर से किए गए दावों पर सवाल उठने लगे हैं। पाक सेना का कहना था कि उसने सभी बंधकों को सुरक्षित निकाल लिया, लेकिन प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, हाईजैक के दौरान कई लोग मारे गए।
पाकिस्तानी सेना के दावे पर उठे सवाल, BLA का भी अलग दावा
जहां पाकिस्तानी सेना का दावा है कि उसने BLA के 33 विद्रोहियों को मारकर सभी बंधकों को छुड़ा लिया, वहीं बीएलए का कहना है कि उसके पास अभी भी 150 से ज्यादा बंधक हैं। यह विरोधाभास पाकिस्तान में चल रहे बलूच विद्रोह और उसकी वास्तविकता को उजागर करता है।
BLA ने अपने बयान में कहा कि पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई में कई निर्दोष नागरिक मारे गए हैं। वहीं, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में चश्मदीद पंजाबी फौजी भी सेना के दावे को खारिज करता नजर आ रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ चश्मदीद का वीडियो
द बोलान न्यूज ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें यह चश्मदीद पंजाबी फौजी पूरी घटना का ब्योरा दे रहा है। वीडियो में फौजी साफ कहता है कि उसने अपनी आंखों के सामने बलूच विद्रोहियों को 50-60 लोगों को मारते देखा।
इस खुलासे ने पाकिस्तानी सेना के ऑपरेशन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या सेना का दावा सच है, या फिर सच्चाई कुछ और ही है? यह अब एक बड़ा सवाल बन गया है।
पाकिस्तान में बढ़ते बलूच विद्रोह से बढ़ी चिंता
बलूचिस्तान में विद्रोह लंबे समय से चल रहा है और हाल के वर्षों में इसमें तेजी आई है। बलूच लिबरेशन आर्मी लगातार पाकिस्तानी सेना के खिलाफ हमले कर रही है। इस घटना के बाद से पाकिस्तान सरकार की नीतियों और सेना की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।
बलूच विद्रोहियों द्वारा हाईजैक की गई ट्रेन की घटना ने एक बार फिर पाकिस्तान में सुरक्षा की स्थिति को उजागर कर दिया है। यह घटना बताती है कि वहां की सरकार और सेना अभी भी बलूचिस्तान में शांति स्थापित करने में विफल रही है।