air india आखिरी सफर पर छलका दर्द: पायलट बेटे की विदाई में टूटे पिता, पत्नी की गोद में चार महीने के जुड़वा बच्चे
air india देश ने हाल ही में दो बड़े हवाई हादसों में अपने दो बहादुर पायलटों को खो दिया। एक ओर एयर इंडिया के विमान दुर्घटना में कैप्टन सुमित सभरवाल की शहादत, दूसरी ओर केदारनाथ में हेलीकॉप्टर क्रैश में कैप्टन राजवीर सिंह चौहान की दर्दनाक मौत ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया।
हाथ जोड़े पिता, बेटे की अर्थी के सामने रोते रहे
अहमदाबाद एयरपोर्ट पर एयर इंडिया फ्लाइट AI171 की दुर्घटना में शहीद हुए कैप्टन सुमित सभरवाल को उनके पिता पुष्करराज ने मुंबई में आखिरी विदाई दी। वो क्षण बेहद मार्मिक था जब एक बूढ़ा पिता हाथ जोड़कर अपने बेटे के पार्थिव शरीर को निहार रहा था, आंसुओं का सैलाब रुक नहीं रहा था।
वह दृश्य जिसने पूरे देश को भावुक कर दिया, एक कैमरे में कैद हुआ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। कैप्टन सुमित के पिता की टूटी हुई आवाज़, कांपते हुए हाथ और आंखों में एक पिता का खोया सपना – यह किसी को भी अंदर तक हिला सकता है।
अंतिम दर्शन को उमड़ा जनसैलाब
कैप्टन सुमित का पार्थिव शरीर ताबूत में मुंबई लाया गया और पवई स्थित जल वायु विहार में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। बाद में चकला विद्युत शवदाह गृह में उनका अंतिम संस्कार किया गया।
वो 56 वर्षीय कैप्टन सुमित 8,200 घंटे की उड़ान का अनुभव रखते थे और हादसे के वक्त उनके साथ फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर भी मौजूद थे। इस हादसे में कुल 271 लोगों की जान गई, जिनमें 242 यात्री विमान में और 29 लोग मेडिकल कॉलेज परिसर में थे।

जयपुर में भी टूटा परिवार: पत्नी लेफ्टिनेंट कर्नल, 4 महीने पहले हुए थे जुड़वा बच्चे
दूसरी ओर, उत्तराखंड में केदारनाथ के पास बेल 407 हेलीकॉप्टर क्रैश में कैप्टन राजवीर सिंह चौहान की मौत हो गई। वह अक्टूबर 2024 से ‘आर्यन एविएशन’ के लिए उड़ान भर रहे थे।
राजवीर की पत्नी, लेफ्टिनेंट कर्नल दीपिका चौहान, जो खुद सेना में अधिकारी हैं, ने रोते हुए अपने पति को अंतिम विदाई दी।
जब दीपिका के हाथों में कांपते हुए फूल थे
जयपुर में शास्त्री नगर स्थित घर पर राजवीर सिंह का पार्थिव शरीर लाया गया। दीपिका की आंखों से आंसू रुक नहीं रहे थे – वो एक सैनिक की पत्नी थीं, लेकिन उस वक्त सिर्फ एक पत्नी थीं जिसने अपने जीवन साथी को खो दिया था।
यह जानकर दिल और भी टूट जाता है कि दीपिका ने चार महीने पहले ही जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था। आज वो अकेले उन बच्चों की जिम्मेदारी उठाने को मजबूर हैं।
दो हादसे, दो परिवार, एक जैसा दर्द
देश में पिछले हफ्ते हुए इन दो हादसों ने हजारों लोगों को हमेशा के लिए अपनों से दूर कर दिया। एक विमान हादसा जिसमें अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर निकले यात्री शामिल थे और दूसरा हेलीकॉप्टर हादसा जो उत्तराखंड की पहाड़ियों में हुआ।

इन हादसों ने यह साफ कर दिया कि कितनी भी बड़ी तकनीक हो, एक छोटी सी लापरवाही कई परिवारों को तबाह कर सकती है।
शोक में डूबा देश, नेताओं से लेकर आम जनता तक ने जताया दुख
राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी हादसे पर शोक जताया है। सोशल मीडिया पर इन दोनों पायलटों की श्रद्धांजलि पोस्ट वायरल हो रही हैं।
DGCA और एयर इंडिया ने दिए जांच के आदेश
