दिल्ली पुलिस ने फिल्म ‘बंटी और बबली’ से प्रेरित होकर अपराध करने वाले एक युवक-युवती को गिरफ्तार किया। जानिए कैसे इस असली बंटी-बबली की गिरफ्तारी हुई।
बॉलीवुड से मिली प्रेरणा, हकीकत में बने अपराधी
दिल्ली पुलिस ने लूट की वारदातों को अंजाम देने वाले एक युवक और युवती को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने खुद को ‘बंटी और बबली’ की तरह पेश करने की कोशिश की। फिल्म से प्रेरित होकर अपराध की दुनिया में कदम रखने वाले इन दोनों अपराधियों का नाम अमन (24) और साक्षी (23) है। लेकिन इनकी कहानी फिल्म की तरह खत्म नहीं हुई, क्योंकि दिल्ली पुलिस ने इनके शाही सपनों पर पानी फेर दिया और सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
कैसे खुला असली बंटी और बबली का राज?
इस अपराधी जोड़े की गिरफ्तारी की कहानी 18 मार्च 2025 से शुरू होती है। इस दिन दिल्ली के थाना कृष्णा नगर में मोबाइल फोन स्नैचिंग की एक PCR कॉल आई। शिकायतकर्ता भारती कपूर, जो ईस्ट आज़ाद नगर की रहने वाली हैं, ने पुलिस को बताया कि सुबह 08:00 बजे जब वे सार्वजनिक परिवहन का इंतजार कर रही थीं, तभी एक लड़का और लड़की स्प्लेंडर बाइक (DL7CS 7170) पर आए और उनका मोबाइल (Oppo F-21) छीनकर फरार हो गए।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। एसएचओ कृष्णा नगर मुकेश राणा के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई, जिसमें ASI रजनीश शर्मा, ASI कुंवरपाल, हेड कांस्टेबल सचिन, हेड कांस्टेबल दीपक, हेड कांस्टेबल सूरज और महिला कांस्टेबल अंतिम को शामिल किया गया। पूरी जांच एसीपी गांधी नगर की निगरानी में चली।
60 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए
पुलिस टीम ने सबसे पहले अपराध स्थल के आसपास के 60 से अधिक सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया। इसके अलावा, स्थानीय मुखबिरों की मदद से अपराधियों की पहचान की गई। वारदात में इस्तेमाल बाइक की डिटेल्स खंगालकर उसके मालिक की पहचान की गई और पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर दोनों आरोपियों को दबोच लिया।
फिल्म से मिला था अपराध करने का आइडिया
पूछताछ के दौरान अमन ने बताया कि उन्होंने बॉलीवुड फिल्म ‘बंटी और बबली’ से प्रेरित होकर अपराध करना शुरू किया था। दोनों का मकसद जल्दी पैसे कमाना था, इसलिए वे मोबाइल स्नैचिंग और लूटपाट जैसी वारदातों को अंजाम देने लगे।
पहले भी कर चुके थे कई अपराध
गिरफ्तार अपराधियों ने पुलिस को बताया कि यह उनका पहला अपराध नहीं था।
- 13 जनवरी 2025: कृष्णा नगर थाना क्षेत्र में एक मोबाइल स्नैचिंग की थी, जिसकी एफआईआर दर्ज हुई थी।
- 8 मार्च 2025: एक व्यक्ति से मोबाइल और ₹8000 की लूट की, लेकिन यह मामला दर्ज नहीं हुआ था।
अब सलाखों के पीछे असली बंटी और बबली
दिल्ली पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई ने इस अपराधी जोड़े के मंसूबों पर पानी फेर दिया। फिल्मी दुनिया की चकाचौंध से प्रभावित होकर अपराध की राह पर चलने वाले अमन और साक्षी अब सलाखों के पीछे हैं, जहां से निकलकर वे दोबारा अपराध कर पाएंगे या नहीं, यह वक्त ही बताएगा।