बेंगलुरु: सीसीबी पुलिस ने ब्लैकमेलिंग के एक अनोखे मामले में एक महिला और उसके पति को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि इस दंपत्ति ने पूर्व मंत्री को पैसे मांगने के लिए उन्हें ब्लैकमेल किया।
घटना का विवरण
बेंगलुरु की सेंट्रल क्राइम ब्रांच (CCB) पुलिस ने नलपाड़ ब्रिगेड की कलबुरगी इकाई की अध्यक्ष, मंजुला पाटिल और उनके पति शिवराज पाटिल को गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई का आधार पूर्व मंत्री के बेटे की दी गई शिकायत है। आरोपी दंपत्ति पर आरोप है कि उन्होंने पूर्व मंत्री से 20 लाख रुपये की मांग की और यदि पैसे नहीं दिए जाते तो वे वीडियो कॉल की रिकॉर्डिंग को वायरल करने की धमकी दे रहे थे।
कैसे हुई गिरफ्तारी?
पुलिस ने बताया कि पूर्व मंत्री के बेटे ने तुरंत सीसीबी पुलिस में इस मामले की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच शुरू की और बेंगलुरु के एमजी रोड के पास एक ट्रैप लगाने का निर्णय लिया। जब मंजुला और उनके पति शिवराज वसूली के लिए वहां पहुंचे, तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
वीडियो कॉल से ब्लैकमेलिंग का सिलसिला
पता चला है कि मंजुला पाटिल ने पूर्व मंत्री के साथ फोन पर बातचीत की थी, जिसके बाद उनकी वीडियो कॉल के माध्यम से संपर्क बढ़ा। दोनों ने एक-दूसरे से बातचीत के दौरान ऐसे पहलुओं का खुलासा किया, जिससे ब्लैकमेलिंग का सिलसिला शुरू हुआ। मंजुला ने पूर्व मंत्री के बेटे से भी मुलाकात की, जिसमें उन्होंने कहा कि उनके पिता ने अपमानजनक संदेश भेजे हैं, और इसी को लेकर उन्होंने पैसे मांगने की योजना बनाई थी।
पुलिस की कार्रवाई
डीसीपी श्रीनिवास गौड़ा ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए बताया कि आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए एक सुनियोजित रणनीति बनाई गई थी। दोनों आरोपी बेंगलुरु के गरुडा मॉल के पास पैसे लेने आए थे, जब पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। पुलिस ने यह सुनिश्चित किया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई की जाए, ताकि ऐसे अपराधों को रोका जा सके।
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