महाराष्ट्र के चर्चित बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम को यूपी के बहराइच से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस द्वारा की गई पूछताछ के दौरान गौतम ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उसने बताया कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने उसे बाबा सिद्दीकी या जीशान सिद्दीकी में से किसी एक की हत्या करने का काम सौंपा था। इस घटना के लिए अनमोल बिश्नोई ने निर्देश दिया था कि “जो पहले मिले, उसे मार देना।” इस केस में शिवकुमार के अलावा अनुराग कश्यप, आकाश श्रीवास्तव, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी और अखिलेंद्र प्रताप सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है।
विदेश भागने की योजना थी
शिवकुमार गौतम ने खुलासा किया कि हत्या के बाद उसकी योजना पहले उज्जैन और फिर वैष्णो देवी जाने की थी। इसके बाद उसका इरादा विदेश भागने का था, लेकिन यह योजना सफल नहीं हो पाई। मुंबई से भागते वक्त उसने एक सह-आरोपी से संपर्क किया, जिससे पुलिस का भी ध्यान इस मामले पर केंद्रित हो गया। हत्या से पहले और बाद में उसकी बातचीत शुबम लोंकर और जीशान अख्तर से होती रही थी।
हत्या के बाद पुणे में रुका, फिर लखनऊ तक का सफर
हत्या को अंजाम देने के बाद शिवकुमार पुणे भाग गया, जहां उसने सात दिन बिताए। इसके बाद वह झांसी गया और फिर लखनऊ पहुंचा। लखनऊ में उसने एक नया मोबाइल खरीदा ताकि पुलिस उसकी लोकेशन ट्रेस न कर सके। लखनऊ में 11 दिन बिताने के बाद वह बहराइच पहुंचा, जहां उसके चार साथियों ने एक नजदीकी गांव में सुरक्षित ठिकाना तैयार किया था।
12 अक्टूबर को हत्या के बाद भीड़ में शामिल हुआ
गौतम ने पूछताछ में यह भी बताया कि 12 अक्टूबर को हत्या के बाद वह तुरंत भागा नहीं, बल्कि अपना हुलिया बदलकर भीड़ में घुल-मिल गया। उसने काफी समय तक घटना स्थल पर ही रुककर तमाशा देखा ताकि उस पर किसी को शक न हो। इसके बाद उसने अपनी शर्ट बदली और ऑटो से कुर्ला स्टेशन पहुंचा। वहां से उसने ठाणे के लिए लोकल ट्रेन पकड़ी और सुबह पुणे पहुंचा, जहां उसने अपना मोबाइल फेंक दिया।
नेपाल भागने की थी योजना
बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम को यूपी के बहराइच से गिरफ्तार किया गया है। उसने खुलासा किया कि हत्या के बाद उसकी उज्जैन, वैष्णो देवी, और फिर विदेश भागने की योजना थी।