नई दिल्ली: इंटरनेट और स्मार्टफोन के बढ़ते इस्तेमाल के साथ, साइबर अपराध भी तेजी से बढ़े हैं। भारत में वॉट्सऐप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर +92 कोड वाले अनजान नंबरों से कॉल आना, एक नई चुनौती बन गया है। यह कोड पाकिस्तान का है और पिछले कुछ समय में +92 कोड के साथ आने वाली कॉल्स के जरिए भारतीय यूजर्स को निशाना बनाया जा रहा है। इन कॉल्स के जरिए यूजर्स को कई तरह के झूठे वादे और फर्जी इनाम का लालच दिया जाता है ताकि उनकी निजी जानकारी या पैसे ठगे जा सकें।
किस देश का है +92 कोड वाला नंबर?
+92 कोड पाकिस्तान का है, और पिछले कुछ समय से भारत में इसके जरिए साइबर क्राइम के मामले सामने आ रहे हैं। इन नंबरों से आने वाली कॉल्स का उद्देश्य कई बार भारतीयों को झूठे वादों में फंसाकर उनसे पैसे और व्यक्तिगत जानकारी निकालना होता है। कुछ कॉल्स में लाखों रुपये के इनाम जीतने का दावा किया जाता है, जबकि अन्य कॉल्स में यूजर को कहा जाता है कि उन्हें केवल एक नंबर सेव करना है, और इनाम की राशि उनके खाते में आ जाएगी।
वॉट्सऐप पर +92 नंबर से कॉल आने पर बरतें ये सावधानियाँ
यदि वॉट्सऐप या फोन पर +92 कोड वाले किसी अनजान नंबर से कॉल आती है, तो उसे कभी रिसीव न करें। कॉल काटने के बाद सबसे पहले उस नंबर को ब्लॉक कर दें। किसी भी कीमत पर उस नंबर को अपने संपर्क में सेव न करें और न ही उस नंबर को कॉल बैक करने की कोशिश करें।
अनजान नंबरों से बार-बार कॉल आना बंद न हो, तो वॉट्सऐप में साइलेंट अननोन कॉलर्स का फीचर उपयोग में लाएं। इस फीचर के जरिए अनजान नंबर से कॉल आने पर वह साइलेंट हो जाएगी और आपके सामने पॉप-अप नहीं होगी। इस प्रकार आप कॉल रिसीव करने से बच सकते हैं और अपने फोन की सुरक्षा भी सुनिश्चित कर सकते हैं।
हाल ही में सामने आया मामला: कैसे होती है ठगी?
हाल में सामने आए एक मामले में +92 322 0594734 नंबर से कॉल कर यूजर वीरेश प्रजापति को 1500 रुपये डालने को कहा गया। इसके बाद कॉलर ने उन्हें बताया कि उनके नाम पर एक लोन अप्रूव हुआ है और जल्द से जल्द लोन की रकम चुकाने के लिए कहा गया। कॉलर ने धमकी दी कि यदि लोन की रकम नहीं भरी गई, तो वह वीरेश प्रजापति के परिवार को सूचित करेगा कि उन्होंने लोन लिया है, जिससे उन्हें शर्मिंदा होना पड़ेगा। यह मामला इतना ही नहीं, बल्कि ठगों ने उनके फोन को हैक करने की भी कोशिश की और उनके व्यक्तिगत फोटो, वीडियो और संपर्कों तक पहुंच बना ली।
ऐसे मामलों में क्या करें?
अगर आपके या आपके परिचितों के साथ ऐसा कोई मामला हो, तो तुरंत साइबर पुलिस को इसकी सूचना दें। यह जरूरी है कि ऐसे मामलों में घबराने के बजाय उचित कदम उठाएं और साइबर अपराध को रोकने में मदद करें।