भुवनेश्वर: ओडिशा में चक्रवात ‘दाना’ का कहर सिर्फ तूफान और तेज हवाओं तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि राज्य के कई हिस्सों में सांपों का आतंक भी देखने को मिला। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने जानकारी दी कि चक्रवात के दौरान सांपों के काटने की घटनाओं के कारण कुल 28 लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया। इनमें से 13 महिलाएं और एक डॉक्टर भी शामिल हैं।
केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर में सांपों के काटने के मामले
चक्रवात ‘दाना’ का सबसे ज्यादा असर केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर जिलों में पड़ा, जहां सांपों के काटने के 28 मामले सामने आए। माझी ने बताया कि सांपों के काटने के शिकार लोगों को फौरन अस्पताल ले जाया गया, और समय पर इलाज मिलने के बाद उनकी हालत में सुधार हो रहा है।
डॉक्टर को शौच के दौरान सांप ने काटा
ओडिशा के मुख्यमंत्री ने बताया कि केंद्रपाड़ा जिले में तैनात डॉक्टर बाबुल मोहंती चक्रवात के दौरान स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे थे। लेकिन शौच के लिए बाहर जाते समय उन्हें एक जहरीले सांप ने काट लिया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) में तैनात डॉक्टर मोहंती को तुरंत कटक के SCB मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
दुर्व्यवहार और लापरवाही के चलते 4 अफसर सस्पेंड
इस आपदा के दौरान अधिकारियों के व्यवहार पर भी सवाल उठे हैं। राज्य सरकार ने चक्रवात संबंधी कार्य में लापरवाही और दुर्व्यवहार के आरोप में 4 अफसरों को निलंबित कर दिया। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया साक्ष्य मिलने के बाद 3 पंचायत विस्तार अधिकारियों और एक राजस्व निरीक्षक पर कार्रवाई की गई है। इन अधिकारियों पर आरोप है कि चक्रवात आश्रय स्थलों तक लोगों को पहुँचाने में इन्होंने लापरवाही बरती और कुछ नागरिकों के साथ बदतमीजी की।
ओडिशा में चक्रवात के बाद स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है और राहत कार्य तेज किए जा रहे हैं। सरकार ने प्रभावित लोगों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है, ताकि जल्द से जल्द सामान्य जीवन की बहाली हो सके।
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