बिहार के पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने हाल ही में दावा किया था कि उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई है, जिसके चलते उन्होंने गृह मंत्रालय से सुरक्षा की मांग भी की थी। अब इस मामले पर पप्पू यादव ने खुलकर अपनी बात रखी है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, “धमकियों से डरने का कोई सवाल ही नहीं है। उन्होंने बाबा सिद्दीकी को मारा, अब सलमान को मारो, अबराहम को मारो, जिसे मारना है मारो, लेकिन मैं अपनी जिम्मेदारियां निभाना नहीं छोड़ूंगा।”
पप्पू यादव का यह बयान तब आया जब धमकियों की खबरें तेज हो गई थीं। उन्होंने अपने बयान में स्पष्ट किया कि एक जनप्रतिनिधि का दायित्व सिर्फ सुरक्षा की चिंता करने तक सीमित नहीं होना चाहिए। यादव ने कहा कि “देश का लोकतंत्र, कानून सबसे ऊपर है। चाहे वह प्रधानमंत्री हो, मुख्यमंत्री हो या फिर मैं खुद, कोई भी व्यक्ति इस लोकतंत्र से बड़ा नहीं है। आम आदमी की सुरक्षा और हिफाजत का सवाल सरकार की जिम्मेदारी है, जिसे निभाना सरकार का कर्तव्य है।”
मैं किसी से निजी दुश्मनी नहीं रखता, पर सरकार को जगाता रहूंगा
पप्पू यादव ने आगे कहा कि चाहे कोई माफिया हो या अपराधी, उन्हें किसी के निजी मामलों से कोई लेना-देना नहीं है। उनका फोकस सिर्फ देश में कानून का राज बनाए रखना है। यादव ने दो टूक कहा, “उन्होंने बाबा सिद्दीकी को मारा, सलमान को मारो, अबराहम को मारो, जिसे मारना है मारो। लेकिन मैं अपने दायित्व से पीछे नहीं हटूंगा। सरकार को सचेत करता रहूंगा कि यह गलत है। किसके साथ किसकी निजी दुश्मनी है, इस पर मेरा कोई अधिकार नहीं है।”
यहां तक कि यादव ने साफ कर दिया कि चाहे उनके पास सुरक्षा हो या न हो, वह हमेशा जनता के बीच रहने का साहस रखते हैं। धमकियों के बावजूद वह इस बात पर अडिग हैं कि कोई भी जाति, धर्म, या समुदाय पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। “जब तक मैं जिंदा हूं, सच्चाई बोलूंगा,” उन्होंने कहा।
VIDEO | "If I say something in the Parliament and outside of it, I say it with responsibility. I know that we have to save the democracy, people of the country are priority, Constitution is the first, a person cannot be above everything. Common people should be protected. They… pic.twitter.com/JoKkavsPNK
— Press Trust of India (@PTI_News) October 30, 2024
“आपकी सुरक्षा की आवश्यकता नहीं”
अपनी सुरक्षा की मांग के संबंध में उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि उन्होंने 10 दिन पहले डीजी साहब से इस विषय पर बात की थी। यादव का कहना है कि उन्होंने सभी जिलों के एसपी को भी लिखित में अपनी सुरक्षा की आवश्यकता बताई थी। हालांकि, उन्होंने बताया कि सुरक्षा के मापदंड मानकों के आधार पर तय किए जाते हैं। यादव ने कहा, “अगर आप सत्ता के लिए जीते हैं तो सुरक्षा मिलेगी। लेकिन अगर सच्चाई के लिए जीते हैं तो सुरक्षा नहीं। मुझे आपकी सुरक्षा की आवश्यकता नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री से मिलकर बात करने का प्रयास किया, लेकिन उनके चारों ओर जो लोग हैं, वे माफियाओं के साथ जुड़े हुए हैं और जमीन के धंधों में शामिल हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री से उनकी मुलाकात नहीं होने दी गई। पप्पू यादव ने लिखा है कि वह अपनी सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की सरकारी सेवा या सुरक्षा नहीं चाहते।
झारखंड में सुरक्षित लोकतंत्र की आवश्यकता, हेमंत सोरेन का समर्थन
पप्पू यादव ने झारखंड में सुरक्षित लोकतंत्र की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने हेमंत सोरेन के नेतृत्व की सराहना की और उन्हें फिर से मुख्यमंत्री के रूप में देखने की इच्छा जताई। यादव ने कहा कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से किसी से कोई विवाद नहीं है और वह सिर्फ लोकतंत्र की रक्षा में विश्वास रखते हैं। “महाराष्ट्र और झारखंड को लोकतंत्र के लिए सुरक्षित बनाना आवश्यक है। मैं चाहूंगा कि हेमंत सोरेन जी दोबारा मुख्यमंत्री बनें,” उन्होंने कहा।
यादव का यह बयान न केवल उनके अदम्य साहस को दर्शाता है, बल्कि यह भी स्पष्ट करता है कि वे किसी भी धमकी से डरने वाले नहीं हैं। उनके इस बयान के बाद देशभर के लोगों ने उनके साहस की सराहना की है।