लोक आस्था का महापर्व छठ हर साल कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष में मनाया जाता है। चार दिन चलने वाले इस पर्व की शुरुआत मंगलवार को नहाय-खाय के साथ हुई थी, जबकि बुधवार को खरना प्रसाद बना था। आज गुरुवार को छठ पर्व का सबसे महत्वपूर्ण दिन है, जब अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देना है। शुक्रवार (8 नवंबर) को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा, और इसी के साथ इस महापर्व का समापन हो जाएगा।
आज के दिन डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देने की तैयारियां
गुरुवार को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के लिए घाटों पर विशेष तैयारियां की गई हैं। छठ व्रती अपने सूप और दउरे में प्रसाद लेकर घाटों पर पहुंच रहे हैं। दिल्ली के यमुना घाट समेत अस्थायी घाटों पर भी छठ पूजा की व्यवस्था की गई है। बिहार की राजधानी पटना, बक्सर, वैशाली, मुजफ्फरपुर, मुंगेर और भागलपुर के गंगा घाटों पर भी व्रतियों का आगमन जारी है। वाराणसी के गंगा घाट पर भी पूजा की तैयारियां चल रही हैं। कई लोग अपने घरों की छतों और तालाबों में भी छठ पूजा कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री और बिहार CM का छठ पूजा में शामिल होना
इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी पटना पहुंचे हैं, जहां वे नासरीगंज घाट से गंगा घाट तक छठ दर्शन के लिए जाएंगे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी छठ व्रतियों के बीच उपस्थित होंगे।
गुरुवार को किस शहर में कितने बजे होगा सूर्यास्त?
नई दिल्ली: शाम 5:28 बजे
जयपुर: शाम 5:40 बजे
पटना: शाम 5:04 बजे
कोलकाता: शाम 4:56 बजे
मुंबई: शाम 6:02 बजे
अहमदाबाद: शाम 5:58 बजे
लखनऊ: 5:19 बजे
रायपुर: 5:24 बजे
चेन्नई: 5:40 बजे
चंडीगढ़: 5:30 बजे
शिमला: 5:28 बजे
भुवनेश्वर: 5:09 बजे
रांची: शाम 5:07 बजे
हैदराबाद: शाम 5:42 बजे
अर्घ्य देने का समय
- 7 नवंबर 2024 (संध्या अर्घ्य): शाम 5:31 बजे तक
- 8 नवंबर 2024 (उषा अर्घ्य): सुबह 6:38 बजे तक
बिहार में छठ पूजा के लिए सुरक्षा के इंतजाम
बिहार में छठ पर्व के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पटना जिला प्रशासन ने गंगा किनारे 100 से अधिक घाटों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। प्रशासन ने यह भी बताया कि पटना के विभिन्न घाटों पर कई मेडिकल कैंप लगाए गए हैं।
दिल्ली में बनाए गए आर्टिफिशियल घाट
दिल्ली सरकार ने यमुना नदी में प्रदूषण के कारण इस साल छठ पूजा की अनुमति नहीं दी। इसके बावजूद, दिल्ली सरकार ने 1000 आर्टिफिशियल घाट बनाए हैं, जहां छठ पूजा मनाई जा रही है। आईटीओ हाथी घाट पर विशेष पूजा आयोजित की जा रही है।
उत्तर प्रदेश और नोएडा में खास इंतजाम
उत्तर प्रदेश में भी छठ पूजा के लिए घाटों पर पूरी तैयारी की गई है। वाराणसी, मिर्जापुर और लखनऊ के घाटों पर सुरक्षा और पूजा के इंतजाम किए गए हैं। नोएडा में भी कई स्थानों पर छठ पूजा आयोजित की जा रही है जैसे सेक्टर-21A, सेक्टर-31, सेक्टर-71, सेक्टर-75, सेक्टर-137 और कालिंदी कुंज।
शारदा सिन्हा का आखिरी छठ गीत
छठ पर्व के दौरान शारदा सिन्हा का आखिरी छठ गीत भी रिलीज हुआ, जो मौत से एक दिन पहले लॉन्च किया गया था। इस गीत के बोल सुनकर फैन्स की आंखें नम हो गईं।
छठी मईया: सूर्यदेव की बहन
शास्त्रों में छठ माता को सूर्यदेव की बहन माना जाता है, और इसलिए इस पर्व के दौरान उनकी पूजा का विशेष महत्व है। छठी माता संतान की रक्षा करने वाली देवी के रूप में पूजा जाती हैं, और उनका आशीर्वाद जीवन में सुख-शांति और समृद्धि लाता है।