एयर इंडिया ने हादसे की जांच के लिए DGCA को सहयोग देने की बात कही है। साथ ही एक हेल्पलाइन नंबर 1800 5691 444 भी जारी किया गया है, ताकि परिजन और मित्र अपनों की जानकारी ले सकें।
आखिरी सफर पर दो पायलट और दर्द में डूबे उनके परिवार – देश के दो वीडियो जो हर किसी को रुला देंगे
अहमदाबाद और केदारनाथ में हुए दो बड़े हादसों ने देश को झकझोर कर रख दिया है। एक ओर थे कैप्टन सुमित सभरवाल, जिन्होंने एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 को लंदन के लिए उड़ान भराई थी, लेकिन वह विमान अहमदाबाद एयरपोर्ट पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दूसरी ओर थे रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल राजवीर सिंह चौहान, जो केदारनाथ में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हो गए। इन दोनों की अंतिम विदाई के दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं, जो हर किसी की आंखें नम कर रहे हैं।
पिता की आंखों में बेटे का अंतिम दर्शन
कैप्टन सुमित सभरवाल का पार्थिव शरीर जब मुंबई के पवई स्थित उनके घर पहुंचा, तो उनके बुजुर्ग पिता पुष्करराज हाथ जोड़कर अपने बेटे को अंतिम विदाई दे रहे थे। एक बाप के लिए यह सबसे बड़ा दुख होता है कि वह अपने बेटे का शव देखे। वीडियो में पुष्करराज अपने बेटे के ताबूत के सामने नतमस्तक खड़े थे और उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। यह दृश्य इतना मार्मिक था कि सोशल मीडिया पर इसे देखकर हजारों लोग भावुक हो गए।
एयर इंडिया की फ्लाइट AI171, जिसमें 242 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे, 12 जून को उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही हादसे का शिकार हो गई। हादसे में 271 लोगों की मौत हुई, जिनमें सुमित सभरवाल और फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर भी शामिल थे। सुमित के पास 8200 घंटे का उड़ान अनुभव था।
पत्नी की गोद में चार महीने के जुड़वां बच्चे, और आंखों में आसुओं का सैलाब
राजस्थान के जयपुर निवासी रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल राजवीर सिंह चौहान की अंतिम विदाई भी बेहद भावुक रही। जब उनकी पत्नी, लेफ्टिनेंट कर्नल दीपिका चौहान ने अपने पति को अंतिम विदाई दी, तो वहां मौजूद हर किसी की आंखें भर आईं। दीपिका खुद भारतीय सेना में अधिकारी हैं, और कुछ महीने पहले ही उन्होंने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था।
राजवीर सिंह चौहान उत्तराखंड के गौरीकुंड से केदारनाथ की ओर बेल 407 हेलीकॉप्टर उड़ा रहे थे, जो 15 जून को दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में सात लोगों की मौत हुई। राजवीर के पास सेना में 15 वर्षों का अनुभव था और वे विभिन्न भूभागों में उड़ान मिशन की अगुवाई कर चुके थे।
देश ने खो दिए दो वीर, परिवारों का टूटा सपना
इन दोनों हादसों ने न केवल देश को बल्कि दो परिवारों को हमेशा के लिए तोड़ दिया। कैप्टन सुमित के पिता अब अकेले रह गए हैं, और दीपिका को अपने जुड़वां बच्चों के साथ जीवन की लड़ाई अकेले लड़नी है।
अंतिम विदाई के दो वीडियो – एक देश, दो कहानियाँ
इन दोनों अंतिम संस्कार के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं। लोगों ने इन पर दुख जताते हुए लिखा – “ये सिर्फ हादसे नहीं, पूरे देश की पीड़ा हैं।” दोनों पायलटों ने न सिर्फ अपनी ड्यूटी निभाई बल्कि अपने कर्तव्य के लिए जान भी कुर्बान कर दी।