अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की ओर से भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर की वापसी का रास्ता अब साफ हो गया है। ये दोनों पिछले 9 महीने से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में फंसे हुए थे, जिन्हें अब नासा की नई टीम लेने पहुंच चुकी है। नासा के ‘स्पेसएक्स’ मिशन के तहत रविवार को एक नया अंतरिक्ष यान अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचा, जिसमें चार नए अंतरिक्ष यात्री शामिल थे।
ट्रंप के आदेश पर हो रही वापसी
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर नासा की टीम ने विलियम्स और विल्मोर को सुरक्षित वापस लाने की योजना बनाई है। रिपोर्ट के मुताबिक, अगर मौसम अनुकूल रहा, तो अगले सप्ताह दोनों अंतरिक्ष यात्री फ्लोरिडा के समुद्री क्षेत्र में लैंड करेंगे। इससे पहले नए अंतरिक्ष यात्री कुछ दिनों तक विलियम्स और विल्मोर से अंतरिक्ष स्टेशन की पूरी जानकारी लेंगे।
एक हफ्ते के मिशन में 9 महीने फंसे रहे
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 5 जून 2023 को बोइंग के नए स्टारलाइनर कैप्सूल से केप कैनवेरल (अमेरिका) से रवाना हुए थे। यह मिशन सिर्फ एक हफ्ते के लिए था, लेकिन अंतरिक्ष यान में हीलियम रिसाव और वेग में कमी के कारण ये दोनों वहां फंस गए। इस तकनीकी खराबी के चलते मिशन को समय पर पूरा नहीं किया जा सका और इनकी वापसी लगभग 9 महीने तक टलती रही।
NASA की नई टीम ने संभाला मोर्चा
नासा की नई टीम में चार अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं, जो अलग-अलग देशों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं—
- नासा से ऐनी मैक्लेन और निकोल एयर्स (अमेरिका)
- जापान से ताकुया ओनिशी
- रूस से किरिल पेस्कोव
ये चारों अंतरिक्ष यात्री विल्मोर और विलियम्स की जगह लेंगे और अगले 6 महीने अंतरिक्ष स्टेशन पर बिताएंगे, जो सामान्य अवधि मानी जाती है।
जल्द होगी सुनीता विलियम्स की वापसी
अब जबकि नासा की नई टीम अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पहुंच चुकी है, सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी की तैयारियां जोरों पर हैं। अगर सबकुछ सही रहा, तो अगले सप्ताह ये दोनों फ्लोरिडा के तट के पास समुद्र में सुरक्षित उतरेंगे। उनके लौटने के बाद इस मिशन में आई समस्याओं की जांच भी की जाएगी, ताकि भविष्य में इस तरह की तकनीकी खामियों से बचा जा सके।