मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के सिरोल थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक रिटायर्ड फौजी ने गुस्से में अपनी लाइसेंसी बंदूक से गोली चला दी, क्योंकि उसे खाने में हरी सब्जी नहीं मिली थी। यह गोली फर्श में जा लगी, लेकिन गोली के छर्रे पास खड़े उसके बेटे नरेंद्र को लग गए, जिससे वह घायल हो गया। घायल बेटे को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जबकि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी पिता को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए पिता के खिलाफ मामला दर्ज किया और उनके बंदूक लाइसेंस को निरस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
गुस्से में उठा लिया लाइसेंसी बंदूक
यह घटना ग्वालियर जिले के हुरावली गांव की है, जहां 61 वर्षीय श्रीकृष्ण पाल, जो एक रिटायर्ड फौजी हैं, अपने बेटे नरेंद्र सिंह के साथ रहते हैं। एक दिन दोनों के सामने खाना परोसा गया, जिसमें आलू की सब्जी थी, जिसे देखकर श्रीकृष्ण पाल नाराज हो गए। वह चाहते थे कि उन्हें हरी सब्जी दी जाए, लेकिन आलू की सब्जी देखकर उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। गुस्से में आकर श्रीकृष्ण पाल ने अपनी लाइसेंसी बंदूक उठा ली और हरी सब्जी की मांग करते हुए बंदूक की नोक बेटे की तरफ कर दी। इस दौरान गलती से बंदूक का ट्रिगर दब गया और गोली फर्श में जा लगी, लेकिन इसके छर्रे पास खड़े उनके बेटे नरेंद्र को लग गए, जिससे वह घायल हो गया।
घायल बेटे को अस्पताल पहुंचाया
गोली चलने के बाद श्रीकृष्ण पाल ने अपने बेटे को तुरंत इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया। हालांकि, इस बीच पड़ोसियों ने गोली चलने की आवाज सुनी और तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने अस्पताल में जाकर जांच की और रिटायर्ड फौजी को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में आरोपी पिता ने बताया कि उसे शुगर की बीमारी है और वह आलू की सब्जी नहीं खा सकते, लेकिन उन्हें अक्सर आलू की सब्जी ही परोसी जाती है, जबकि हरी सब्जी फेंक दी जाती है।
पुलिस कार्रवाई और लाइसेंस निरस्तीकरण
पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लिया और आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। ग्वालियर के एएसपी निरंजन शर्मा ने बताया कि इस घटना में आरोपी की लापरवाही साफ दिखाई दे रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस अब आरोपी के बंदूक लाइसेंस को निरस्त करने की कार्रवाई में जुटी हुई है। इसके साथ ही घायल बेटे का इलाज अस्पताल में जारी है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
आरोपी बेटे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं करना चाहता था
इस घटना में एक दिलचस्प मोड़ तब आया जब बेटे नरेंद्र ने खुद पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करने से मना कर दिया। वह नहीं चाहता था कि उसके पिता के खिलाफ कोई कार्रवाई हो, लेकिन पुलिस ने खुद मामले को संज्ञान में लिया और प्राथमिकी दर्ज कर दी। पुलिस अब मामले की पूरी जांच कर रही है और आरोपी पिता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की योजना बना रही है।