India-Pakistanतनाव के बीच पीएम मोदी की सक्रियता, एयर चीफ मार्शल से की अहम बैठक
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह से मुलाकात की। यह बैठक बेहद संवेदनशील समय पर हुई है, जब देश में पहलगाम आतंकी हमले के बाद आक्रोश और सुरक्षा की चिंता चरम पर है।
सूत्रों के मुताबिक, यह बैठक प्रधानमंत्री और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी के बीच हुई मुलाकात के 24 घंटे के अंदर संपन्न हुई। इसमें वर्तमान सुरक्षा हालात, पाकिस्तान की ओर से मिल रही चुनौतियों और जवाबी कार्रवाई की रणनीति पर चर्चा हुई।

सेना को मिली फ्री हैंड: पीएम ने दी खुली छूट
इससे पहले सप्ताह की शुरुआत में पीएम मोदी ने एक उच्चस्तरीय बैठक में रक्षा नेतृत्व को साफ निर्देश दिए थे कि भारतीय सशस्त्र बल देश की प्रतिक्रिया की प्रकृति, लक्ष्य और समय तय करने के लिए स्वतंत्र हैं। उस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, एनएसए अजीत डोभाल, सीडीएस जनरल अनिल चौहान और थल, जल और वायुसेना प्रमुख शामिल थे।
यह स्पष्ट संकेत है कि भारत सरकार अब कूटनीतिक प्रतिक्रियाओं से आगे बढ़कर ठोस सैन्य कार्रवाई के विकल्पों पर गंभीरता से विचार कर रही है।
पाकिस्तान ने दिखाई हताशा, भारतीय जहाजों पर बंद किया बंदरगाह
भारत द्वारा पाकिस्तान पर लगाए गए प्रतिबंधों के जवाब में इस्लामाबाद ने भी भारतीय ध्वज वाले पोतों के लिए अपने बंदरगाहों को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है।
भारत ने शनिवार को पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए जिनमें डाक सेवाएं स्थगित करना और पाकिस्तानी पोतों को भारतीय बंदरगाहों में प्रवेश से रोकना शामिल है। साथ ही, पाकिस्तान से आने वाले या वहां से होकर गुजरने वाले माल के आयात पर भी रोक लगा दी गई है।
पानी भी बना रणनीतिक हथियार: भारत ने रोका बगलिहार बांध से प्रवाह
भारत ने सिंधु जल संधि के तहत मिलने वाले पानी पर भी नियंत्रण बढ़ाना शुरू कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, जम्मू के रामबन स्थित बगलिहार जलविद्युत परियोजना से बहाव को रोका गया है। यही नहीं, झेलम नदी पर बने किशनगंगा प्रोजेक्ट को लेकर भी इसी तरह के कदम उठाए जाने की योजना बनाई जा रही है।
यह कदम 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित करने की दिशा में बड़ा इशारा है, जिसकी मध्यस्थता विश्व बैंक ने की थी।
26 की गई जान, पहलगाम हमला बना टर्निंग पॉइंट
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया और सरकार को तुरंत कड़ी कार्रवाई के लिए प्रेरित किया।
ऐसे में पीएम मोदी की लगातार हो रही सैन्य अधिकारियों से बैठकें, पाकिस्तान पर आर्थिक और कूटनीतिक दबाव और अब जल स्रोतों पर नियंत्रण की नीति साफ तौर पर इशारा करती है कि भारत अब निर्णायक प्रतिक्रिया के मूड में है।
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